लखनऊ : शहीद पथ से चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट के बीच बन रहे फ्लाईओवर के बीच में पड़ने वाली जमीनों का मुआवजा अब एलडीए देगा. एयरपोर्ट फ्लाईओवर के लिए मानसरोवर योजना के करीब नौ प्लॉट प्रभावित हो रहे हैं.
इनमें से कुछ जमीनों के मुआवजे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है जबकि एक की रजिस्ट्री न होने पर आवंटन निरस्त कर दिया गया है. एलडीए ने भूमि का अधिग्रहण कर लिया है. निर्माणक्षेत्र में जिन आवंटियों की जमीन आ रही है. उनके पास मुआवजा देने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है.
एलडीए उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि आवंटियों को तीन विकल्प दिए गए थे. उनकी तरफ से एक्ट के तहत विधिक कार्रवाई करने का जवाब दिया गया. शारदा नगर विस्तार में प्लॉट लेने का विकल्प भी दिया गया था. मगर यहां विकास न होने व श्मसान घाट पर प्लॉट लेने से लोगों ने इंकार कर दिया. कई आवंटियों ने दूसरे को प्लॉट बेच दिए हैं.
एलडीए मूल आवंटियों को ही मुआवजे की रकम देगा. उपाध्यक्ष का कहना है कि प्राधिकरण के पास मूल आवंटियों के ही रिकॉर्ड हैं. उन्होंने जिनको जमीन बेची है, उन लोगों ने रजिस्ट्री नहीं करायी है. ऐसे में मूल आवंटी को ही मुआवजे की रकम दी जाएगी.
डीएम सर्किल रेट के आधार पर मुआवजे की रकम तय होगी. पीड़ित आवंटियों के मुताबिक जिंदगी भर की पूंजी लगाकर प्लॉट खरीदा. जब भवन निर्माण का समय आया तब पैसा वापस किया जा रहा है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खण्डपीठ ने अमर शहीद पथ से चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट के बीच प्रस्तावित एलिवेटेड फ्लाई ओवर के निर्माण में देरी पर बीते दिनों नाराजगी जतायी थी. कोर्ट ने संबधित अफसरों से पूछा था कि फ्लाईओवर कितने दिन में बनकर तैयार हो जाएगा.
कानपुर रोड पर लगने वाले जाम से लोगों को मिलेगी निजात
एयरपोर्ट पर आने वाले वीआईपी कानपुर रोड से होकर शहीद पथ जाते हैं. वीआईपी को मिलने वाले प्रोटोकॉल की वजह से कानपुर रोड पर जाम जैसी स्थिति पैदा हो जाती है. इसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसे देखते हुए यूपी सरकार ने शहीद पथ से एक फ्लाईओवर बनाने का फैसला लिया था.
फ्लाईओवर बन जाने से जो वीआईपी कानपुर रोड होकर शहीद पथ जाते थे, वे फ्लाईओवर से होकर शहीद पथ पर जाएंगे. इससे कानपुर रोड पर लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगा.
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