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योगी सरकार के चार साल, शिक्षा में हुए यह बदलाव - यूपी प्राथमिक शिक्षा

योगी सरकार (yogi sarkar) के चार साल पूरे हो गए हैं. इन चार वर्षो में प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक में बड़े बदलाव के दावे किए गए. सरकारी आंकड़ों की बात करें तो सिर्फ सरकारी प्राइमरी स्कूलों में न केवल 1.20 लाख शिक्षकों की भर्ती की गई, बल्कि 93 हजार से अधिक प्राथमिक विद्यलायों की सूरत को ही बदल डाला गया. कक्षाओं में टायल्‍स, कुर्सी मेज, दीवारों पर आकर्षक कलाकृतियां, पीने के लिए स्‍वच्‍छ पानी, खेल सामग्री के साथ स्‍मार्ट क्‍लास बनवाए गए.

योगी सरकार के चार साल.
योगी सरकार के चार साल.
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Published : Mar 19, 2021, 1:56 AM IST

Updated : Mar 19, 2021, 9:32 AM IST

लखनऊः योगी सरकार (yogi sarkar) दावा कर रही है कि जिन सरकारी प्राइमरी स्कूलों में बच्चे पहले ठीक से हिंदी नहीं बोल पाते थे. वह बच्चे अब अंग्रेजी में बात कर रहे हैं. लखनऊ का प्राथमिक विद्यालय नरही, प्राथमिक विद्यालय मोहरिकला, प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर, प्राथमिक विद्यालय बाजूपुर, प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर समेत प्रदेश के सैकड़ों स्‍कूल आज निजी विद्यालयों का टक्‍कर दे रहे हैं. बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी का कहना है कि प्रदेश में कोई भी प्राथमिक विद्यालय अब शिक्षक विहीन नहीं है. मिशन प्रेरणा के तहत बच्‍चों में शिक्षा की गुणवत्‍ता को बढ़ाया गया. प्राथमिक शिक्षा में बदलाव की बयार का ही नतीजा है कि चार साल में प्राथमिक विद्यालयों में 54 लाख छात्र बढ़ गए.

योगी सरकार के चार साल.

यह है प्राथमिक शिक्षा की स्थिति

  • 93 हजार से अधिक प्राथमिक विद्यलायों की सूरत बदली
  • 1.20 लाख शिक्षकों की भर्ती की गई
  • 54 लाख छात्र प्राइमरी स्कूलों में बढ़ गए
  • 1.84 करोड़ बच्‍चों को निशुल्‍क पाठ्य पुस्‍तकें
  • 1.61 करोड़ छात्रों को यूनिफार्म
  • 1.83 करोड़ छात्रों को बैग
    योगी सरकार के चार साल.
    योगी सरकार के चार साल.

माध्यमिक शिक्षाः नकल माफियाओं की तोड़ी कमर, नए स्कूल शुरू किए

यूपी बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन बनाने और शिक्षा माफियाओं पर लगाम कसने का काम शुरू किया गया. दावा है कि इसके लिए अमूलचूक परिवर्तन किए गए. यूपी बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन बनाने के लिए ऑनलाइन परीक्षा केन्‍द्रों का निर्धारण शुरू किया गया. कक्षा 9 और 11 के ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हुए. छात्रों का सत्र नियमित किया जा सका. कोरोना काल में छात्रों की शिक्षण कार्य बंद न हो इसके लिए व्हाट्सऐप पर वर्चुअल कक्षाएं संचालित की गई. बल्कि टीवी चैनल के माध्यम से कक्षा 10 एवं 12 हेतु ई-कक्षाएं प्रारम्भ की गई. सरकार का दावा है कि स्कूल स्थापित करने से लेकर भ्रष्टाचार मुक्त माहौल देने की दिशा में काम किए गए हैं.

माध्यमिक शिक्षा के आंकड़े.
माध्यमिक शिक्षा के आंकड़े.

उच्च शिक्षाः कॉलेज से लेकर यूनिवर्सिटी तक लाए

उच्‍च शिक्षा हासिल कर रहे छात्र-छात्राओं को उत्‍कृष्‍ट श्रेणी की पाठय सामग्री ऑनलाइन उपलब्‍ध कराने से लेकर बेहतर विकल्प देने तक पर काम किया जा रहा है. सरकार का दावा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का ई-कंटेंट उपलब्ध कराने से लेकर नि:शुल्‍क अभ्‍युदय कोचिंग की सुविधा देने वाला उत्तर प्रदेश देश में अकेला राज्‍य है. जहां विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए छात्रों को साक्षात प्रशिक्षण/ऑनलाइन प्रशिक्षण/सलाह दिए जाने के लिए प्रत्येक मण्डल मुख्यालय पर नि:शुल्क प्रशिक्षण केन्द्रों का संचालन शुरू किया गया है. इसमें प्रदेश के टॉप शिक्षाविदों के साथ प्रशासनिक अधिकारी छात्रों का मार्गदर्शन कर रहे हैं. राजा महेन्‍द्र प्रताप सिंह राज्‍य विश्वविद्यालय अलीगढ़, डॉ. भीम राव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा और सहारनपुर राज्‍य विश्वविद्यालय की स्‍थापना की जा रही है.

राज्य विश्वविद्यालयों की होगी स्थापना.
राज्य विश्वविद्यालयों की होगी स्थापना.

इसे भी पढ़ें- योगी सरकार ने ऊर्जा क्षेत्र को दिया बृहद आकार, हर घर बिजली का सपना हुआ साकार

ये हैं बदलाव के सरकारी आंकड़े

  • 73468 से अधिक ई-कंटेंट पोर्टल पर उपलब्ध कराया
  • 51 राजकीय महाविद्यालयों की स्‍थापना की जा रही है
  • 28 नए निजी विश्वविद्यालय खुलने जा रहे हैं
  • 15 राज्य विश्वविद्यालयों में पं दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ की स्‍थापना की गई

प्राविधिक शिक्षाः पढ़ाई के साथ रोजगार के लिए कर रहे तैयार

योगी सरकार का दावा है कि युवाओं में कौशल विकास बढ़ाने के लिए इंडस्‍ट्री, कौशल विकास जैसी विधाओं में भी विश्वविद्यालय खोले जाने पर विचार कर रही है. भारत के प्रथम पुनर्वास विश्वविद्यालय के साथ-साथ खेल विश्वविद्यालय, फोरेंसिक विश्वविद्यालय, आयुष विश्वविद्यालय आदि भी खोले जा रहे हैं. युवाओं के कौशल विकास और उनको इंडस्‍ट्री से जोड़ कर रोजगार उपलब्‍ध कराने की दिशा में भी काम हो रहा है.

प्राविधिक शिक्षा में रोजगार.
प्राविधिक शिक्षा में रोजगार.

इसे भी पढ़ें- योगी सरकार के बेमिसाल 4 साल, धार्मिक पर्यटन में तेजी से आगे बढ़ रहा उत्तर प्रदेश

लखनऊः योगी सरकार (yogi sarkar) दावा कर रही है कि जिन सरकारी प्राइमरी स्कूलों में बच्चे पहले ठीक से हिंदी नहीं बोल पाते थे. वह बच्चे अब अंग्रेजी में बात कर रहे हैं. लखनऊ का प्राथमिक विद्यालय नरही, प्राथमिक विद्यालय मोहरिकला, प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर, प्राथमिक विद्यालय बाजूपुर, प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर समेत प्रदेश के सैकड़ों स्‍कूल आज निजी विद्यालयों का टक्‍कर दे रहे हैं. बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी का कहना है कि प्रदेश में कोई भी प्राथमिक विद्यालय अब शिक्षक विहीन नहीं है. मिशन प्रेरणा के तहत बच्‍चों में शिक्षा की गुणवत्‍ता को बढ़ाया गया. प्राथमिक शिक्षा में बदलाव की बयार का ही नतीजा है कि चार साल में प्राथमिक विद्यालयों में 54 लाख छात्र बढ़ गए.

योगी सरकार के चार साल.

यह है प्राथमिक शिक्षा की स्थिति

  • 93 हजार से अधिक प्राथमिक विद्यलायों की सूरत बदली
  • 1.20 लाख शिक्षकों की भर्ती की गई
  • 54 लाख छात्र प्राइमरी स्कूलों में बढ़ गए
  • 1.84 करोड़ बच्‍चों को निशुल्‍क पाठ्य पुस्‍तकें
  • 1.61 करोड़ छात्रों को यूनिफार्म
  • 1.83 करोड़ छात्रों को बैग
    योगी सरकार के चार साल.
    योगी सरकार के चार साल.

माध्यमिक शिक्षाः नकल माफियाओं की तोड़ी कमर, नए स्कूल शुरू किए

यूपी बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन बनाने और शिक्षा माफियाओं पर लगाम कसने का काम शुरू किया गया. दावा है कि इसके लिए अमूलचूक परिवर्तन किए गए. यूपी बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन बनाने के लिए ऑनलाइन परीक्षा केन्‍द्रों का निर्धारण शुरू किया गया. कक्षा 9 और 11 के ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हुए. छात्रों का सत्र नियमित किया जा सका. कोरोना काल में छात्रों की शिक्षण कार्य बंद न हो इसके लिए व्हाट्सऐप पर वर्चुअल कक्षाएं संचालित की गई. बल्कि टीवी चैनल के माध्यम से कक्षा 10 एवं 12 हेतु ई-कक्षाएं प्रारम्भ की गई. सरकार का दावा है कि स्कूल स्थापित करने से लेकर भ्रष्टाचार मुक्त माहौल देने की दिशा में काम किए गए हैं.

माध्यमिक शिक्षा के आंकड़े.
माध्यमिक शिक्षा के आंकड़े.

उच्च शिक्षाः कॉलेज से लेकर यूनिवर्सिटी तक लाए

उच्‍च शिक्षा हासिल कर रहे छात्र-छात्राओं को उत्‍कृष्‍ट श्रेणी की पाठय सामग्री ऑनलाइन उपलब्‍ध कराने से लेकर बेहतर विकल्प देने तक पर काम किया जा रहा है. सरकार का दावा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का ई-कंटेंट उपलब्ध कराने से लेकर नि:शुल्‍क अभ्‍युदय कोचिंग की सुविधा देने वाला उत्तर प्रदेश देश में अकेला राज्‍य है. जहां विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए छात्रों को साक्षात प्रशिक्षण/ऑनलाइन प्रशिक्षण/सलाह दिए जाने के लिए प्रत्येक मण्डल मुख्यालय पर नि:शुल्क प्रशिक्षण केन्द्रों का संचालन शुरू किया गया है. इसमें प्रदेश के टॉप शिक्षाविदों के साथ प्रशासनिक अधिकारी छात्रों का मार्गदर्शन कर रहे हैं. राजा महेन्‍द्र प्रताप सिंह राज्‍य विश्वविद्यालय अलीगढ़, डॉ. भीम राव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा और सहारनपुर राज्‍य विश्वविद्यालय की स्‍थापना की जा रही है.

राज्य विश्वविद्यालयों की होगी स्थापना.
राज्य विश्वविद्यालयों की होगी स्थापना.

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ये हैं बदलाव के सरकारी आंकड़े

  • 73468 से अधिक ई-कंटेंट पोर्टल पर उपलब्ध कराया
  • 51 राजकीय महाविद्यालयों की स्‍थापना की जा रही है
  • 28 नए निजी विश्वविद्यालय खुलने जा रहे हैं
  • 15 राज्य विश्वविद्यालयों में पं दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ की स्‍थापना की गई

प्राविधिक शिक्षाः पढ़ाई के साथ रोजगार के लिए कर रहे तैयार

योगी सरकार का दावा है कि युवाओं में कौशल विकास बढ़ाने के लिए इंडस्‍ट्री, कौशल विकास जैसी विधाओं में भी विश्वविद्यालय खोले जाने पर विचार कर रही है. भारत के प्रथम पुनर्वास विश्वविद्यालय के साथ-साथ खेल विश्वविद्यालय, फोरेंसिक विश्वविद्यालय, आयुष विश्वविद्यालय आदि भी खोले जा रहे हैं. युवाओं के कौशल विकास और उनको इंडस्‍ट्री से जोड़ कर रोजगार उपलब्‍ध कराने की दिशा में भी काम हो रहा है.

प्राविधिक शिक्षा में रोजगार.
प्राविधिक शिक्षा में रोजगार.

इसे भी पढ़ें- योगी सरकार के बेमिसाल 4 साल, धार्मिक पर्यटन में तेजी से आगे बढ़ रहा उत्तर प्रदेश

Last Updated : Mar 19, 2021, 9:32 AM IST
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