लखनऊ : यूपी में 11 आईपीएस अधिकारियों के हुए तबादले किए गए हैं. कानपुर के बिकरू कांड के बाद से साइड लाइन चल रहे डीआईजी अनंत देव को 26 महीने बाद तैनाती दी गई है. उन्हें डीआईजी रेलवे प्रयागराज बनाया गया है. वहीं लंबे समय से साइड लाइन चल रहे अजय पाल शर्मा को जौनपुर एसपी बनाया गया है. सरकार ने पुलिस मुख्यालय से अटैच 8 आईपीएस अधिकारियों को तैनाती दी है. योगी सरकार ने पुलिस मुख्यालय से अटैच 2009 बैच के आईपीएस पवन कुमार को एसपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स मुख्यालय बनाया है.
वर्ष 2010 बैच के आईपीएस शिवहरि मीना एसपी साइबर क्राइम बनाए गए हैं. वर्ष 2016 बैच के आईपीएस रोहन प्रमोद बोत्रे को एसपी महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन, वर्ष 2000 बैच के आईपीएस दिनेश त्रिपाठी एसपी 112 बनाए गए हैं. जौनपुर एसपी अजय साहनी को सहारनपुर रेंज डीआईजी बनाया गया है. विनीत जायसवाल डीसीपी लखनऊ बनाए गए हैं. उन्हें हाल ही में पुलिस मुख्यालय से अटैच किया गया था. वर्ष 2000 बैच के आईपीएस कमलेश कुमार दीक्षित को एसपी रूल्स एंड मैन्यूल, जय प्रकाश सिंह एसपी सुरक्षा मुख्यालय, वर्ष 2013 बैच की आईपीएस सुनीति को एसपी प्रशासन बनाया गया है.
अनंत देव को 26 महीने बाद मिली तैनाती : वर्ष 2006 बैच के आईपीएस अनंत देव को उत्तर प्रदेश सरकार ने नवंबर 2020 में बिकरू कांड की जांच रिपोर्ट आने के बाद निलंबित कर दिया था. उस दौरान वह डीआईजी पीएसी मुरादाबाद के पद पर तैनात थे. यूपी के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अफसर के रूप में पहचाने जाने वाले अनंत देव बिकरू कांड के बाद कुछ फोटो और वॉयरल ऑडियो के चलते विवादों में घिर गए थे. अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में गठित एसआईटी की जांच रिपोर्ट के बाद अनंत देव को निलंबित कर दिया गया था. करीब एक साल 10 महीने के बाद उनकी बहाली करते हुए पुलिस मुख्यालय से अटैच किया गया था. अब अनंत देव को दो साल 2 महीने बाद तैनाती देते हुए डीआईजी रेलवे प्रयागराज बनाया गया है.