लखनऊ: उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सोमवार को एक निजी होटल में आयोजित यादव समाज के कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जो भगवान राम का नहीं हुआ, वह कृष्ण का कैसे हो सकता है. उन्होंने कहा कि और जो राम और कृष्ण का नहीं हुआ, वह यदुवंशी समाज का कैसे हो सकता है. यदुवंशी समाज के लोगों को भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर आगे बढ़ाने की जरूरत है और मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि का जो विषय है वह न्यायालय में विचाराधीन है. कहा कि भाजपा इस विषय पर जो कुछ भी जैसे भी कर सकती है, वह करने का काम करेगी.
उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि कृष्ण जन्मभूमि की जो लड़ाई है, वह मामला अदालत में है. उन्होंने कहा कि यादव समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आपको आगे बढ़ाने और न्याय दिलाने का काम करेंगे. कहा कि उत्तर प्रदेश का अगर आप इतिहास देखेंगे तो उत्तर प्रदेश के इतिहास के साथ भगवान राम व भगवान कृष्ण रोम रोम में बसे हैं. लोग इस बात को महसूस करते हैं. उन्होंने कहा कि हम कोई राजनीतिक बात नहीं करना चाहते. लेकिन, जो सच्चाई है उसे हम प्रकट करना चाहते हैं.
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि हमारी संस्कृति बड़ी गौरवशाली है. भारत के इतिहास पर आप अगर नजर डालेंगे तो यादव समाज के बगैर इतिहास भी पूरी तरह से स्वीकार नहीं है. यादव समाज ने भारत की संस्कृति को मजबूत करने का काम किया है. जब भी हम यादव समाज की बात करते हैं तो प्रभु को याद करना नहीं भूलते हैं. हम सब कृष्ण के वंशज हैं. सौभाग्य कहिए कि हमारे माता-पिता ने जन्म के समय मेरा नाम भी भगवान कृष्ण के नाम पर बृजेश रखने का काम किया था. पुराना इतिहास हमारा तो गौरवशाली है ही.
उन्होंने कहा कि सबको न्याय देने का काम यादव समाज ने किया. भगवान कृष्ण को हम आज भी याद करते हैं. हमारी सांस्कृतिक विरासत भी ऐतिहासिक है. भगवान कृष्ण को हम अच्छी तरीके से जानते हैं. उनको माना जाता है कि वे सर्वश्रेष्ठ युद्ध कलाओं के पारंगत हैं और उनके सिखाए हुए शिष्य उस समय के सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर हुआ करते थे. भगवान परशुराम ने भगवान से तप करके सुदर्शन चक्र हासिल किया था. कहा कि यादव समाज के लोग जिस दिन प्रदेश के सभी जिलों में जाने का काम करेंगे.
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