लखनऊ : भूखंड (plot) दिलाने के नाम पर करीब 27 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने कम्पनी के फ़र्जी दस्तावेज बनाकर लोगों को थाना विभूतिखंड क्षेत्र में भूखंड दिलाने की एवज में पैसे लिए थे. आरोपी ने वर्ष 2019 में मेसर्स बिग सिटी ग्रीन रेजीडेंसी में एजेंट के तौर पर काम करता था. आरोपी के खिलाफ एक वर्ष पहले संस्था के निदेशक ने फर्जीवाड़े को लेकर मुकदमा दर्ज कराया था.
पुलिस ने बताया कि मेसर्स बिग सिटी ग्रीन रेजीडेंसी संस्था किश्तों पर भूखण्ड (plot) उपलब्ध कराने का काम करती है. संस्था के निदेशक अभिषेक द्विवेदी ने 10 अगस्त 2019 को थाने पर तहरीर दी थी. उन्होंने बताया कि मेसर्स बिग सिटी ग्रीन रेजीडेंसी संस्था में कई लोगों को कमीशन एजेंट के तौर पर रखा गया था, जो समय समय पर प्लाट लेने के इच्छुक लोगों से धनराशि जमा करा कर कंपनी के खाते में जमा करते थे. इनमें महेंद्र सिंह टुटेजा एलडीए कॉलोनी कानपुर रोड थाना आशियाना को भी एजेंट के तौर पर रखा गया था. महेंद्र सिंह ने कार्य शुरू करने के पश्चात ग्राहकों से धन हड़पने का लिए अपने नाम से संस्था के लेटर पैड व रसीदें छपवा लीं.
महेंद्र सिंह टुटेजा ने संस्था की फर्जी रसीदों और लेटर पैड (Fake receipts and letter pads) के जरिये काफी लोगों से भूखंड (plot) के नाम पर धनराशि जमा करवाता रहा और संस्था को जानकारी नहीं दी. इसके बाद ग्राहकों से शिकायत मिलने पर जांच की गई तो महेंद्र सिंह द्वारा 27 लाख रुपये की हेराफेरी की बात सामने आई. संस्था की ओर से पूछे जाने पर उसने कोई जानकारी नहीं दी. दबाव बनाने पर संस्था के संचालकों को धमकाने लगा. इसके बाद संस्था के निदेशक अभिषेक द्विवेदी ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया.
पुलिस उपायुक्त पूर्वी प्राची सिंह (Deputy Commissioner of Police East Prachi Singh) ने बताया कि भूखण्ड (plot) दिलाने के नाम पर धन हड़पने के आरोपी महेंद्र सिंह टुटेजा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने जिले के विभूतिखंड क्षेत्र के लोगों से भूखंड के नाम पर फर्जावाड़ा किया था, जो पिछले तीन वर्षों से फरार चल रहा था. आरोपी वर्ष 2019 में मेसर्स बिग सिटी ग्रीन रेजीडेंसी में एजेंट के तौर पर काम करता था. जिसके खिलाफ संस्था के निदेशक ने फर्जीवाड़े को लेकर मुकदमा दर्ज कराया था.
यह भी पढ़ें : बेतिया में चेन स्नेचर गिरोह की 12 महिलाएं छठ घाट से गिरफ्तार