हैदराबादः राजनीति अंगूठाछाप नेताओं की होती है. अब यह मिथक टूटने जा रहा है. अब राजनीति में पढ़े-लिखे नेताओं की एंट्री होने लगी है. पढ़ाई-लिखाई भी ऐसी-वैसी नहीं, कोई विदेश से मैनेजमेंट की डिग्री धारक है तो कोई पॉलिटिकल साइंस का विद्वान. य़ही नहीं राजनीति का मैदान अब डॉक्टर, आईपीएस, पूर्व आईएएस समेत कई विशेष योग्यता वाले लोगों को भी रास आने लगा है. अगर पढ़े-लिखे नेताओं वाले दल की बात की जाए तो मौजूदा समय में आम आदमी पार्टी इस रेस में सबसे आगे है. आप की ओर से यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में अभी तक बड़ी संख्या में पढ़े-लिखे उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है. चलिए जानते हैं इन्हीं नेताओं में कुछ विशेष योग्यता वालों के बारे में.
अखिलेश यादव आस्ट्रेलिया में पढ़े
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई इटावा के सेंट मैरी स्कूल से की थी. इसके बाद उनका दाखिला राजस्थान के ढोलपुर मिलिट्री स्कूल में हुआ. यहां से पढ़ाई पूरी करने के बाद अखिलेश यादव ऑस्ट्रेलिया चले गए. वहां से उन्होंने पर्यावरण इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर की डिग्री ली.
अपर्णा यादव के पास मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी की डिग्री
सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गईं अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू हैं. अभी तक उनके लखनऊ की कैंट सीट या फिर मैनपुर की करहल सीट से चुनाव लड़ने की चर्चाएं चल रहीं हैं. अपर्णा यादव मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशंस और पॉलिटिक्स में पोस्ट ग्रैजुएट हैं.
अमेरिका रिटर्न हैं अदिति सिंह
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी के टिकट से रायबरेली में चुनाव लड़ने जा रहीं अदिति सिंह की भी शैक्षिक योग्यता काफी अच्छी है. बाहुबली विधायक अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट स्टडीज में पोस्ट ग्रेजुएट हैं.
जयंत चौधरी लंदन से डिग्री लाए
राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस से अकाउंटिंग और फाइनेंस में एमएससी की डिग्री ली है.
नाहिद हसन आस्ट्रेलिया से बीबीए
कैराना विधान सभा सीट से सपा विधायक नाहिद हसन इस बार भी सपा और रालोद के संयुक्त उम्मीदवार हैं. वह सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे. उनकी मां सांसद रहीं तो उनके पिता मुन्नवर हसन के नाम सबसे कम उम्र में देश के चारों सदन का सदस्य बनने का रिकॉर्ड भी है. उन्होंने 2010 में हेल्मस इंस्टिट्यूट ऑफ ऑस्ट्रेलिया से बीबीए किया था.
चंद्रशेखर आजाद भी लॉ बैचलर
गोरखपुर में सीएम योगी के खिलाफ ताल ठोक रहे आजाद समाज पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने देहरादून के डीएवी कॉलेज से लॉ में बैचलर डिग्री हासिल की है. उन्हें हायर एजुकेशन के लिए अमेरिका जाना था लेकिन उन्होंने दलित एक्टिविस्ट बनने का फैसला लिया.
आईपीएस हैं असीम अरुण
कानपुर के पुलिस कमिश्नर पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने वाले आईपीएस असीम अरुण इस बार कन्नौज से चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं. आईपीएस अधिकारी होने के नाते उनका भी शैक्षणिक स्तर काफी अच्छा है.
सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी भी मैदान में
बारा विधान सभा सीट से सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी कन्हैया लाल को आप ने टिकट दिया है. वह राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सचिव रह चुके हैं.
भोजीपुरा से डॉक्टर मैदान में
आम आदमी पार्टी ने बरेली की भोजीपुरा सीट से डॉक्टर को मैदान में उतारा है. इनका नाम है डॉ. महेंद्र पाल सिंह.
छिबरामऊ सीट से भी डॉक्टर
कन्नौज की छिबरामऊ सीट से आम आदमी पार्टी ने डा. चंद्रकांत यादव को टिकट थमाया है. वह इस बार यहां विपक्षियों को चुनौती देते नजर आएंगे.
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सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे नेता आप ने उतारे
आम आदमी पार्टी ने अभी तक सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे नेताओं को टिकट थमाया है. इनमें कई नेता डॉक्टर, इंजीनियर, रिटाय़र आईपीएस, पीजी और यूजी शामिल हैं. आप ने दिल्ली की तर्ज पर ही पढ़े-लिखे लोगों का पहले इंटरव्यू लिया और फिर उनमें से अच्छे लोगों को छांटकर उम्मीदवार बनाया.
ये रहे 2017 के विधानसभा चुनाव के पढ़े-लिखे नेता
- अपर्णा यादव, लखनऊ कैंट- मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशंस और पॉलिटिक्स में पोस्ट ग्रैजुएट
- संदीप सिंह, अतरौली- यूके की लीड्स यूनिवर्सिटी से पब्लिक रिलेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन.
- अदिति सिंह, रायबरेली सदर- अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी से अदिति ने मैनेजमेंट स्टडीज में पोस्ट ग्रैजुएट.
- नाहिद हसन, कैराना- हेल्मस इंस्टिट्यूट ऑफ ऑस्ट्रेलिया से बीबीए.
- तनुज पुनिया, जैदपुर - आइआइटी-रुड़की से केमिकल इंजिनियरिंग की डिग्री.
- अनुराग भदौरिया, लखनऊ पूर्व- आइआइएम कोलकाता से पढ़ाई.
- सतीश चन्द्र द्विवेदी, इटावा- गौतमबुद्ध पीजी कॉलेज में इकनॉमिक्स के असोसिएट प्रोफेसर.
- सुधीर पंवार, थानाभवन (शामली)- लखनऊ यूनिवर्सिटी में जीव विज्ञान के विभागाध्यक्ष.
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