लखनऊः बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने संत रविदास जयंती पर उन्हें नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर बसपा सुप्रीमो ने कहा कि सामाजिक परिवर्तन के संतों की परंपरा में जाने-माने संत रविदास ने अपना सारा जीवन इंसानियत का संदेश देने में गुजारा और जाति भेद के खिलाफ आजीवन संघर्ष करते रहे. उनका संदेश राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए नहीं बल्कि सामाज सेवा व जनचेतना के लिए प्रयोग करने का ही था, जिसे वर्तमान में पूरी तरह से भुला दिया गया है. उन्होंने कहा कि संत रविदास के आदर्शों पर चलकर केंद्र व राज्य सरकारें जनता को महंगाई से राहत दिलाएं.
संत रविदास के संदेश की बहुत अहमियत
एक बयान जारी कर मायावती ने कहा कि आज के संकीर्ण व जातिवादी दौर में संत रविदास के मानवतावादी संदेश की बहुत ही अहमियत है और मन को हर लिहाज से चंगा करने की जरूरत है. संत रविदास ने जाति-भेदभाव पर कड़ा प्रहार करते हुये संदेश दिया है कि मानव जाति एक है. इसलिये सभी को समान समझकर प्रेम करना चाहिये. उन्होंने कहा कि बसपा के सत्ता में आने पर भदोही का नाम फिर से संत रविदास नगर रखा जाएगा, जिसे जातिवादी मानसिकता के तहत ही पिछली सपा सरकार ने बदल दिया है.
संतों की जयंती पर न हो नाटकबाजी
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि अब जबकि बसपा के नेतृत्व में इस समाज के लोग काफी कुछ संगठित व जागरूक हो रहे हैं. तो इनके वोटों की राजनीति के स्वार्थ में कांग्रेस, बीजेपी व अन्य विरोधी पार्टियों के लोग संतों, गुरुओं व महापुरुषों के जन्मदिन आदि के मौके पर तरह-तरह की नाटकबाजी करते नजर आते हैं. जिससे लोगों को बहुत ही सावधान रहना है.
मंहगाई से निजात दिलाए सरकार
देश के वर्तमान कठिन हालात पर टिप्पणी करते हुए मायावती ने कहा कि वर्तमान समय में कोरोना महामारी, गरीबी व बेरोजगारी आदि से अति-पीड़ित देश की करोड़ों जनता को सरकार से समर्थन व सहयोग की सख्त जरूरत है. इसलिए केंद्र व राज्य सरकारों का परमधर्म बनता है कि वे पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस आदि जरूरी चीजों के दामों को कम व नियंत्रित करके बढ़ती महंगाई पर रोक लगाकर जनता को राहत पहुंचाए.