लखनऊ: राजधानी के पीजीआई थाना क्षेत्र में रहने वाले एक बुजुर्ग दंपत्ति अपने पड़ोसी के करतूतों से परेशान होकर थाने का चक्कर लगाने को मजबूर है. लेकिन स्थानीय पुलिस कोई सुनवाई नही कर रही है. वहीं बुजुर्ग दंपत्ति ने पुलिस और आरोपी के बीच साठगांठ का आरोप लगाया है.
दरअसल वन विभाग से सेवानिवृत्त महेंद्र कुमार मल्होत्रा अपनी पत्नी मीना मल्होत्रा व बेटे सौरभ के साथ रायबरेली रोड स्थित पाठकपुरम कृष्ण विहार कॉलोनी में रहते हैं. बुधवार दोपहर स्थानीय थाना पीजीआई पहुंचे बुजुर्ग दम्पत्ति ने बताया कि उनके मकान के सामने बीस फीट का मार्ग है जिसके दूसरी ओर रणविजय सिंह चौहान का मकान है. जिसमें कई सारे किराएदार रहते हैं. पड़ोसी का मुख्य द्वार दूसरी ओर से है लेकिन परेशान करने की नीयत से उसने अपने घर का मुख्यद्वार उनके घर के सामने से निकाल रखा और आवागमन मार्ग को अवरोध कर दिया है. जिससे उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पड़ोसी के बेटे ने अपने साथियों संग यहां से मकान बेचकर न जाने पर जान से मार देने की धमकी तक दे चुका हैं.
बुजुर्ग दंपत्ति स्थानीय थाने पर अपनी गुहार लेकर बीते सात माह से चक्कर काट रहे हैं. लेकिन दबंग पड़ोसी के साथ पुलिस साठगांठ के कारण उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. आरोप है कि रास्ते के विवाद को लेकर उनका मामला न्यायालय में विचाराधीन है. इसके बावजूद उपनिरीक्षक गीता सिंह ने आरोपी का समर्थन करते हुए उनके घर के मुख्य द्वार से अपनी मौजूदगी में नाली खोदवाकर पाइप लाइन डलवा दी. वहीं आरोपी दबंग अपने मंसूबों को पूरा करने और उनके मकान पर कब्जा करने की नीयत से तरह तरह से प्रताड़ित कर रहा है. दबंग ने बुजुर्ग दम्पत्ति को यहां तक धमकी दे डाली की दस लाख रुपये ले लो और मकान छोड़ कहीं और चले जाओ वरना पूरा परिवार जान से हाथ धो बैठोगा. दबंग की इस धमकी से बुजुर्ग काफी डरे सहमे हैं लेकिन स्थानीय थाने की पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है.
वहीं बुजुर्ग दम्पत्ति मामले में स्थानीय थाना प्रभारी पीजीआई ने जानकारी होने की बात से साफ इंकार कर दिया. थाना प्रभारी मुताबिक मामले की जानकारी मीडिया द्वारा सामने आई है, जांच करा कर आगे की कार्रवाई करेंगे.