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लोकसभा चुनाव 2019: देखिए तीसरे चरण में इन दिग्गजों की किस्मत होगी दांव पर

मंगलवार को लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में वोट डाले जाएंगे. उत्तर प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद हो जाएगी. तीसरे चरण का चुनाव इसलिये भी खास है कि इस बार मुलायम सिंह यादव, शिवपाल यादव, आजम खां, जया प्रदा जैसे राजनेताओं की किस्मत दांव पर है.

यूपी में तीसरे चरण का मतदान
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Published : Apr 22, 2019, 11:45 AM IST

Updated : Apr 22, 2019, 11:35 PM IST

लखनऊ: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में यूपी की 10 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो जाएगा. मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली और पीलीभीत लोकसभा सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. पिछले लोकसभा चुनाव यानि कि साल 2014 में 10 सीटों में से 7 सीटों पर बीजेपी का कब्जा रहा था. 3 सीटें समाजवादी पार्टी की झोली में गयी थीं.

मुरादाबाद से 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस ने इमरान प्रतापगढ़ी, बीजेपी ने कुंवर सर्वेश कुमार और समाजवादी पार्टी ने डॉक्टर एसटी हसन को अपना प्रत्याशी बनाया है. रामपुर लोकसभा सीट पर कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है. यहां से बीजेपी ने जहां जयाप्रदा को अपना उम्मीदवार बनाया है तो वहीं पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे आजम खां समाजवादी पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने संजय कपूर को अपना उम्मीदवार बनाया है.

संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के शफीकुर रहमान वर्क मैदान में हैं. समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को चुनौती देने के लिये बीजेपी ने परमेश्वर लाल सैनी को मैदान में उतारा है. कांग्रेस की तरफ से मेजर जगतपाल सिंह मैदान में ताल ठोके हुए हैं. करण सिंह यादव पीएसपी लोहिया पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं.

तीसरे चरण में किन-किन दिग्गजों की किस्मत होगी दांव पर.

अब बात उस लोकसभा सीट की जहां चाचा-भतीजा आमने-सामने हैं. फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव का सीधा मुकाबला अपने चाचा शिवपाल यादव से है. खास बात यह है कि इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है. बीजेपी ने यहां से डॉक्टर चंद्रसेन जादौन को मैदान में उतारा है. समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाने वाली मैनपुरी लोकसभा सीट से खुद मुलायम सिंह यादव मैदान में हैं. मुलायम सिंह यादव के खिलाफ बीजेपी के प्रेम सिंह शाक्य सहित 12 उम्मीदवार मैदान में हैं. अभी तक बीजेपी यहां से अपनी जीत दर्ज करने में नाकाम रही है.

एटा लोकसभा सीट से कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया बीजेपी से उम्मीदवार हैं. यहां समाजवादी पार्टी के कुंवर देवेंद्र यादव उन्हें चुनौती दे रहे हैं. कांग्रेस ने यहां अपना प्रत्याशी नहीं उतारकर बाबू सिंह कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी के सूरज सिंह को अपना समर्थन दिया है.

बदायूं लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव चुनाव मैदान में हैं. यूपी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी संघमित्रा मौर्य बीजेपी की तरफ से खड़ी हैं. कांग्रेस की टिकट पर सलीम शेरवानी भी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

आंवला लोकसभा सीट से बीजेपी ने धर्मेंद्र कश्यप, बीएसपी ने रुचिवीरा और कांग्रेस ने कुंवर सर्वराज सिंह को मैदान में उतारा है. इस लोकसभा सीट से कुल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं.

बरेली लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद संतोष गंगवार को ही बीजेपी ने दोबारा अपना उम्मीदवार बनाया है. जबकि समाजवादी पार्टी ने भगवत शरण गंगवार को मैदान में उतारा है. समन ताहिर को पीएसपी लोहिया ने मौका दिया है.

अब बात करते हैं पीलीभीत लोकसभा सीट की. पीलीभीत लोकसभा सीट से बीजेपी ने वरूण गांधी को मैदान में उतारा है. समाजवादी पार्टी ने पीलीभीत से हेमराज वर्मा को उतारा है. जबकि पीएसपी लोहिया ने मो. हनीफ को अपना उम्मीदवार बनाया है. अब 23 मई को ही पता चलेगा कि किसके दावों में कितना है दम. कौन बनता है 2019 का सिकंदर

लखनऊ: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में यूपी की 10 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो जाएगा. मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली और पीलीभीत लोकसभा सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. पिछले लोकसभा चुनाव यानि कि साल 2014 में 10 सीटों में से 7 सीटों पर बीजेपी का कब्जा रहा था. 3 सीटें समाजवादी पार्टी की झोली में गयी थीं.

मुरादाबाद से 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस ने इमरान प्रतापगढ़ी, बीजेपी ने कुंवर सर्वेश कुमार और समाजवादी पार्टी ने डॉक्टर एसटी हसन को अपना प्रत्याशी बनाया है. रामपुर लोकसभा सीट पर कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है. यहां से बीजेपी ने जहां जयाप्रदा को अपना उम्मीदवार बनाया है तो वहीं पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे आजम खां समाजवादी पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने संजय कपूर को अपना उम्मीदवार बनाया है.

संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के शफीकुर रहमान वर्क मैदान में हैं. समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को चुनौती देने के लिये बीजेपी ने परमेश्वर लाल सैनी को मैदान में उतारा है. कांग्रेस की तरफ से मेजर जगतपाल सिंह मैदान में ताल ठोके हुए हैं. करण सिंह यादव पीएसपी लोहिया पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं.

तीसरे चरण में किन-किन दिग्गजों की किस्मत होगी दांव पर.

अब बात उस लोकसभा सीट की जहां चाचा-भतीजा आमने-सामने हैं. फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव का सीधा मुकाबला अपने चाचा शिवपाल यादव से है. खास बात यह है कि इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है. बीजेपी ने यहां से डॉक्टर चंद्रसेन जादौन को मैदान में उतारा है. समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाने वाली मैनपुरी लोकसभा सीट से खुद मुलायम सिंह यादव मैदान में हैं. मुलायम सिंह यादव के खिलाफ बीजेपी के प्रेम सिंह शाक्य सहित 12 उम्मीदवार मैदान में हैं. अभी तक बीजेपी यहां से अपनी जीत दर्ज करने में नाकाम रही है.

एटा लोकसभा सीट से कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया बीजेपी से उम्मीदवार हैं. यहां समाजवादी पार्टी के कुंवर देवेंद्र यादव उन्हें चुनौती दे रहे हैं. कांग्रेस ने यहां अपना प्रत्याशी नहीं उतारकर बाबू सिंह कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी के सूरज सिंह को अपना समर्थन दिया है.

बदायूं लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव चुनाव मैदान में हैं. यूपी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी संघमित्रा मौर्य बीजेपी की तरफ से खड़ी हैं. कांग्रेस की टिकट पर सलीम शेरवानी भी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

आंवला लोकसभा सीट से बीजेपी ने धर्मेंद्र कश्यप, बीएसपी ने रुचिवीरा और कांग्रेस ने कुंवर सर्वराज सिंह को मैदान में उतारा है. इस लोकसभा सीट से कुल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं.

बरेली लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद संतोष गंगवार को ही बीजेपी ने दोबारा अपना उम्मीदवार बनाया है. जबकि समाजवादी पार्टी ने भगवत शरण गंगवार को मैदान में उतारा है. समन ताहिर को पीएसपी लोहिया ने मौका दिया है.

अब बात करते हैं पीलीभीत लोकसभा सीट की. पीलीभीत लोकसभा सीट से बीजेपी ने वरूण गांधी को मैदान में उतारा है. समाजवादी पार्टी ने पीलीभीत से हेमराज वर्मा को उतारा है. जबकि पीएसपी लोहिया ने मो. हनीफ को अपना उम्मीदवार बनाया है. अब 23 मई को ही पता चलेगा कि किसके दावों में कितना है दम. कौन बनता है 2019 का सिकंदर

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लखनऊ: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में यूपी की 10 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो जाएगा. मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली और पीलीभीत लोकसभा सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. पिछले लोकसभा चुनाव यानि कि साल 2014 में 10 सीटों में से 7 सीटों पर बीजेपी का कब्जा रहा था. 3 सीटें समाजवादी पार्टी की झोली में गयी थीं.



मुरादाबाद से 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस ने इमरान प्रतापगढ़ी, बीजेपी ने कुंवर सर्वेश कुमार और समाजवादी पार्टी ने     डॉक्टर एसटी हसन को अपना प्रत्याशी बनाया है. रामपुर लोकसभा सीट पर कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है. यहां से बीजेपी ने जहां जयाप्रदा को अपना उम्मीदवार बनाया है तो वहीं पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे आजम खां समाजवादी पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने संजय कपूर को अपना उम्मीदवार बनाया है. 



संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के शफीकुर रहमान वर्क मैदान में हैं. समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को चुनौती देने के लिये बीजेपी ने परमेश्वर लाल सैनी को मैदान में उतारा है. कांग्रेस की तरफ से मेजर जगतपाल सिंह मैदान में ताल ठोके हुए हैं. करण सिंह यादव पीएसपी लोहिया पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. 



अब बात उस लोकसभा सीट की जहां चाचा-भतीजा आमने-सामने हैं. फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव का सीधा मुकाबला अपने चाचा शिवपाल यादव से है. खास बात यह है कि इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है. बीजेपी ने यहां से डॉक्टर चंद्रसेन जादौन को मैदान में उतारा है. समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाने वाली मैनपुरी लोकसभा सीट से खुद मुलायम सिंह यादव मैदान में हैं. मुलायम सिंह यादव के खिलाफ बीजेपी के प्रेम सिंह शाक्य सहित 12 उम्मीदवार मैदान में हैं. अभी तक बीजेपी यहां से अपनी जीत दर्ज करने में नाकाम रही है. 



एटा लोकसभा सीट से कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया बीजेपी से उम्मीदवार हैं. यहां समाजवादी पार्टी के कुंवर देवेंद्र यादव उन्हें चुनौती दे रहे हैं. कांग्रेस ने यहां अपना प्रत्याशी नहीं उतारकर बाबू सिंह कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी के सूरज सिंह को अपना समर्थन दिया है. 



बदायूं लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव चुनाव मैदान में हैं. यूपी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी संघमित्रा मौर्य बीजेपी की तरफ से खड़ी हैं. कांग्रेस की टिकट पर सलीम शेरवानी भी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. 



आंवला लोकसभा सीट से बीजेपी ने धर्मेंद्र कश्यप, बीएसपी ने रुचिवीरा और कांग्रेस ने कुंवर सर्वराज सिंह को मैदान में उतारा है. इस लोकसभा सीट से कुल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं. 



बरेली लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद संतोष गंगवार को ही बीजेपी ने दोबारा अपना उम्मीदवार बनाया है. जबकि समाजवादी पार्टी ने भगवत शरण गंगवार को मैदान में उतारा है. समन ताहिर को पीएसपी लोहिया ने मौका दिया है. 



अब बात करते हैं पीलीभीत लोकसभा सीट की. पीलीभीत लोकसभा सीट से बीजेपी ने वरूण गांधी को मैदान में उतारा है. समाजवादी पार्टी ने पीलीभीत से हेमराज वर्मा को उतारा है. जबकि पीएसपी लोहिया ने मो. हनीफ को अपना उम्मीदवार बनाया है. अब 23 मई को ही पता चलेगा कि किसके दावों में कितना है दम. कौन बनता है 2019 का सिकंदर

 


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Last Updated : Apr 22, 2019, 11:35 PM IST
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