लखनऊ: नगर विकास विभाग ने लखनऊ के कुकरैल नाले को एक बार फिर नदी के रूप में परिवर्तित करने के लिए 67 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया है. जिसमें इस नाले के दोनों ओर ट्रेंच बनाए जाएंगे. इन ट्रेंच में छोटे नालों का पानी बहेगा. यह पानी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए साफ होकर गोमती में मिलेगा. ऐसे में कुकरैल नाला पूरी तरह से साफ हो जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नगर विकास विभाग की इस योजना की नींव 1 महीने के भीतर रखेंगे.
जल्द शुरु होगा निर्माण
गौरतलब है कि कुकरेल नदी का उद्गम लखनऊ से होकर लखनऊ में ही समाप्त हो जाता है. सामान्य तौर पर इसको एक नाला माना जाता है मगर यह एक छोटी नदी है. कुर्सी रोड पर स्कॉर्पियन क्लब के पीछे इस नाले का उद्गम स्थल है और पेपर मिल कॉलोनी के पास गोमती में यह मिल जाता है. दोनों ओर से कुकरैल के पाट करीब 20 किलोमीटर लंबे हैं. फिलहाल इस नदी के उद्गम स्थल से अब इसको पानी नहीं मिल रहा है यह केवल बारिश में और इसमें मिलने वाले नालों की वजह से भरा हुआ दिखाई देता है. इसलिए इस नदी को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है, जिस पर लंबे समय से काम किया जा रहा था. मगर अब नगर विकास विभाग में इस पूरी योजना को अमलीजामा पहना लिया है, बजट पास कर दिया गया है. बहुत जल्द ही निर्माण शुरू हो जाएगा.
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कुकरैल के दोनों ओर बनेगा रिवरफ्रंट
प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि पहली किस्त के तौर पर 35 करोड़ रुपये जारी भी किए जा चुके हैं, जिसमें टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है. कुकरैल के दोनों ओर से जितने भी नाले उसमें प्रवाहित हो रहे हैं उनको नदी के दोनों और पतले नाले बनाकर उनमें ही रोक लिया जाएगा. यहां से यह पानी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में जाकर गोमती में मिलेगा, इससे गोमती भी गंदी नहीं होगी और कुकरैल नदी के भीतर भी नालों का पानी भी नहीं जाएगा. इसके अलावा कुकरैल नदी को पानी से भरने के लिए शारदा सहायक योजना की इंदिरा कैनाल से इसमें पानी छुड़वाया जाएगा, ताकि सालभर इसमें स्वच्छ पानी बना रहे. इसके साथ ही कुकरैल नदी के दोनों और रिवरफ्रंट भी विकसित किया जाएगा, जिसके जरिए यहां स्वच्छता के साथ ही सुंदरता का भी अनुभव होगा. मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि समय मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से परियोजना का शिलान्यास करवा दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट को जल निगम बनाएगा और करीब डेढ़ साल में यह काम पूरा हो जाएगा.
परियोजना की मुख्य बातें
- कुकरैल नदी के दोनों ओर नए नाले बनेंगे, जिसमें पुराने नाले मिलेंगे.
- परियोजना करीब 65 करोड़ रुपये की होगी, 35 करोड़ रुपये जारी हुए.
- करीब डेढ़ साल में पूरी होगी और इसे जल निगम बनाएगा.
- बाद में रिवर फ्रंट भी बनेगा.