लखनऊ: प्रदेश सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए मिशन शक्ति अभियान शुरू किया है. इसी के तहत लखनऊ विश्वविद्यालय के कला एवं शिल्प महाविद्यालय में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस दौरान मंगलवार को कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण पर कविता, डांस और नाटक से नारी के विभिन्न रूपों को दर्शाया गया. वहीं छात्रों ने विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.
मिशन शक्ति कार्यक्रम का संक्षिप्त परिचय
मिशन शक्ति की संचालिका डॉ. अनीता कनोजिया ने बताया कि दूसरे दिन के कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना और सरस्वती वंदना से की गई. मिशन शक्ति कार्यक्रम का संक्षिप्त परिचय देते हुए उन्होंने कहा कि जहां नारियों का सम्मान होता है वहां देवता विराजते हैं. महिलाओं ने नव दुर्गा के रूप से समृद्ध कराते हुए नारी के महत्व एवं सम्मान को प्राप्त किया है. अतः महिलाओं को केंद्र में रखकर ही परिवार और समाज का विकास किया जा सकता है.
समाज की मानसिकता को सुधारने का उपदेश
इस अवसर पर मिशन शक्ति की सदस्य प्रोफेसर शीला मिश्रा ने महिलाओं की आवश्यकता के बारे में बताते हुए कहा कि नारी को इस सामाज में उपयोगी वस्तु समझा जाता है. इसलिए इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. ताकि इसके माध्यम से समाज की मानसिकता को सुधारा जा सके. इस दौरान कार्यक्रम में कविता, डांस और नाटक से नारी के विभिन्न रूपों को दर्शाया. साथ ही उनकी वेदना और उत्पीड़न को भी दिखाया गया. वहीं 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा भविष्य की उज्जवल कामना को करते हुए नाटक के रूप में दिखाया गया.