लखनऊः राजधानी में शनिवार सुबह बोकारो स्टील प्लांट से ऑक्सीजन पहुंचने के बाद भी मरीजों तक आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई है. ऑक्सीजन के अभाव में बड़ी संख्या में मरीज रोज दम तोड़ रहे हैं. देर रात तक लखनऊ के श्मशान घाटों पर बड़ी संख्या में लोग अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने के लिए बारी का इंतजार करते रहे.
सरकारी आंकड़े में 42 की मौत
सरकारी आंकड़ों में शनिवार को जिले में 5461 मरीज संक्रमित घोषित किए गए, जबकि 42 लोगों की संक्रमण से मौत हुई. जमीनी हकीकत की बात की जाए तो भैसा कुंड पर देर रात तक 98 डेड बॉडी आई. गुलाला घाट पर 40 से 45 डेड बॉडी देर रात तक आई थी. इसके साथ ही राजधानी में 21 और अन्य श्मशान घाट हैं, जहां पर बड़ी संख्या में डेड बॉडी लगातार आ रही और रात्रि तक अंतिम संस्कार होता रहा.
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मलिन बस्तियों में अभियान
राजधानी में लगातार बढ़ रहे संक्रमण को रोकने के लिए लखनऊ नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने अभियान चलाया है. रविवार को 300 से अधिक मलिन बस्तियों में अभियान चलाया गया. इसके साथ ही 309 मलिन बस्तियों में एकल अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान का मुख्य मकसद कोरोना संक्रमण को रोकना है. इस अभियान के अंतर्गत 80 मैकेनाइज्ड सिस्टम, 300 हैंड हेल्ड मशीनें, 300 डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन गाड़ियां लगाई गई हैं. अभियान में कुल 3000 कर्मचारी दो दिन कार्य करेंगे.