लखनऊ: सोमवार को MBBS छात्रों की ओर से मारपीट और लूटपाट की घटना पर लोहिया संस्थान ने छह छात्रों को निलंबित कर दिया. घटना के बाद लोहिया संस्थान प्रशासन ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी. कमेटी ने आरोपी छात्रों को प्रथम दृष्टया मामले में संलिप्त पाया है.
दरअसल सोमवार को रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में कोलकाता में हो रहे डॉक्टरों के ऊपर अत्याचार के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा था. इसी दौरान MBBS छात्रों की ओर से मारपीट और लूटपाट की बात सामने आई थी. व्यापारियों ने संस्थान से छात्रों के ऊपर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी. पीड़ित दुकानदार ने भी घटना के बाद रिपोर्ट दर्ज कराई थी. संस्थान के निदेशक प्रोफेसर एके त्रिपाठी ने मामले को गंभीरता से लिया और प्रथम दृष्टया जांच के लिए कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर सुनील दत्त कांडपाल के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी बनाई थी. कमेटी को 24 घंटे में रिपोर्ट देने को कहा गया था.
छात्रों के कैंपस में घुसने पर लगी रोक
मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे कमेटी की रिपोर्ट पर डीन प्रोफेसर एसएस राजपूत ने छह छात्रों को निलंबित कर हॉस्टल से निकाल दिया. यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर ईश्वर राम दयाल को मामले की विस्तृत जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इन्हें 15 दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. इस दौरान निलंबित छात्रों के कैंपस में घुसने पर भी रोक लगा दी गई है.
2017-18 बैच के छात्रों पर हुई कार्रवाई
निलंबित किए जाने वाले छात्रों में MBBS-2017 बैच की आरती, कामता प्रसाद, अविनाश त्रिपाठी, शत्रुघन कुमार एवं 2018 बैच के अर्पित गुगलानी और इमरान अहमद शामिल हैं. इन सब पर आरोप है कि इन लोगों ने लोहिया संस्थान के बाहर दुकानों में जाकर अराजकता फैलाई और वहां पर तोड़फोड़ की.