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यूपी में कोरोना की नई गाइडलाइन, 1 मरीज मिलने पर 20 मकान होंगे सील

यूपी में कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर से उछाल आया है और पिछले 24 घंटे में चार हजार से ज्यादा नए मामले आए हैं, वहीं संक्रमण से 31 लोगों की मौत हुई है. कोरोना के कहर को देखते हुए यूपी में नई गाइडलाइन जारी की गई है.

यूपी में कोरोना की नई गाइडलाइन
यूपी में कोरोना की नई गाइडलाइन
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Published : Apr 4, 2021, 9:21 PM IST

Updated : Apr 5, 2021, 9:53 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर घातक होती जा रही है, जिसको देखते हुए यूपी सरकार ने सख्त कदम उठाएं हैं. संक्रमण रोकने के लिए यूपी के मुख्य सचिव आर के तिवारी ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस के आला अधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं.

  • शहरी इलाकों में कोरोना मरीज मिलने पर इलाका कंटेनमेंट जोन घोषित होगा.
  • एक मरीज मिलने पर 20 मकानों का इलाका सील होगा.
  • एक से अधिक केस मिलने पर 60 मकानों का इलाका सील कर दिया जाएगा.
  • कंटेनमेंट जोन में लोगों का आवागमन बंद हो जाएगा, वहां के लोगों को 14 दिन तक इसी स्थिति में रहना पड़ेगा.
  • इलाके में सर्विलांस टीम सर्वे और जांच करेंगी.
  • बहुमंजिले अपार्टमेंट के लिए नियम कुछ अलग होंगे.
  • एक मरीज मिलने पर अपार्टमेंट की उस मंजिल को बंद कर दिया जाएगा.
  • एक से अधिक मरीज मिलने पर ग्रुप हाउसिंग का संबंधित ब्‍लॉक सील होगा.
  • 14 दिनों तक एक भी मरीज न मिलने पर ही कंटेनमेंट जोन समाप्त होगा.

कोविड अस्पतालों में बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए: मुख्यमंत्री

वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर कोविड-19 के सम्बंध में समीक्षा की. उन्होंने कहा कि कोविड अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. एम्बुलेंस सेवाओं को सुचारु रूप से संचालित किया जाए. उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमित मरीजों को एम्बुलेंस और बेड की उपलब्धता के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही पाए जाने पर सम्बन्धित के विरुद्ध जवाबदेही तय करते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, वाराणसी, गाजियाबाद तथा गौतमबुद्धनगर में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं.


इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ के एसजीपीजीआई, केजीएमयू तथा डाॅ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में कोविड-19 से संक्रमित रोगियों के लिए बेडों की संख्या तत्काल बढ़ाए जाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि यह संस्थान कोविड संक्रमण के दृष्टिगत अपनी तैयारियां सुनिश्चित कर लें. इसके अलावा, जिन जनपदों में कोविड-19 संक्रमण में वृद्धि हुई है, उन जनपदों में भी बचाव और उपचार की सभी व्यवस्थाएं की जाएं. सीएम ने कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर जवाबदेही तय की जाएगी.

'एम्बुलेंस व्यवस्था को रखा जाए छूट दुरुस्त'
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के सम्बन्ध में एम्बुलेंस सेवाओं को चुस्त-दुरुस्त रखे जाने के निर्देश देते हुए कहा कि एम्बुलेंस की संख्या में किसी भी प्रकार की कमी न हो. एम्बुलेंस के लिए किसी भी मरीज को इंतजार न करना पड़े. उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा स्वास्थ्य विभाग के सम्बन्धित अधिकारी पूरी सावधानी और सतर्कता के साथ काम करें. इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जाए.


कोविड-19 अस्पतालों में नोडल अधिकारी तैनात करने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों में नोडल अधिकारी तैनात किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि, मरीजों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए. अस्पतालों में सुविधाओं व चिकित्सा व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए. सीएम ने प्रत्येक जनपद में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर को पूरी क्षमता के साथ संचालित किए जाने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड अस्पतालों में चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की निरन्तर उपलब्धता रहे. ऑक्सीजन, वेण्टीलेटर्स तथा दवाइयों की भी उपलब्धता आवश्यकतानुसार सुनिश्चित की जाए. कोविड अस्पतालों में वरिष्ठ डाॅक्टर्स निरन्तर राउण्ड पर रहें. मरीज तथा उसके परिवार से लगातार संवाद रखा जाए. होम आइसोलेशन में कोरोना संक्रमित मरीजों को लगातार माॅनीटर किया जाए और आवश्यकता पड़ने पर तुरन्त अस्पताल में उन्हें भर्ती किया जाए.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर घातक होती जा रही है, जिसको देखते हुए यूपी सरकार ने सख्त कदम उठाएं हैं. संक्रमण रोकने के लिए यूपी के मुख्य सचिव आर के तिवारी ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस के आला अधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं.

  • शहरी इलाकों में कोरोना मरीज मिलने पर इलाका कंटेनमेंट जोन घोषित होगा.
  • एक मरीज मिलने पर 20 मकानों का इलाका सील होगा.
  • एक से अधिक केस मिलने पर 60 मकानों का इलाका सील कर दिया जाएगा.
  • कंटेनमेंट जोन में लोगों का आवागमन बंद हो जाएगा, वहां के लोगों को 14 दिन तक इसी स्थिति में रहना पड़ेगा.
  • इलाके में सर्विलांस टीम सर्वे और जांच करेंगी.
  • बहुमंजिले अपार्टमेंट के लिए नियम कुछ अलग होंगे.
  • एक मरीज मिलने पर अपार्टमेंट की उस मंजिल को बंद कर दिया जाएगा.
  • एक से अधिक मरीज मिलने पर ग्रुप हाउसिंग का संबंधित ब्‍लॉक सील होगा.
  • 14 दिनों तक एक भी मरीज न मिलने पर ही कंटेनमेंट जोन समाप्त होगा.

कोविड अस्पतालों में बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए: मुख्यमंत्री

वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर कोविड-19 के सम्बंध में समीक्षा की. उन्होंने कहा कि कोविड अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. एम्बुलेंस सेवाओं को सुचारु रूप से संचालित किया जाए. उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमित मरीजों को एम्बुलेंस और बेड की उपलब्धता के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही पाए जाने पर सम्बन्धित के विरुद्ध जवाबदेही तय करते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, वाराणसी, गाजियाबाद तथा गौतमबुद्धनगर में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं.


इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ के एसजीपीजीआई, केजीएमयू तथा डाॅ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में कोविड-19 से संक्रमित रोगियों के लिए बेडों की संख्या तत्काल बढ़ाए जाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि यह संस्थान कोविड संक्रमण के दृष्टिगत अपनी तैयारियां सुनिश्चित कर लें. इसके अलावा, जिन जनपदों में कोविड-19 संक्रमण में वृद्धि हुई है, उन जनपदों में भी बचाव और उपचार की सभी व्यवस्थाएं की जाएं. सीएम ने कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर जवाबदेही तय की जाएगी.

'एम्बुलेंस व्यवस्था को रखा जाए छूट दुरुस्त'
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के सम्बन्ध में एम्बुलेंस सेवाओं को चुस्त-दुरुस्त रखे जाने के निर्देश देते हुए कहा कि एम्बुलेंस की संख्या में किसी भी प्रकार की कमी न हो. एम्बुलेंस के लिए किसी भी मरीज को इंतजार न करना पड़े. उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा स्वास्थ्य विभाग के सम्बन्धित अधिकारी पूरी सावधानी और सतर्कता के साथ काम करें. इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जाए.


कोविड-19 अस्पतालों में नोडल अधिकारी तैनात करने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों में नोडल अधिकारी तैनात किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि, मरीजों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए. अस्पतालों में सुविधाओं व चिकित्सा व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए. सीएम ने प्रत्येक जनपद में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर को पूरी क्षमता के साथ संचालित किए जाने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड अस्पतालों में चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की निरन्तर उपलब्धता रहे. ऑक्सीजन, वेण्टीलेटर्स तथा दवाइयों की भी उपलब्धता आवश्यकतानुसार सुनिश्चित की जाए. कोविड अस्पतालों में वरिष्ठ डाॅक्टर्स निरन्तर राउण्ड पर रहें. मरीज तथा उसके परिवार से लगातार संवाद रखा जाए. होम आइसोलेशन में कोरोना संक्रमित मरीजों को लगातार माॅनीटर किया जाए और आवश्यकता पड़ने पर तुरन्त अस्पताल में उन्हें भर्ती किया जाए.

Last Updated : Apr 5, 2021, 9:53 AM IST
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