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एलयू की इस पहल से स्टूडेंट्स को बिजनेस आइडियाज पर मिलेगा पैसा

लखनऊ विश्वविद्यालय के कॉमर्स विभाग के हेड प्रो. अवधेश त्रिपाठी पीएम मोदी के ‘स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया’ कार्यक्रम के तहत एक योजना शुरु करने जा रहे हैं. इसके माध्यम से उन युवाओं को खास तौर पर मदद मिलेगी जो लघु उद्योग और दीर्घ उद्योग शुरु करने करना चाहते हैं.

एलयू और एलएमए के बीच 5 जनवरी को होगा एमओयू साइन.
एलयू और एलएमए के बीच 5 जनवरी को होगा एमओयू साइन.
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Published : Dec 29, 2020, 4:17 AM IST

लखनऊ : हमारे देश के बहुत से युवक-युवतियां अपना व्यवसाय शुरु करना चाहते हैं, लेकिन कई सारे नियम, कानून और पैसा उनके रास्ते में रोड़ा बन जाता है. इसी वजह से देश का अधिकांश युवा नौकरी की कतार में खड़ा नजर आता है. ऐसे ही ऊर्जावान और प्रतिभावान युवाओं की समस्याओं को दूर करने के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय के कॉमर्स विभाग के हेड प्रो. अवधेश त्रिपाठी पीएम मोदी के ‘स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया’ कार्यक्रम के तहत एक योजना शुरु करने जा रहे हैं.

प्रो.अवधेश त्रिपाठी ने बताया कि पीएम मोदी के ‘स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया’ कार्य को गति देने के उद्देश्य से एलयू और एलएमए के बीच 5 जनवरी को एमओयू साइन होगा. वहीं एलएमए के कॉर्डिनेटर देवेश अग्रवाल ने बताया कि इस एमओयू के तहत कॉमर्स विभाग में ‘एंटरप्रेन्योर’ सेल की स्थापना की जाएगी, जिसमें कॉमर्स के स्टूडेंट्स के लिए सेमिनार और वर्कशॉप आयोजित की जाएगी. इसके माध्यम से उन युवाओं को खास तौर पर मदद मिलेगी जो लघु उद्योग और दीर्घ उद्योग शुरु करने करना चाहते हैं.

‘स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया’ की मिलेगी जानकारी
उन्होंने बताया कि इसमें स्टूडेंट्स को पीएम मोदी के कार्यक्रम ‘स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया’ से जुड़ी सभी जानकारी और सरकार की उन योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, जिसमें सरकार उद्योग शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है. ताकि भविष्य में स्टूडेंट्स को पढ़ाई करने के बाद नौकरी के लिए कतारों में न खड़ा रहना पड़े.

स्टूडेंट्स को बिजनेस आइडियाज पर मिलेगा पैसा
कॉमर्स विभाग के हेड प्रो. अवधेश त्रिपाठी ने बताया कि इस योजना के तहत स्टूडेंट्स को पढ़ाई के साथ और पढ़ाई के बाद खुद का स्टार्ट अप कैसे शुरु करना है. इसके बारे में सिखाया जाएगा. इसके अलावा जिन स्टूडेंट्स को अपना स्टार्ट अप शुरु करने के लिए पैसे की जरुरत होगी. उन स्टूडेंट्स के बिजनेस आइडियाज को सरकार की उन स्कीम के तहत जोड़ने का प्रयास किया जाएगा, जहां से स्टूडेंट्स को अपने बिजनेस आइडियाज पर पैसा मिल सके.

यह है ‘स्टार्ट अप इंडिया स्टैंड अप इंडिया’
सितंबर 2015 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर गए थे.तब उन्होंने अमेरिका के सिलिकन वैली में लाखों स्टार्टअप कंपनियों को कार्य करते व रोजगार के अनगिनत संभवनाओं को पैदा होते हुए देखा. भारत वापस आने के बाद उन्होंने इस योजना पर काम करना शुरू कर दिया, जिसका परिणाम 16 जनवरी 2016 को भारत में एक नए कार्यक्रम “स्टार्ट अप इंडिया स्टैंड अप इंडिया ” की शुरुआत के रूप में सामने आया. पीएम इस योजना को प्रारंभ कर देश को एक मजबूत आर्थिक तंत्र में बदलना चाहते हैं.

स्टूडेंट्स के साथ होगा देश का विकास
कुलपति प्रो. अलोक कुमार राय ने बताया कि प्रधानमंत्री का कहना है कि जिस देश में लोगों को रोजगार मिलेगा. वहां आर्थिक समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा. इसी उद्देश्य से लखनऊ विश्वविद्यालय आगामी वर्ष में काफी कार्य करेगा, जिससे एलयू के स्टूडेंट्स के विकास के साथ देश का भी विकास हो सके.

लखनऊ : हमारे देश के बहुत से युवक-युवतियां अपना व्यवसाय शुरु करना चाहते हैं, लेकिन कई सारे नियम, कानून और पैसा उनके रास्ते में रोड़ा बन जाता है. इसी वजह से देश का अधिकांश युवा नौकरी की कतार में खड़ा नजर आता है. ऐसे ही ऊर्जावान और प्रतिभावान युवाओं की समस्याओं को दूर करने के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय के कॉमर्स विभाग के हेड प्रो. अवधेश त्रिपाठी पीएम मोदी के ‘स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया’ कार्यक्रम के तहत एक योजना शुरु करने जा रहे हैं.

प्रो.अवधेश त्रिपाठी ने बताया कि पीएम मोदी के ‘स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया’ कार्य को गति देने के उद्देश्य से एलयू और एलएमए के बीच 5 जनवरी को एमओयू साइन होगा. वहीं एलएमए के कॉर्डिनेटर देवेश अग्रवाल ने बताया कि इस एमओयू के तहत कॉमर्स विभाग में ‘एंटरप्रेन्योर’ सेल की स्थापना की जाएगी, जिसमें कॉमर्स के स्टूडेंट्स के लिए सेमिनार और वर्कशॉप आयोजित की जाएगी. इसके माध्यम से उन युवाओं को खास तौर पर मदद मिलेगी जो लघु उद्योग और दीर्घ उद्योग शुरु करने करना चाहते हैं.

‘स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया’ की मिलेगी जानकारी
उन्होंने बताया कि इसमें स्टूडेंट्स को पीएम मोदी के कार्यक्रम ‘स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया’ से जुड़ी सभी जानकारी और सरकार की उन योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, जिसमें सरकार उद्योग शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है. ताकि भविष्य में स्टूडेंट्स को पढ़ाई करने के बाद नौकरी के लिए कतारों में न खड़ा रहना पड़े.

स्टूडेंट्स को बिजनेस आइडियाज पर मिलेगा पैसा
कॉमर्स विभाग के हेड प्रो. अवधेश त्रिपाठी ने बताया कि इस योजना के तहत स्टूडेंट्स को पढ़ाई के साथ और पढ़ाई के बाद खुद का स्टार्ट अप कैसे शुरु करना है. इसके बारे में सिखाया जाएगा. इसके अलावा जिन स्टूडेंट्स को अपना स्टार्ट अप शुरु करने के लिए पैसे की जरुरत होगी. उन स्टूडेंट्स के बिजनेस आइडियाज को सरकार की उन स्कीम के तहत जोड़ने का प्रयास किया जाएगा, जहां से स्टूडेंट्स को अपने बिजनेस आइडियाज पर पैसा मिल सके.

यह है ‘स्टार्ट अप इंडिया स्टैंड अप इंडिया’
सितंबर 2015 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर गए थे.तब उन्होंने अमेरिका के सिलिकन वैली में लाखों स्टार्टअप कंपनियों को कार्य करते व रोजगार के अनगिनत संभवनाओं को पैदा होते हुए देखा. भारत वापस आने के बाद उन्होंने इस योजना पर काम करना शुरू कर दिया, जिसका परिणाम 16 जनवरी 2016 को भारत में एक नए कार्यक्रम “स्टार्ट अप इंडिया स्टैंड अप इंडिया ” की शुरुआत के रूप में सामने आया. पीएम इस योजना को प्रारंभ कर देश को एक मजबूत आर्थिक तंत्र में बदलना चाहते हैं.

स्टूडेंट्स के साथ होगा देश का विकास
कुलपति प्रो. अलोक कुमार राय ने बताया कि प्रधानमंत्री का कहना है कि जिस देश में लोगों को रोजगार मिलेगा. वहां आर्थिक समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा. इसी उद्देश्य से लखनऊ विश्वविद्यालय आगामी वर्ष में काफी कार्य करेगा, जिससे एलयू के स्टूडेंट्स के विकास के साथ देश का भी विकास हो सके.

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