लखनऊ: कानपुर में आठ पुलिस कर्मचारियों की हत्या करने वाले विकास दुबे के आपराधिक मामलों की जांच एसआईटी कर रही है. एसआईटी ने एलडीए को पत्र लिखकर विकास दुबे की बेनामी संपत्ति की जांच करने के निर्देश दिए हैं. इसके बाद अब एलडीए विकास दुबे की उन संपत्तियों की जांच करेगी जो उसने अपने रिश्तेदार व सहयोगियों के नाम पर रजिस्टर करा रखी है. एसआईटी ने 54 लोगों की सूची एलडीए को उपलब्ध कराई है. सूची में विकास दुबे के पिता राम कुमार दुबे, विकास दुबे की मां सरला दुबे, विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे, विकास दुबे के दोनों बेटे सहित कई रिश्तेदार और नौकर शामिल हैं.
इससे पहले एसआईटी ने नोएडा और लखनऊ में विकास दुबे के नाम पर संपत्ति की जांच कराई थी. विकास दुबे के नाम पर रजिस्टर्ड संपत्ति के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी थी. हालांकि एसआईटी की जांच में यह बात निकल के सामने आएगी. विकास दुबे ने अपने रिश्तेदारों और सहयोगियों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति दर्ज कर रखी है. इसके बाद विकास दुबे के संपर्क में रहने वाले लोगों के नाम पर संपत्ति का विवरण उठाया जा रहा है.
एसआईटी को एनसीआर में नहीं मिली विकास दुबे के नाम पर जमीन
विकास दुबे के आपराधिक साम्राज्य की जांच कर रही तीन सदस्यीय एसआईटी टीम की जांच में अभी तक विकास दुबे के नाम पर एनसीआर में किसी तरह की जमीन होने की पुष्टि नहीं हुई है. वहीं एसआईटी की जांच में विकास दुबे के नाम पर पासपोर्ट भी नहीं मिला है. एसआईटी की जांच में विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे और बेटे शांतनु दुबे के पास पासपोर्ट होने की पुष्टि हुई है. आठ पुलिस कर्मचारियों की हत्या के मामले में जांच करने के लिए शासन ने आईएएस संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में तीन सदस्य एसआईटी का गठन किया था, जो विभिन्न पहलुओं पर इस मामले की जांच कर रही है.
जांचकर्ता अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार विकास दुबे की संपत्ति के संदर्भ में एसआईटी ने जांच की है. जांच में नोएडा विकास प्राधिकरण, गाजियाबाद सहित एनसीआर क्षेत्र में विकास दुबे के नाम पर जमीन की जांच की गई, जहां से विकास दुबे के नाम पर संपत्ति के होने की जानकारी नहीं मिली है. इसी के साथ कानपुर व आसपास के जिले में भी विकास दुबे के नाम पर जमीन की जानकारी इकट्ठा की गई है. इसके लिए एसडीएम व राजस्व अधिकारियों से भी एसआईटी ने दस्तावेज तलब किए थे. कानपुर में विकास दुबे के नाम पर कुछ जमीन ग्राम बिकरू और सेवली में जरूर मिली है. यह जमीन विकास दुबे व उसके भाई के नाम पर दर्ज है, जिसके बारे में एसआईटी जानकारी जुटा रही है कि आखिर यह जमीन विकास दुबे के नाम पर कैसे है.
एसआईटी ने अब तक कई पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों से पूछताछ की है. लगभग 24 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी एसआईटी के रडार पर हैं, जिनसे पूछताछ की जानी है. एसआईटी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि एसआईटी को विकास दुबे से जुड़े कई अधिकारी व कर्मचारियों के बारे में जानकारी मिली है. इसके संदर्भ में सबूत जुटाए जा रहे हैं. कुछ अधिकारियों के खिलाफ सबूत मिले भी हैं, जिनके ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
लखनऊ में विकास दुबे की अवैध संपत्ति की जांच करेगा एलडीए - विकास दुबे की अवैध संपत्ति की जांच
यूपी के कानपुर जिले में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले विकास दुबे के आपराधिक मामलों की जांच कर रही एसआईटी की टीम ने एलडीए को विकास दुबे की बेनामी संपत्ति की जांच करने के निर्देश दिए हैं.
लखनऊ: कानपुर में आठ पुलिस कर्मचारियों की हत्या करने वाले विकास दुबे के आपराधिक मामलों की जांच एसआईटी कर रही है. एसआईटी ने एलडीए को पत्र लिखकर विकास दुबे की बेनामी संपत्ति की जांच करने के निर्देश दिए हैं. इसके बाद अब एलडीए विकास दुबे की उन संपत्तियों की जांच करेगी जो उसने अपने रिश्तेदार व सहयोगियों के नाम पर रजिस्टर करा रखी है. एसआईटी ने 54 लोगों की सूची एलडीए को उपलब्ध कराई है. सूची में विकास दुबे के पिता राम कुमार दुबे, विकास दुबे की मां सरला दुबे, विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे, विकास दुबे के दोनों बेटे सहित कई रिश्तेदार और नौकर शामिल हैं.
इससे पहले एसआईटी ने नोएडा और लखनऊ में विकास दुबे के नाम पर संपत्ति की जांच कराई थी. विकास दुबे के नाम पर रजिस्टर्ड संपत्ति के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी थी. हालांकि एसआईटी की जांच में यह बात निकल के सामने आएगी. विकास दुबे ने अपने रिश्तेदारों और सहयोगियों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति दर्ज कर रखी है. इसके बाद विकास दुबे के संपर्क में रहने वाले लोगों के नाम पर संपत्ति का विवरण उठाया जा रहा है.
एसआईटी को एनसीआर में नहीं मिली विकास दुबे के नाम पर जमीन
विकास दुबे के आपराधिक साम्राज्य की जांच कर रही तीन सदस्यीय एसआईटी टीम की जांच में अभी तक विकास दुबे के नाम पर एनसीआर में किसी तरह की जमीन होने की पुष्टि नहीं हुई है. वहीं एसआईटी की जांच में विकास दुबे के नाम पर पासपोर्ट भी नहीं मिला है. एसआईटी की जांच में विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे और बेटे शांतनु दुबे के पास पासपोर्ट होने की पुष्टि हुई है. आठ पुलिस कर्मचारियों की हत्या के मामले में जांच करने के लिए शासन ने आईएएस संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में तीन सदस्य एसआईटी का गठन किया था, जो विभिन्न पहलुओं पर इस मामले की जांच कर रही है.
जांचकर्ता अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार विकास दुबे की संपत्ति के संदर्भ में एसआईटी ने जांच की है. जांच में नोएडा विकास प्राधिकरण, गाजियाबाद सहित एनसीआर क्षेत्र में विकास दुबे के नाम पर जमीन की जांच की गई, जहां से विकास दुबे के नाम पर संपत्ति के होने की जानकारी नहीं मिली है. इसी के साथ कानपुर व आसपास के जिले में भी विकास दुबे के नाम पर जमीन की जानकारी इकट्ठा की गई है. इसके लिए एसडीएम व राजस्व अधिकारियों से भी एसआईटी ने दस्तावेज तलब किए थे. कानपुर में विकास दुबे के नाम पर कुछ जमीन ग्राम बिकरू और सेवली में जरूर मिली है. यह जमीन विकास दुबे व उसके भाई के नाम पर दर्ज है, जिसके बारे में एसआईटी जानकारी जुटा रही है कि आखिर यह जमीन विकास दुबे के नाम पर कैसे है.
एसआईटी ने अब तक कई पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों से पूछताछ की है. लगभग 24 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी एसआईटी के रडार पर हैं, जिनसे पूछताछ की जानी है. एसआईटी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि एसआईटी को विकास दुबे से जुड़े कई अधिकारी व कर्मचारियों के बारे में जानकारी मिली है. इसके संदर्भ में सबूत जुटाए जा रहे हैं. कुछ अधिकारियों के खिलाफ सबूत मिले भी हैं, जिनके ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.