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साल 2020 में केजीएमयू ने स्वीकृत बजट का 88% किया खर्च

राजधानी लखनऊ में स्वास्थ्य सेक्टर में वर्ष 2020 में स्वीकृत किए गए बजट का कितना हिस्सा खर्च किया गया है इसको लेकर केजीएमयू के फाइनेंस ऑफिसर कमलेश कुमार ने जानकारी दी.

केजीएमयू
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Published : Feb 17, 2021, 6:54 PM IST

लखनऊ: बीते दिनों वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश किया. आम बजट में हेल्थ सेक्टर को लेकर तमाम घोषणाएं की गईं. उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में हेल्थ सुविधाओं को बेहतर करने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया गया. ऐसे में राजधानी लखनऊ में स्वास्थ्य सेक्टर में वर्ष 2020 में स्वीकृत किए गए बजट का कितना हिस्सा खर्च किया गया है और इनसे क्या कार्य किए गए हैं इसको लेकर पढ़िए ये रिपोर्ट...

जानकारी देते संवाददाता.

केजीएमयू में बजट का 88% हुआ खर्च
राजधानी लखनऊ में मौजूद उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में वर्ष 2020 में बजट के 9766.48 लाख रुपए निर्धारित किए गए थे, जिसमें से 83107.20 लाख रुपए स्वीकृत किए गए. इसमें से केजीएमयू ने 72,887 लाख रुपए विभिन्न कार्यों में खर्च किए हैं. केजीएमयू के फाइनेंस ऑफिसर कमलेश कुमार ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और अन्य स्टाफ की सैलरी, केजीएमयू के बर्न यूनिट का निर्माण, जनपद बलरामपुर में केजीएमयू के सेटेलाइट यूनिट का निर्माण, मेडिकल हेल्थ केयर प्रोग्राम, राष्ट्रीय मानसिक केयर प्रोग्राम, विश्वविद्यालय में निर्माण कार्य, चल चिकित्सा में उपयोग होने वाले उपकरण पर स्वीकृत बजट का 88% खर्च किया गया है.

सिविल अस्पताल के लिए स्वीकृत किए गए थे 20 करोड़
राजधानी लखनऊ स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के लिए वर्ष 2020 में 20 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे. स्वीकृत की गई इस धनराशि से सिविल अस्पताल में इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण, सैलरी का वितरण, फायर लाइन का निर्माण, चिकित्सा उपकरणों की खरीद के कार्य किए गए. सिविल अस्पताल ने अपने बजट का लगभग 75% वर्ष 2020 में खर्च किया है.

एसजीपीजीआई के लिए 820 करोड रुपए किए गए स्वीकृत
पीजीआई अस्पताल के लिए वर्ष 2020 में 820 करोड रुपए स्वीकृत किए गए। जिसमें से पीजीआई अस्पताल में 700 करोड़ रुपए से अधिक का खर्च किए. इस खर्च के तहत दवाइयों की खरीद, शल्य चिकित्सा में उपयोग होने वाले उपकरण और डॉक्टरों व अन्य कर्मचारियों का वेतन और इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर खर्च किए गए हैं.

कैंसर संस्थान के लिए 187 करोड़ किए गए स्वीकृत
राजधानी लखनऊ स्थित कैंसर संस्थान को 187 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए, जिसमें से अस्पताल में 60% से अधिक का बजट खर्च किया गया. इस बजट की मदद से इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण रेडियोथैरेपी के लिए मशीनों की खरीद ऑपरेशन थिएटर के निर्माण के लिए पैसे का खर्च किए गए.

राम मनोहर लोहिया संस्थान के लिए 477 करोड रुपए किए गए स्वीकृत
वर्ष 2020 में राम मनोहर लोहिया संस्थान में 477 करोड रुपए स्वीकृत किए गए. जिससे नई बिल्डिंग का निर्माण, पार्किंग का निर्माण, डॉक्टर के लिए जिम का निर्माण, संस्था के डॉक्टर स्टाफ की सैलरी पर बजट का 79% खर्च किया गया.

लखनऊ: बीते दिनों वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश किया. आम बजट में हेल्थ सेक्टर को लेकर तमाम घोषणाएं की गईं. उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में हेल्थ सुविधाओं को बेहतर करने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया गया. ऐसे में राजधानी लखनऊ में स्वास्थ्य सेक्टर में वर्ष 2020 में स्वीकृत किए गए बजट का कितना हिस्सा खर्च किया गया है और इनसे क्या कार्य किए गए हैं इसको लेकर पढ़िए ये रिपोर्ट...

जानकारी देते संवाददाता.

केजीएमयू में बजट का 88% हुआ खर्च
राजधानी लखनऊ में मौजूद उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में वर्ष 2020 में बजट के 9766.48 लाख रुपए निर्धारित किए गए थे, जिसमें से 83107.20 लाख रुपए स्वीकृत किए गए. इसमें से केजीएमयू ने 72,887 लाख रुपए विभिन्न कार्यों में खर्च किए हैं. केजीएमयू के फाइनेंस ऑफिसर कमलेश कुमार ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और अन्य स्टाफ की सैलरी, केजीएमयू के बर्न यूनिट का निर्माण, जनपद बलरामपुर में केजीएमयू के सेटेलाइट यूनिट का निर्माण, मेडिकल हेल्थ केयर प्रोग्राम, राष्ट्रीय मानसिक केयर प्रोग्राम, विश्वविद्यालय में निर्माण कार्य, चल चिकित्सा में उपयोग होने वाले उपकरण पर स्वीकृत बजट का 88% खर्च किया गया है.

सिविल अस्पताल के लिए स्वीकृत किए गए थे 20 करोड़
राजधानी लखनऊ स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के लिए वर्ष 2020 में 20 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे. स्वीकृत की गई इस धनराशि से सिविल अस्पताल में इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण, सैलरी का वितरण, फायर लाइन का निर्माण, चिकित्सा उपकरणों की खरीद के कार्य किए गए. सिविल अस्पताल ने अपने बजट का लगभग 75% वर्ष 2020 में खर्च किया है.

एसजीपीजीआई के लिए 820 करोड रुपए किए गए स्वीकृत
पीजीआई अस्पताल के लिए वर्ष 2020 में 820 करोड रुपए स्वीकृत किए गए। जिसमें से पीजीआई अस्पताल में 700 करोड़ रुपए से अधिक का खर्च किए. इस खर्च के तहत दवाइयों की खरीद, शल्य चिकित्सा में उपयोग होने वाले उपकरण और डॉक्टरों व अन्य कर्मचारियों का वेतन और इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर खर्च किए गए हैं.

कैंसर संस्थान के लिए 187 करोड़ किए गए स्वीकृत
राजधानी लखनऊ स्थित कैंसर संस्थान को 187 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए, जिसमें से अस्पताल में 60% से अधिक का बजट खर्च किया गया. इस बजट की मदद से इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण रेडियोथैरेपी के लिए मशीनों की खरीद ऑपरेशन थिएटर के निर्माण के लिए पैसे का खर्च किए गए.

राम मनोहर लोहिया संस्थान के लिए 477 करोड रुपए किए गए स्वीकृत
वर्ष 2020 में राम मनोहर लोहिया संस्थान में 477 करोड रुपए स्वीकृत किए गए. जिससे नई बिल्डिंग का निर्माण, पार्किंग का निर्माण, डॉक्टर के लिए जिम का निर्माण, संस्था के डॉक्टर स्टाफ की सैलरी पर बजट का 79% खर्च किया गया.

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