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लखनऊ: डोनर की कोरोना जांच अनिवार्य नहीं, स्क्रीनिंग के बाद रक्तदाता कर सकेंगे रक्तदान

कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इसका असर अब स्वास्थ्य सेवाओं पर भी पड़ने लगा है. अब आने वाले दिनों में कोरोना के संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सके और ब्लड बैंक में खून की कमी भी न हो, इसके लिए अब यह तय हुआ कि रक्तदाता स्क्रीनिंग के बाद ही रक्तदान कर पाएंगे.

लखनऊ
रक्तदान के लिए निर्देश
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Published : Jun 10, 2020, 3:58 PM IST

लखनऊ: देश भर में कोरोना वायरस से हर स्तर पर स्वास्थ्य विभाग लड़ने की तैयारियां कर रहा है. बीते दिनों कोरोना वायरस के तमाम मरीज तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं. इस महामारी का असर ऐसा हो चला है कि उत्तर प्रदेश की तमाम व्यवस्थाएं पूरी तरह से ठप हैं. इसके बाद अब कोरोना वायरस ने अपना असर स्वास्थ्य सेवाओं पर भी दिखाना शुरू कर दिया है. राजधानी लखनऊ को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जाना जाता है.

राजधानी लखनऊ के ब्लड बैंक में ब्लड की कमी न होने पाए और इसके साथ-साथ ब्लड बैंक में कोरोना के संक्रमण से लोगों को बचाया जा सके, इसके लिए अब ब्लड बैंक और सभी अस्पतालों में गंभीर मरीजों के इलाज के साथ-साथ अन्य दोनों रक्तदाता के लिए स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. इससे रक्त की कमी ब्लड बैंक में नहीं होने पाएगी और कोरोना के संक्रमण से भी लोगों को बचाया जा सकेगा. इन सबके लिए रक्तदाता की कोरोना जांच अनिवार्य नहीं होगी. कोरोना के संक्रमण को देखते हुए गंभीर मरीजों के इलाज में किसी भी तरह की कोई समस्या न आने पाए. साथ ही कोरोना के संक्रमण को फैलने से बचाया जा सके, इसके लिए केंद्र सरकार ने रक्तदाता और ब्लड बैंक को लेकर अपनी गाइडलाइंस जारी की है. इसके तहत ही अब रक्तदाता रक्तदान कर सकेंगे.

नई गाइडलाइंस के तहत यह तय हुआ है कि रक्तदाता की रक्तदान से पहले स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाएगी. इसमें उसकी ट्रैवल हिस्ट्री और स्वास्थ्य से संबंधित तमाम जानकारियां काउंसलर के माध्यम से ब्लड बैंक में रक्तदाता को देनी होगी. इसके बाद ही रक्तदाता रक्तदान कर पाएगा और रक्तदाता को कोरोना जांच की आवश्यकता नहीं है. यदि रक्तदाता कोरोना संदिग्ध लगता है तो उस रक्तदाता का रक्त नहीं लिया जाएगा. नई गाइडलाइंस में रक्तदाता के बारे में उनके स्वास्थ्य संबंधित सवाल रहेंगे. इसमें बीते 2 हफ्ते में खांसी, जुकाम, बुखार, गले में इन्फेक्शन की शिकायत यदि रक्तदाता को होगी तो यह रक्तदाता अपना रक्तदान नहीं कर पाएगा. यह काउंसलिंग में ही तय किया जाएगा कि यह रक्तदाता दान कर पाएंगे या नहीं.

कोरोना की वजह से हुई ब्लड के स्टॉक में कमी

ब्लड बैंक में ब्लड के स्टॉक में कमी का सबसे बड़ा कारण कोरोना की महामारी है. दरअसल, बीते करीब डेढ़-दो महीने से कोरोना वायरस ने अपना कहर देश में दिखाना शुरू कर दिया. इसके बाद प्रदेश और राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस को लेकर के तमाम तरह की तैयारियां स्वास्थ्य विभाग की ओर से की गईं और कोरोना वायरस को लेकर के ब्लड बैंक को गाइडलाइंस जारी की गईं. इसके बाद से ही राजधानी लखनऊ में लॉकडाउन चल रहा है. इसकी वजह से रक्तदान शिविर का आयोजन अस्पतालों की ओर से नहीं किया जा रहा है. वहीं अब नई गाइडलाइंस के तहत ब्लड बैंकों में रक्त लिया जाएगा.

लखनऊ: देश भर में कोरोना वायरस से हर स्तर पर स्वास्थ्य विभाग लड़ने की तैयारियां कर रहा है. बीते दिनों कोरोना वायरस के तमाम मरीज तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं. इस महामारी का असर ऐसा हो चला है कि उत्तर प्रदेश की तमाम व्यवस्थाएं पूरी तरह से ठप हैं. इसके बाद अब कोरोना वायरस ने अपना असर स्वास्थ्य सेवाओं पर भी दिखाना शुरू कर दिया है. राजधानी लखनऊ को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जाना जाता है.

राजधानी लखनऊ के ब्लड बैंक में ब्लड की कमी न होने पाए और इसके साथ-साथ ब्लड बैंक में कोरोना के संक्रमण से लोगों को बचाया जा सके, इसके लिए अब ब्लड बैंक और सभी अस्पतालों में गंभीर मरीजों के इलाज के साथ-साथ अन्य दोनों रक्तदाता के लिए स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. इससे रक्त की कमी ब्लड बैंक में नहीं होने पाएगी और कोरोना के संक्रमण से भी लोगों को बचाया जा सकेगा. इन सबके लिए रक्तदाता की कोरोना जांच अनिवार्य नहीं होगी. कोरोना के संक्रमण को देखते हुए गंभीर मरीजों के इलाज में किसी भी तरह की कोई समस्या न आने पाए. साथ ही कोरोना के संक्रमण को फैलने से बचाया जा सके, इसके लिए केंद्र सरकार ने रक्तदाता और ब्लड बैंक को लेकर अपनी गाइडलाइंस जारी की है. इसके तहत ही अब रक्तदाता रक्तदान कर सकेंगे.

नई गाइडलाइंस के तहत यह तय हुआ है कि रक्तदाता की रक्तदान से पहले स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाएगी. इसमें उसकी ट्रैवल हिस्ट्री और स्वास्थ्य से संबंधित तमाम जानकारियां काउंसलर के माध्यम से ब्लड बैंक में रक्तदाता को देनी होगी. इसके बाद ही रक्तदाता रक्तदान कर पाएगा और रक्तदाता को कोरोना जांच की आवश्यकता नहीं है. यदि रक्तदाता कोरोना संदिग्ध लगता है तो उस रक्तदाता का रक्त नहीं लिया जाएगा. नई गाइडलाइंस में रक्तदाता के बारे में उनके स्वास्थ्य संबंधित सवाल रहेंगे. इसमें बीते 2 हफ्ते में खांसी, जुकाम, बुखार, गले में इन्फेक्शन की शिकायत यदि रक्तदाता को होगी तो यह रक्तदाता अपना रक्तदान नहीं कर पाएगा. यह काउंसलिंग में ही तय किया जाएगा कि यह रक्तदाता दान कर पाएंगे या नहीं.

कोरोना की वजह से हुई ब्लड के स्टॉक में कमी

ब्लड बैंक में ब्लड के स्टॉक में कमी का सबसे बड़ा कारण कोरोना की महामारी है. दरअसल, बीते करीब डेढ़-दो महीने से कोरोना वायरस ने अपना कहर देश में दिखाना शुरू कर दिया. इसके बाद प्रदेश और राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस को लेकर के तमाम तरह की तैयारियां स्वास्थ्य विभाग की ओर से की गईं और कोरोना वायरस को लेकर के ब्लड बैंक को गाइडलाइंस जारी की गईं. इसके बाद से ही राजधानी लखनऊ में लॉकडाउन चल रहा है. इसकी वजह से रक्तदान शिविर का आयोजन अस्पतालों की ओर से नहीं किया जा रहा है. वहीं अब नई गाइडलाइंस के तहत ब्लड बैंकों में रक्त लिया जाएगा.

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