लखनऊ : डोर टू डोर कूडा कलेक्शन व झाडू लगाने के लिए नगर निगम ने चौथी बार पैकेज वार टेंडर निकाला है. इसमें एक दागदार कंपनी के साथ देश की कई नामी कंपनियों ने निविदा डाली है. आखिरी दिन कुल 13 कंपनियों ने टेंडर डाले. अब इन कंपनियों की टेक्निकल बिड खोली जाएगी. राजधानी में कूड़ा कलेक्शन तथा सफाई के लिए चौथी बार टेंडर कराया गया. 19 दिसंबर को अंतिम दिन तीन पॉकेट की साफ सफाई के लिए कुल 13 कंपनियां आई हैं. इनमें चेन्नई, मुम्बई, बेंगलुरु तथा इंदौर में काम करने वाली कम्पनियां भी हैं.
दागदार कंपनी ने भी टेंडर डाला : लखनऊ की एक दागदार कंपनी ने भी टेंडर डाला है. यह कंपनी पहले से ही शहर में सफाई का काम रही है. उसका काम बेहद घटिया रहा है. उसके पास कर्मचारी ही नहीं हैं. लगातार जुमार्ना लगाने की कार्रवाई की जाती रही है. कुछ अधिकारियों तथा नेताओं तक इस कंपनी की पहुंच है. इसी वजह से वह लोग इस दागदार कंपनी को भी काम दिलाने के प्रयास में लगे हैं. अब इन कंपनियों का तकनीकी परीक्षण होगा. परीक्षण में पास होने वाली कंपनियों को काम देने की तैयारी है.
पेट डॉग लाइसेंस चेकिंग अभियान : नगर निगम ने मंगलवार को भी पेट डॉग लाइसेंस चेकिंग अभियान चलाया. प्रवर्तन दल तथा डॉग कैचिंग स्क्वाड के साथ पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा के नेतृत्व में आशियाना, बंगला बाजार, पराग रोड, छऊ कॉलोनी, पाॅवर हाउस चौराहा आदि क्षेत्र में अभियान चलाते हुए बिना लाइसेंस श्वान टहलाते हुए पाए गए लोगों से कुल 33 हजार रुपये जुमार्ना लगाया गया. इस दौरान एक-एक पोमेरियन, डाबरमैन को जब्त भी किया गया. बाद में जुमार्ना देने के बाद छोड़ दिया गया. लाइसेंस चेक करने व जुर्माना वसूलने की कार्रवाई के दौरान टीम को लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा. महिलाओं के साथ नोकझोंक भी हुई. मौके पर सात लोगों के डॉग लाइसेंस भी बनाए गए. लाइसेंस चेकिंग अभियान को चलता देख कई लोग अपने श्वान को लेकर भागते दिखे. कई का लाइसेंस और वैक्सीनेशन कार्ड बना हुआ था. दो दिनों के अभियान में कुल 53 हजार रुपये जुमार्ना तथा 11 लोगों के मौके पर लाइसेंस बनाए गए.