लखनऊ : हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल (सिविल अस्पताल) में डिजिटल एक्स-रे मशीन खराब होने से मरीजों को काफी दिक्कतें हो रही हैं. बीते बुधवार को सभी मरीजों के मैनुअल एक्स-रे किया गया. जिस कारण कक्ष के बाहर मरीजों को सुबह आठ बजे से ही लंबी लाइन लगी रही. एक बजे तक आधे लोगों के ही एक्स-रे हो सके बाकी मरीजों को वापस लौटा दिया गया. गुरुवार को भी मशीन खराब होने के कारण मरीज परेशान रहे. उन मरीजों को खास दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा जिनका ऑपरेशन होना है और जिन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है. ऐसे मरीजों का बिना एक्सरे इलाज शुरू नहीं हो रहा है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि जब भी मशीन खराब होती है फौरन बनवाई जाती है, लेकिन मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण मशीन जल्दी-जल्दी खराब हो रही है.
गोमतीनगर से सिविल अस्पताल में इलाज कराने पहुंचीं दीप्ति कुमारी ने बताया कि उन्हें पिछले कुछ दिनों से सांस लेने में समस्या हो रही थी. ऐसे में सिविल अस्पताल में दिखाने के लिए आई चेस्ट फिजीशियन ने एक्सरे के लिए लिख दिया. फिर उसके बाद जब एक्सरे काउंटर पर पहुंची तो पता चला मशीन खराब है. मैन्युअल एक्सरे हो रहा है. सुबह से लाइन में लगे हैं, लेकिन अभी तक बारी नहीं आई है. नहीं हो पाएगा तो मजबूरी में निजी डायग्नोस्टिक सेंटर से एक्सरे कराना पड़ेगा. बालू अड्डा के रहने वाले राघवचंद्र ने बताया कि डॉक्टर ने एक्सरे के लिए लिखा है, लेकिन यहां पर एक्सरे नहीं हो रहा है. काउंटर पर बताया जा रहा है कि मशीन खराब है.
आए दिन खराब रहती है एक्सरे मशीन
सिविल अस्पताल में अधिकतर वीवीआई मरीजों का आना-जाना होता है. इसलिए मरीजों के लिए समुचित इलाज उपलब्ध कराने के सरकार द्वारा आय दिन आदेश-निर्देश जारी किए जाते हैं. बावजूद इसके समुचित इलाज तो दूर की बात है एक्स-रे ही ठीक ढ़ंग से हों जाएं वहीं काफी है. आए दिन अस्पताल की एक्सरे मशीन खराब रहती है. अस्पताल प्रशासन की ओर से कई बार संबंधित कंपनी साइरस को इसके लिए लेटर लिखा गया है. इसके बावजूद छह माह बीतने के बाद भी साइरस कंपनी द्वारा मशीन की मरम्मत का काम पूरा नहीं कराया जा सका. हर बार बस एक ही जवाब होता है कि जो पार्ट खराब हैं व मार्केट में उपलब्ध नहीं हैं. ऐसे में गरीब मरीजों को एक्स-रे के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है या फिर निजी अस्पताल में जाकर कराने को मजबूर हैं. निजी अस्पतालों में एक्स-रे के करीब 600 रुपये लिये जाते हैं.