लखनऊ: लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए हुसैनाबाद के घंटाघर प्रदर्शन में हर रोज नई एक्टिविटीज की जा रही है. प्रदर्शन के तहत नौंवें दिन यानी शनिवार को यहां नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया. नुक्कड़ नाटक के जरिये लोगों को संविधान के तहत मिले अधिकारों के बारे में लोगों को बताया गया.
लखनऊ: CAA के लिए नुक्कड़ नाटक, बताया मिले हैं प्रदर्शन के अधिकार - lokhnow womens protest
लखनऊ के हुसैनाबाद स्थित घंटाघर प्रदर्शन में शनिवार को नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया. इसमें थियेटर आर्टिस्टों ने नुक्कड़ नाटक के जरिये लोगों को संविधान में जुड़े अधिकारों की जानकारी दी.
नुक्कड नाटक करते आर्टिस्ट.
लखनऊ: लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए हुसैनाबाद के घंटाघर प्रदर्शन में हर रोज नई एक्टिविटीज की जा रही है. प्रदर्शन के तहत नौंवें दिन यानी शनिवार को यहां नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया. नुक्कड़ नाटक के जरिये लोगों को संविधान के तहत मिले अधिकारों के बारे में लोगों को बताया गया.
सौरभ तिवारी, निर्देशक, नुक्कड़ नाटक
सौरभ तिवारी, निर्देशक, नुक्कड़ नाटक
Intro:लखनऊ। हुसैनाबाद के घंटाघर प्रदर्शन में हर रोज नई एक्टिविटीज की जा रही है ताकि लोगों का ध्यान प्रदर्शन की तरफ आकर्षित हो सके। इस प्रदर्शन के दौरान नौंवें दिन यहां पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस नुक्कड़ नाटक में संविधान में जुड़े अधिकारों के बारे में लोगों को बताया गया।
Body:वीओ
घंटाघर पर महिलाओं के प्रदर्शन को हफ्ता भर बीत गया है और यहां पर हर रोज नई एक्टिविटीज की जा रही है मुख्य मकसद यह है ताकि लोगों का ध्यान इस प्रदर्शन के प्रति आकर्षित हो सके और वह प्रदर्शन की बातों को समझ सकें। इसी सिलसिले में कुछ थिएटर आर्टिस्ट की ओर से धरना स्थल पर नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया अशोका नाटक में संविधान की बातों के बारे में लोगों को बतलाया गया।
इस नुक्कड़ नाटक के निर्देशक सौरभ तिवारी बताते हैं कि हमें यहां पर प्रदर्शनकारी महिलाओं के बीच में संविधान को बताने के लिए एक नुक्कड़ नाटक किया है इस नुक्कड़ नाटक में हमने महिलाओं के साथ बढ़ाने वाली हिंसा और स्टॉकिंग्स के साथ उनके मौलिक अधिकारों के बारे में भी बताया है।
Conclusion:वहीं इस नुक्कड़ नाटक से जुड़ी हुई वीणा राणा कहती है कि स्लो का नाटक को दिखाने का मकसद हमारे संविधान को बचाना है। हमारे संविधान किसी भी सरकार के प्रति अपने विरोध को जताने की आजादी देता है और हम आज यही कर रहे हैं।
बाइट- सौरभ
बाइट- वीणा राणा
रामांशी मिश्रा
9598003584
Body:वीओ
घंटाघर पर महिलाओं के प्रदर्शन को हफ्ता भर बीत गया है और यहां पर हर रोज नई एक्टिविटीज की जा रही है मुख्य मकसद यह है ताकि लोगों का ध्यान इस प्रदर्शन के प्रति आकर्षित हो सके और वह प्रदर्शन की बातों को समझ सकें। इसी सिलसिले में कुछ थिएटर आर्टिस्ट की ओर से धरना स्थल पर नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया अशोका नाटक में संविधान की बातों के बारे में लोगों को बतलाया गया।
इस नुक्कड़ नाटक के निर्देशक सौरभ तिवारी बताते हैं कि हमें यहां पर प्रदर्शनकारी महिलाओं के बीच में संविधान को बताने के लिए एक नुक्कड़ नाटक किया है इस नुक्कड़ नाटक में हमने महिलाओं के साथ बढ़ाने वाली हिंसा और स्टॉकिंग्स के साथ उनके मौलिक अधिकारों के बारे में भी बताया है।
Conclusion:वहीं इस नुक्कड़ नाटक से जुड़ी हुई वीणा राणा कहती है कि स्लो का नाटक को दिखाने का मकसद हमारे संविधान को बचाना है। हमारे संविधान किसी भी सरकार के प्रति अपने विरोध को जताने की आजादी देता है और हम आज यही कर रहे हैं।
बाइट- सौरभ
बाइट- वीणा राणा
रामांशी मिश्रा
9598003584