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लोहिया संस्थान के एमबीबीएस छात्रों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन, मिली डिग्री को मान्यता

डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में 2017 में एमबीबीएस का पाठ्यक्रम शुरू हुआ था. यहां पहले बैच में 150 सीटों पर दाखिले हुए थे. इसके बाद एनएमसी से डिग्री की मान्यता न होने की वजह से वे न तो प्रैक्टिस कर सकते हैं और न ही पीजी में दाखिला ही ले पा रहे थे. इसी मामले को लेकर एमबीबीएस छात्रों ने सोमवार को सड़क जाम कर किया प्रदर्शन.

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Published : Jul 10, 2023, 10:15 PM IST

लखनऊ : डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) की मान्यता न होने के मामले में सोमवार सुबह 2017 बैच के एमबीबीएस के छात्रों ने संस्थान प्रशासन के विरुद्ध जोरदार प्रदर्शन किया. नाराज छात्र पहले संस्थान के प्रशासनिक भवन के बाहर जोरदार नारेबाजी की. गुस्साए छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान मेन रोड जाम कर दिया. देखते ही देखते हाईकोर्ट और इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान जाने की रोड पर वाहनों की लंबी कतार लग गई. इस बीच रोड ब्लॉक करके बड़ी संख्या में छात्र सड़क पर भी बैठकर नारेबाजी करने लगे. इस दौरान संस्थान के प्रशासनिक अफसरों ने छात्रों को किसी तरह समझा बुझाकर शांत कराया. प्रदर्शन के बाद डिग्री को मान्यता दे दी गई.


यह था पूरा मामला


लोहिया संस्थान में साल 2017 में एमबीबीएस का पाठ्यक्रम शुरू हुआ था. यहां पहले बैच में 150 सीटों पर दाखिले हुए थे. हाल ही में यह बैच पास हो चुका है. इस बैच ने एमबीबीएस की परीक्षा भले ही पास कर ली थी, पर एनएमसी से डिग्री की मान्यता न होने की वजह से वे न तो प्रैक्टिस कर सकते हैं और न ही पीजी में दाखिला ही ले पा रहे थे.



डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्‍थान की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि आयोग ने जो आपत्तियां जताई थीं उनका निराकरण कर दिया गया है. इसकी सूचना भी आयोग को दी जा चुकी थी. अब संस्थान में संचालित एमबीबीएस पाठ्यक्रम की 150 सीट के लिए मान्यता प्राप्त हो गई है, जो अगले पांच वर्षों के लिए वैद्य हैं.

यह भी पढ़ें : पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी को लेकर भाजपाइयों का फूटा गुस्सा, थाने में जमकर किया हंगामा

लखनऊ : डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) की मान्यता न होने के मामले में सोमवार सुबह 2017 बैच के एमबीबीएस के छात्रों ने संस्थान प्रशासन के विरुद्ध जोरदार प्रदर्शन किया. नाराज छात्र पहले संस्थान के प्रशासनिक भवन के बाहर जोरदार नारेबाजी की. गुस्साए छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान मेन रोड जाम कर दिया. देखते ही देखते हाईकोर्ट और इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान जाने की रोड पर वाहनों की लंबी कतार लग गई. इस बीच रोड ब्लॉक करके बड़ी संख्या में छात्र सड़क पर भी बैठकर नारेबाजी करने लगे. इस दौरान संस्थान के प्रशासनिक अफसरों ने छात्रों को किसी तरह समझा बुझाकर शांत कराया. प्रदर्शन के बाद डिग्री को मान्यता दे दी गई.


यह था पूरा मामला


लोहिया संस्थान में साल 2017 में एमबीबीएस का पाठ्यक्रम शुरू हुआ था. यहां पहले बैच में 150 सीटों पर दाखिले हुए थे. हाल ही में यह बैच पास हो चुका है. इस बैच ने एमबीबीएस की परीक्षा भले ही पास कर ली थी, पर एनएमसी से डिग्री की मान्यता न होने की वजह से वे न तो प्रैक्टिस कर सकते हैं और न ही पीजी में दाखिला ही ले पा रहे थे.



डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्‍थान की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि आयोग ने जो आपत्तियां जताई थीं उनका निराकरण कर दिया गया है. इसकी सूचना भी आयोग को दी जा चुकी थी. अब संस्थान में संचालित एमबीबीएस पाठ्यक्रम की 150 सीट के लिए मान्यता प्राप्त हो गई है, जो अगले पांच वर्षों के लिए वैद्य हैं.

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