लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुंदेलखंड के 25 गांवों में रिसर्च और जल स्रोतों को पुनर्जीवत करने के लिए इजराइल जो पायलट प्रोजेक्ट चला रहा है, वह बहुत कारगर साबित हो रहा है. इससे यह समझा जा सकता है कि इजराइल की तकनीक का प्रयोग करके उत्तर प्रदेश बहुत अच्छा प्रदर्शन कर सकता है. बैठक में मुख्य सचिव डॉ. अनूप पांडेय, अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश अवस्थी समेत अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री ने क्या कहा-
यूपी पुलिस की आधुनिकीकरण में इजराइल सहयोग करे तो बेहतर-
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को लोकभवन में इजराइल के राजदूत रॉन मलका के साथ कृषि, फूड प्रोसेसिंग, मार्केटिंग डिफेंस, पेयजल और सिचाईं जैसे मुद्दों पर चर्चा की थी. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी पुलिस फोर्स उत्तर प्रदेश के पास है. पुलिस के आधुनिकीकरण को लेकर उत्तर प्रदेश लगातार प्रयासरत है. कुम्भ के आयोजन में हमने इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर और आर्टीफीशियल पुलिसिंग स्थापित की थी, जो काफी सफल रही. पुलिस के आधुनिकीकरण में इजराइल अगर उत्तर प्रदेश का सहयोग करे तो हमें काफी प्रसन्नता होगी.
जल रिसाइकलिंग व सिचाईं में तकनीक का प्रयोग-
सितंबर और नवबंर में इजराइल में डिफेंस और जल पर होने वाले अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश इसमें जरूर सहभागी बनेगा. भारत और इजराइल के सम्बंध बहुत गहरे हैं. बीते तीन दशकों में दोनों देशों के सम्बंधों ने नई ऊचाइयों को छुआ है. भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की दोस्ती को और आगे बढ़ाने में उत्तर प्रदेश सहयोगी बनेगा.
वॉटर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में इजराइल विश्व में अग्रणी है. इजराइल और उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में काफी भौगोलिक समानता है. इसको लेकर हम एक फ्लैगशिप प्रोग्राम यहां स्थापित करना चाहते हैं. इस प्रोग्राम के शुरू हो जाने के बाद हम इसे उत्तर प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी स्थापित करेंगे. नवबंर में होने वाले वॉटर कॉन्फ्रेंस में भारत को ही समर्पित एक साइड इवेंट भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें शामिल होने के लिए हम उत्तर प्रदेश को भी आमंत्रित करते हैं.
-रॉन मलका, इजराइल के राजदूत