लखनऊ : गोंडा के तरबगंज स्थित सीएचसी में नर्स की लापरवाही से नवजात की मृत्यु व प्रसूता की हालत गंभीर होने के प्रकरण को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने इस मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए सीएमओ गोंडा से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का कहना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि सरकारी अस्पताल के डॉक्टर रोगियों को जांच के लिए न दौड़ाएं. सुविधा उपलब्ध होने पर अस्पताल में ही जांच कराएं. समय पर बीमारी की पहचान होने से इलाज आसान हो जाता है. देरी से बीमारी के बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है. यदि रोगी को जांच के लिए दूसरे संस्थान में रेफर कर रहे हैं, तो उसकी स्पष्ट वजह भी बताएं. शनिवार को यह निर्देश उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दिए हैं.
उप मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के सीएमओ, अस्पतालों के सीएमएस, निदेशक व कुलपति को जांच की व्यवस्था को और बेहतर करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि ज्यादातर जिलों के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त सीटी स्कैन जांच की सुविधा उपलब्ध है. लिहाजा रोगियों की जिले के सरकारी अस्पतालों में ही जांच कराई जाए. मेडिकोलीगल जांच भी नजदीक के अस्पताल में ही कराई जाए. यदि दूसरे जिले में किसी को सीटी स्कैन जांच के लिए भेजा जा रहा है तो उसकी स्पष्ट वजह भी बताई जाए. ताकि शहर के बड़े अस्पतालों में रोगी की आसानी से जांच हो सके. इससे जांच की सुविधा में अवरोध के कारणों का भी समय पर पता चल सकेगा. उसे निस्तारित भी किया जा सकेगा. सीटी, एमआरआई, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड समेत दूसरी जांच की वेटिंग खत्म की जाए. रोगियों को जांच के लिए इंतजार न कराया जाए.
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