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अपने ही आईटी और करामत कॉलेज जैसी भी NAAC ग्रेडिंग नहीं पा सका लखनऊ विश्वविद्यालय

लखनऊ विश्वविद्यालय लगातार खुद की रेटिंग बेहतर होने के दावे करता आ रहा है, लेकिन इसकी हकीकत कुछ और ही है. विश्वविद्यालय की ओर से जिन रैंकिंग के आधार पर तस्वीर बेहतर होने के दावे किए जा रहे हैं, वह ज्यादातर निजी संस्थानों की तरफ से जारी किए गए हैं.

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Published : May 12, 2021, 6:47 PM IST

लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन बीते कई दिनों से लगातार विश्वविद्यालय की तस्वीर बेहतर होने के दावे कर रहा है. ETV Bharat ने इन सभी रैंकिंग और विश्वविद्यालय की जमीनी हकीकत का पता लगाने की कोशिश की. इस दौरान कई चौंकाने वाले नतीजे सामने आए. विश्वविद्यालय की ओर से जिन रैंकिंग के आधार पर तस्वीर बेहतर होने के दावे किए जा रहे हैं, वह ज्यादातर निजी संस्थानों की तरफ से जारी किए गए हैं. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के स्वायत्त संस्थान राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) की ग्रेडिंग में तो विश्वविद्यालय की स्थिति उलटी नजर आ रही है.

यह भी पढ़ें: जब गांवों में हो रहा जांच और इलाज तो गंगा, यमुना में किसके आ रहे शव: अजय कुमार लल्लू


यह है हकीकत

  • विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के स्वायत्त संस्थान राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) की ग्रेडिंग की मानें तो बीते 20 वर्षों के दौरान लखनऊ विश्वविद्यालय अपने ही आईटी और करामत हुसैन मुस्लिम गर्ल्स पीजी कॉलेज के स्तर तक नहीं पहुंच पाया है. हकीकत यह है कि विश्वविद्यालय ने नैक मूल्यांकन के अगले चरण के लिए अभी तक आवेदन भी नहीं किया है.
  • लखनऊ विश्वविद्यालय ने पहली बार वर्ष 2002 में नैक मूल्यांकन कराया था. उस समय उसे 4 अंक मिले थे. 2014 में कराए गए दूसरे चरण के मूल्यांकन में लखनऊ विश्वविद्यालय को बी ग्रेड मिला, जिसकी वैधता 2019 में समाप्त हो चुकी है. यानि अभी विश्वविद्यालय के पास कोई ग्रेड नहीं है.
  • दूसरे राज्य के विश्वविद्यालयों की बात तो छोड़ दीजिए लखनऊ के ही कॉलेजों की स्थिति लखनऊ विश्वविद्यालय से ज्यादा बेहतर है. विश्वविद्यालय के आईटी कॉलेज ने सबसे पहले 2004 में मूल्यांकन कराया था. तब उसे ए ग्रेड मिला. दूसरी बार 2011 में कराए गए मूल्यांकन में भी आईटी कॉलेज को ए ग्रेड मिला. 2018 में तीसरे मूल्यांकन में बी प्लस मिला. यह अभी भी मान्य है.
  • गोमतीनगर स्थित जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट 2012 और 2017 में दो बार मूल्यांकन करवा चुका है और वर्तमान में संस्थान के पास नैक का ए ग्रेड है.
  • करामत हुसैन मुस्लिम गर्ल्स पीजी कॉलेज का नैक मूल्यांकन 2017 में हुआ था. वर्तमान में कॉलेज के पास बी प्लस का ग्रेड है. लखनऊ विश्वविद्यालय को यह ग्रेड कभी नहीं मिल पाया.
  • लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज ने वर्ष 2004 में नैक मूल्यांकन कराया था और उस समय उसे ए ग्रेड मिला था. नेशनल पीजी कॉलेज को 2014 में ए ग्रेड मिला.

लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन बीते कई दिनों से लगातार विश्वविद्यालय की तस्वीर बेहतर होने के दावे कर रहा है. ETV Bharat ने इन सभी रैंकिंग और विश्वविद्यालय की जमीनी हकीकत का पता लगाने की कोशिश की. इस दौरान कई चौंकाने वाले नतीजे सामने आए. विश्वविद्यालय की ओर से जिन रैंकिंग के आधार पर तस्वीर बेहतर होने के दावे किए जा रहे हैं, वह ज्यादातर निजी संस्थानों की तरफ से जारी किए गए हैं. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के स्वायत्त संस्थान राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) की ग्रेडिंग में तो विश्वविद्यालय की स्थिति उलटी नजर आ रही है.

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यह है हकीकत

  • विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के स्वायत्त संस्थान राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) की ग्रेडिंग की मानें तो बीते 20 वर्षों के दौरान लखनऊ विश्वविद्यालय अपने ही आईटी और करामत हुसैन मुस्लिम गर्ल्स पीजी कॉलेज के स्तर तक नहीं पहुंच पाया है. हकीकत यह है कि विश्वविद्यालय ने नैक मूल्यांकन के अगले चरण के लिए अभी तक आवेदन भी नहीं किया है.
  • लखनऊ विश्वविद्यालय ने पहली बार वर्ष 2002 में नैक मूल्यांकन कराया था. उस समय उसे 4 अंक मिले थे. 2014 में कराए गए दूसरे चरण के मूल्यांकन में लखनऊ विश्वविद्यालय को बी ग्रेड मिला, जिसकी वैधता 2019 में समाप्त हो चुकी है. यानि अभी विश्वविद्यालय के पास कोई ग्रेड नहीं है.
  • दूसरे राज्य के विश्वविद्यालयों की बात तो छोड़ दीजिए लखनऊ के ही कॉलेजों की स्थिति लखनऊ विश्वविद्यालय से ज्यादा बेहतर है. विश्वविद्यालय के आईटी कॉलेज ने सबसे पहले 2004 में मूल्यांकन कराया था. तब उसे ए ग्रेड मिला. दूसरी बार 2011 में कराए गए मूल्यांकन में भी आईटी कॉलेज को ए ग्रेड मिला. 2018 में तीसरे मूल्यांकन में बी प्लस मिला. यह अभी भी मान्य है.
  • गोमतीनगर स्थित जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट 2012 और 2017 में दो बार मूल्यांकन करवा चुका है और वर्तमान में संस्थान के पास नैक का ए ग्रेड है.
  • करामत हुसैन मुस्लिम गर्ल्स पीजी कॉलेज का नैक मूल्यांकन 2017 में हुआ था. वर्तमान में कॉलेज के पास बी प्लस का ग्रेड है. लखनऊ विश्वविद्यालय को यह ग्रेड कभी नहीं मिल पाया.
  • लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज ने वर्ष 2004 में नैक मूल्यांकन कराया था और उस समय उसे ए ग्रेड मिला था. नेशनल पीजी कॉलेज को 2014 में ए ग्रेड मिला.
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