लखनऊ: राष्ट्र व्यापी लॉकडाउन के दौरान रेलवे देशभर में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के काम में लगा हुआ है. ऐसे मेंं अधिक मांग होने के कारण उत्तर रेलवे पर लदान की आवश्यकता का औसत 15 रैक प्रतिदिन से बढ़कर 51 रैक प्रतिदिन हो गया है. आवागमन की बाधाओं के साथ श्रमिकों और ट्रकों की कमी के बावजूद टर्मिनल्स पर माल की लोडिंग और अनलोडिंग के लिए भी रेलवे ने व्यवस्था की है. रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक 9 अप्रैल को सर्वाधिक 51 रैक खाद्यान्न की लोडिंग की गई. जो एक रिकॉर्ड है.
उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ला का कहना है कि, लॉकडाउन के बाद से उत्तर रेलवे राज्यों को खाद्यान्न की आपूर्ति करने में सबसे आगे है. इस अवधि के दौरान कुल खाद्यान्न लदान का लगभग 53% अकेले उत्तर रेलवे द्वारा किया गया है. उत्तर रेलवे ने खाद्यान्न के 573 रैकों (1.57 मिलियन टन) का लदान किया जो कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 0.90 मिलियन टन (135% ) अधिक है. उत्तर रेलवे ने 15.75 लाख टन, खाद्यान्न भेजा जो पिछले वर्ष से 137% अधिक है.
उन्होंने बताया कि उत्तर रेलवे ने 5000 टन खाद्यान्न भार वाली लम्बी दूरी की अन्नपूर्णा मालगाडि़यां चलाई हैं. ऐसी 25 अन्नपूर्णा मालगाड़ियां उत्तर रेलवे की तरफ से देश के विभिन्न भागों के लिए संचालित की गई हैं.
लखनऊ: लॉकडाउन के दौरान उत्तर रेलवे ने खाद्यान्न लोडिंग का बनाया रिकॉर्ड - उत्तर रेलवे का लोडिंग का रिकॉर्ड
कोरोना वायरस से संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर लागू लॉक डाउन के दौरान रेलवे जरूरी सामान की आपूर्ति करने में लगा हुआ है. ऐसे में उत्तर रेलवे ने लॉक डाउन के दौरान खाद्यान्न लोडिंग का रिकॉर्ड बना दिया.
लखनऊ: राष्ट्र व्यापी लॉकडाउन के दौरान रेलवे देशभर में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के काम में लगा हुआ है. ऐसे मेंं अधिक मांग होने के कारण उत्तर रेलवे पर लदान की आवश्यकता का औसत 15 रैक प्रतिदिन से बढ़कर 51 रैक प्रतिदिन हो गया है. आवागमन की बाधाओं के साथ श्रमिकों और ट्रकों की कमी के बावजूद टर्मिनल्स पर माल की लोडिंग और अनलोडिंग के लिए भी रेलवे ने व्यवस्था की है. रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक 9 अप्रैल को सर्वाधिक 51 रैक खाद्यान्न की लोडिंग की गई. जो एक रिकॉर्ड है.
उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ला का कहना है कि, लॉकडाउन के बाद से उत्तर रेलवे राज्यों को खाद्यान्न की आपूर्ति करने में सबसे आगे है. इस अवधि के दौरान कुल खाद्यान्न लदान का लगभग 53% अकेले उत्तर रेलवे द्वारा किया गया है. उत्तर रेलवे ने खाद्यान्न के 573 रैकों (1.57 मिलियन टन) का लदान किया जो कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 0.90 मिलियन टन (135% ) अधिक है. उत्तर रेलवे ने 15.75 लाख टन, खाद्यान्न भेजा जो पिछले वर्ष से 137% अधिक है.
उन्होंने बताया कि उत्तर रेलवे ने 5000 टन खाद्यान्न भार वाली लम्बी दूरी की अन्नपूर्णा मालगाडि़यां चलाई हैं. ऐसी 25 अन्नपूर्णा मालगाड़ियां उत्तर रेलवे की तरफ से देश के विभिन्न भागों के लिए संचालित की गई हैं.