लखनऊ: सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी के विधायक द्वारा विधान भवन के रक्षक की पिटाई किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. गेट खोलने को लेकर शुरू हुए विवाद में विधायक ने विधान भवन रक्षक सर्वेंद्र सिंह राठौर की पिटाई कर दी. इस पर सुरक्षाकर्मी ने अपने उच्चाधिकारियों से शिकायत की है. इसके साथ ही उप्र सचिवालय विधान भवन रक्षक संघ ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है. विधान भवन रक्षक संघ चाहता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस घटनाक्रम पर संज्ञान लें और कोई ठोस कदम उठाएं, ताकि इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हो.
भाजपा विधायक ने की विधान भवन रक्षक की पिटाई. विधानसभा अध्यक्ष को लिखे गए पत्र में उत्तर प्रदेश सचिवालय विधान भवन रक्षक संघ ने कहा है कि उक्त घटना से सर्वेन्द्र सिंह राठौर मानसिक पीड़ा में हैं. उन्हें ड्यूटी निभाने के कारण अपमानित होना पड़ा है. उक्त घटना से समस्त विधान भवन रक्षकों, मुख्य रक्षकों तथा अन्य सचिवालय सुरक्षा दल, कर्मियों, सचिवालय के सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों में गहरा रोष है. इससे सभी का मनोबल गिरा है. संघ ने आरोप लगाया है कि प्रायः विधायकगण अपने साथ दो से तीन आगंतुक बिना प्रवेश पत्र ले जाने का दबाव डालते हैं. सचिवालय सुरक्षाकर्मी जब उनको रोकते हैं तो अक्सर सुरक्षाकर्मियों को अपमानित किया जाता है.ज्ञात हो कि सर्वेन्द्र सिंह राठौर बुधवार को गेट नंबर नौ पर ड्यूटी कर रहे थे. दोपहर में एक एम्बुलेंस प्रवेश कर रही थी. वहां तैनात सुरक्षाकर्मी राठौर ने एम्बुलेंस में बैठे ड्राइवर और अन्य लोगों से पूछताछ करने लगे. इसी बीच विधायक महेंद्र सिंह की कार एम्बुलेंस के पीछे आकर खड़ी हो गई. विधायक चाहते थे कि उन्हें बिना रुकावट के विधान भवन के अंदर जाने दिया जाए.
विधायक ने सुरक्षाकर्मी से गेट का दूसरा पल्ला भी खोलने के लिए कहा, इस पर सुरक्षाकर्मी ने कहा कि दूसरे पल्ले का कुंढा फंसा है, वह नहीं खुल सकता. दो-चार मिनट इंतजार के बाद विधायक ने अपनी गाड़ी से उतरकर सुरक्षाकर्मी की पिटाई कर दी. अब इसी मुद्दे पर सभी सचिवालय कर्मी लामबंद हो रहे हैं. हालांकि विधायक ने पिटाई के आरोप का खंडन किया है. उन्होंने कहा है कि सुरक्षाकर्मी ने अभद्रता की थी, इसलिए उसे केवल डांटा था.