लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को विधायकों को सदन की कार्यवाही के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से प्रबोधन कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें ई विधान सिस्टम का प्रशिक्षण दिया गया. मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सदन की कार्यवाही में नए सदस्यों को अधिकतम समय देना चाहिए और पुराने विधायकों से सीखना चाहिए. इससे उन्हें जनता की समस्याओं को हल करने का अवसर मिलेगा. उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि तमाम सदस्य विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं होते हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि जनहित से जुड़े विषय जरूर उठाएं.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सदस्यों को विधानसभा की गरिमा बढ़ाने का काम हमेशा करना चाहिए. यूपी के गरिमापूर्ण इतिहास को याद रखना चाहिए. यूपी ने एक से बढ़कर एक नेता देश को दिए. नौ प्रधानमंत्री भी यूपी ने दिए इसलिए प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए यूपी विधानसभा की बड़ी भूमिका है.
लोकसभा अध्यक्ष ने कहाकि सदन की गरिमा बनाए रखना सत्ता पक्ष और विपक्ष की सामूहिक जिम्मेदारी है. इसे सबको मिलकर निभाना है. ई विधान और कंप्यूटरीकरण का लाभ प्रदेश की जनता को अब और अधिक मिल सकेगा. इससे प्रदेश की जनता का आर्थिक व सामाजिक विकास किया जा सकता है. ई- विधान से हम समाज में परिवर्तन ला सकते हैं. सदन में जितनी चर्चा होगी उतना ही लाभ प्रदेश की जनता को होगा.
इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम यहां उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता के हित के चिंतन-मनन के लिए एकत्रित हुए हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप शासन को तकनीक से जोड़ने का कार्य हो रहा है. डीबीटी के माध्यम से शासन का लाभ आम जनमानस को दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री के डिजिटल मिशन को बढ़ाते हुए वन नेशन, वन एप्लिकेशन कार्यक्रम के तहत बढ़ाया जा रहा है. वह बोले कि PM ने हमेशा तकनीक को बढ़ावा दिया. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को भी धन्यवाद दिया.
कहा कि विपक्ष के द्वारा उठाये गए सवाल आलोचनात्मक जरूर होते हैं लेकिन ये सीधे 25 करोड़ जनता के हित के लिए भी होते हैं. नेता प्रतिपक्ष के इस सहयोग और कार्यक्रम से जुड़ने के लिए आभार व्यक्त करते हैं. हमने 2 वर्ष पहले ही पेपरलेस बजट को प्रस्तुत कर लिया था. प्रधानमंत्री के वन नेशन, वन एप्लिकेशन कार्यक्रम के तहत हमारी विधानसभा ई-विधान के तहत काम करेगी. अब आपको बहुत मोटा बैग लाने की जरूरत नही होगी,इस ई विधान कार्यक्रम के माध्यम से आपका काम अब सरल होने जा रहा है.
सीएम ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष का मार्गदर्शन यहां दो वर्ष बाद हो रहा है, इसके लिए हम आभारी हैं. सदन की कार्य प्रणाली को आसान बनाने के कार्य हुए. प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप शासन सरकार और विधानसभा ने काफी सहयोग किया. उस दौर में हमने सदस्यों के सुविधा के लिए वर्चुअली जुड़ने की शुरुआत की.
वह बोले कि जनता से वर्चुअली जुड़ेंगे तो चुनाव के समय जनता भी कहेगी कि वोट भी वर्चुअली ले लेना. इससे हमको बचना होगा, तकनीक से जुड़ना होगा, उसका पिछलग्गू नही बनना है. जनता, देश व उत्तर प्रदेश की ओर बहुत विश्वास के साथ देख रही है. इस प्रशिक्षण के जरिए ई-विधान कार्यक्रम से जुड़ना जरूरी और महत्वपूर्ण है.
सीएम ने कहा कि विश्वास करता हूं कि ई-विधान व्यवस्था लागू होने के बाद अब हम टैबलेट से जुड़ेंगे. सदस्यों को लोकसभा की कार्य व्यवस्था को देखना और सीखना चाहिए. 18वीं विधानसभा में एक स्वस्थ व्यवस्था से आगे बढ़ेंगे. आत्म अवलोकन करना होगा कि पिछले 75 वर्ष में क्या कार्य हुए? पिछले 8 वर्ष मे क्या कार्य हुए ?, आने वाले 25 वर्ष में क्या कार्य किये जा सकते हैं? 25 वर्ष की कार्य योजना तय करनी होगी. कहा कि हम इस प्रशिक्षण अवधि में इतना सीख जाएं कि जब 30 मई को राज्यपाल भाषण के लिए आएं तो ये टैबलेट हमारे सामने ई-विधान के रूप में एक नई तस्वीर प्रस्तुत करता दिखाई दे. इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सदन की कार्यवाही में ई विधान की व्यवस्था शुरू होने के काम को सराहा. उन्होंने कहा कि इससे कामकाज में और पारदर्शिता आएगी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप