लखनऊ: कोरोना काल में स्कूलों द्वारा बढ़ाई गयी 15 प्रतिशत फीस न लौटाने (schools not returning additional fees) के मामले में जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट मिलने के बाद अनुपालन न करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई करेंगे. इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश का अनुपालन न करने पर जिलाधिकारी नोएडा ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए 100 स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये जुर्माना लगाया है. इसके बाद राजधानी लखनऊ में भी अब जिला प्रशासन इस मामले को लेकर गंभीर हो गया है. जिलाधिकारी के निर्देश के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक ने राजधानी के सभी प्राइवेट विद्यालयों से हाईकोर्ट के आदेश के संबंध में तीन चीजों को लेकर जानकारी (Action on schools for not returning additional fees) मांगी है.
कोरोना संक्रमण के दौरान 2020-21 में एक ओर लोग बेरोजगार हो गए थे. स्कूलों ने 10 प्रतिशत फीस बढ़ा दी थी. जबकि 2020 में संक्रमण बढ़ने के बाद स्कूलों ने लगभग पांच महीने ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे थे. उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद भी स्कूल प्रबंधकों द्वारा 2020-21 के दौरान बढ़ाई गयी 15 प्रतिशत फीस वापस नहीं लौटाई. जानकारी के अनुसार लखनऊ में भी कई नामी गिरामी स्कूलों ने फीस न तो कम और न ही समायोजित की है.
नोएडा में स्कूलों पर जुर्माने की कार्रवाई के बाद जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने मामले का संज्ञान लेते हुए गुरूवार को संबंधित अधिकारियों से एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने बताया कि राजधानी के जिन विद्यालयो द्वारा अभी तक फीस नहीं लौटाई गयी है. उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. जिलाधिकारी के अनुसार इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के संबंध में समस्त प्राइवेट स्कूलों को निर्देशित किया गया था.
जिला विद्यालय निरीक्षक ने सभी विद्यालयों से मांगी सूचना: डीएम का निर्देश मिलते ही जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने भी सभी विद्यालयों को नोटिस जारी कर सूचना उपलब्ध कराने के लिए कहा है. जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि डीएम के निर्देश के बाद सभी विद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वह फीस वापसी व अभिभावकों का विवरण सहित ब्योरा उपलब्ध करायें. हालांकि फीस वापसी को लेकर अभी तक कोई भी अभिभावक सामने नहीं आया है. जबकि फीस वापसी के लिए अभिभभावकों को अपील करनी थी.
जिला विद्यालय निरीक्षक ने सभी प्राइवेट विद्यालयों को भेजे गए आदेश में तीन चीजों की जानकारी मांगी गई है. सभी विद्यालयों को यह बताना है कि उन्होंने 15% फीस किन-किन विद्यार्थियों को वापस की है उनका नाम, कक्षा व कितनी धनराशि वापस की है इसकी जानकारी उपलब्ध कराना है. दूसरी जानकारी में विद्यालयों को मौजूदा सत्र में कितने विद्यार्थियों को 15% फीस वापसी की गई, इसकी जानकारी जिसमें विद्यार्थी के नाम, कक्षा व कुल धनराशि बतानी है. वहीं तीसरी जानकारी के तहत विद्यालयों को यह बताना है कि उन्होंने विद्यार्थियों को फीस नहीं वापस की है और इसका कारण क्या है.