लखनऊ : पुरानी पेंशन योजना बहाली मंच के तत्वावधान में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आन्दोलन तेज हो गया है. रेलवे मेन्स यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव शिवगोपाल मिश्रा ने कहा कि सरकार पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल न कर हठधर्मिता का परिचय दे रही है. पूरे देश के कर्मचारी एनपीएस की व्यवस्था से अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है. केन्द्र और राज्य के कार्मिकों ने एक जनमत संग्रह कराकर इसका स्पष्ट संकेत दे दिया है कि वह शत प्रतिशत हड़ताल के पक्ष में हैं. अब भी समय रहते सरकार कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग पूरी नही करती तो एक बार फिर 1974 के बाद पुरानी पेंशन बहाली के लिए रेल का चक्का जाम कर दिया जाएगा.
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी ने हुए कहा कि सरकार अपना अड़ियल रवैया छोड़ दे नहीं तो हड़ताल को रोकना मुश्किल होगा. प्रदेश के कर्मचारी, शिक्षक लगातार पुरानी पेंशन बहाली के लिए धरना, ज्ञापन, मशाल जुलूस कर सरकार का ध्यान आकृषित करा रहे हैं. संयुक्त मंच ने राजधानी में पिछले साल 27 जून और 10 अगस्त को रामलीला मैदान में लाखों की संख्या में पहुंचकर रैली की. सरकार कर्मचारी शिक्षकों के धैर्य की परीक्षा लेना बंद करे. फिलहाल पूर्व घोषित कार्यक्रम आठ जनवरी से 11 जनवरी तक चेतावनी स्वरूप भूख हड़ताल की जा रही है. पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाली के लिए पुुरानी पेंशन योजना बहाली मंच की बैठक में पत्रकार वार्ता से पूर्व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, रेलवे मैन्स यूनियन, पोस्टल, आयकर, प्राथमिक शिक्षक संघ, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ सहित अनेक कार्मिक और शिक्षक संघों के चार दिवसीय भूखहड़ताल को भीषण ठण्ड को देखते हुए 24 घन्टे की जगह सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक किए जाने का निर्णय लिया है.
इस मौके पर परिषद के महामंत्री शिवबरन सिंह यादव, परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष इं. एनडी. द्विवेदी, अपर महामंत्री डाॅ. नरेश कुमार, ज्वाइंट पेंशनर्स वेलफेयर काउन्सिल के संयोजक एनपी त्रिपाठी, डिप्लोमा इंजीनियर्स पेंशनर्स से इंजीनियर शिवशंकर दुबे, सुशील पाण्डेय अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ, सचिवालय पेंशनर्स एसोसिएशन के ओंकारनाथ तिवारी और डिप्लोमा इंजीनियर्स दिवाकर राय, संतोष तिवारी मौजूद रहे.
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