लखनऊ: केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में जहरीली शराब से बीमार हुए लोगों के इलाज के लिए नई गाइडलाइन बनाई जाएगी. इसके तहत स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल तय किया जा रहा है. मंगलवार को इसकी विस्तृत गाइडलाइन तैयार करने के लिए पहली बैठक हुई, इसमें तय किया गया कि 15 दिन में प्रोटोकोल तैयार कर लिया जाएगा, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी.
क्या है पूरा मामला
- बाराबंकी शराब कांड के बाद केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में अचानक करीब 47 मरीज पहुंचे थे.
- संयोग से उस वक्त कैजुअल्टी प्रभारी डॉ धीरेंद्र कुमार और ट्रॉमा प्रभारी सुरेश कुमार ने सभी विभागाध्यक्षों को बुला लिया.
- विभागाध्यक्ष अपनी पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए, इससे स्थिति नियंत्रित हो गई.
- इस घटना के बाद केजीएमयू प्रशासन ने नए सिरे से प्रोटोकोल बनाने का फैसला लिया है.
- मंगलवार को इस कमेटी की बैठक हुई, जिसमें तय किया गया कि 15 दिन के अंदर प्रोटोकॉल तैयार किया जाएगा.
- इसमें पेशेंट केयर को प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे अचानक मरीजों की भीड़ बढ़ने पर दूसरे मरीजों का इलाज प्रभावित न हो.