लखनऊ: दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के बाहर रेप पीड़िता और उसके साथी द्वारा आत्मदाह के मामले में जांच समिति ने वाराणसी के तत्कालीन SSP अमित पाठक, डिप्टी एसपी अमरेश सिंह बघेल, सब इंस्पेक्टर संजय राय और उनके पुत्र विवेक को तलब कर पूछताछ के लिए बुलाया. लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड दफ्तर में तीन घंटे चल रही पूछताछ में इन अफसरों से पूरी घटना का ब्योरा लिया गया. घटना की सूचना से लेकर मामला दर्ज विवेचना की पूरी जानकारी और उससे संबंधित कागजात भी हासिल किए.
बता दें कि, बीते मंगलवार को जांच समिति ने पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर से पूछताछ की थी. ऑडियो-वीडियो और सारे सवालों का ब्योरा लेकर जबाव देने को समय मांगा. वहीं, जांच समिति की सदस्य IPS नीरा रावत और आर.के. विश्वकर्मा ने वाराणसी के तत्कालीन SSP अमित पाठक, डिप्टी एसपी भेलूपुर अमरेश सिंह बघेल, सब इंस्पेक्टर संजय राय और उसके पुत्र विवेक को नोटिस देकर 25 अगस्त को तलब किया था. ये सभी अफसर दोपहर 12 बजे उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के दफ्तर पहुंचे, वहां इन सभी से करीब 3 घंटे सघन पूछताछ की गई.
जांच समिति ने इन सभी अधिकारियों के बयानों को आमने-सामने बैठाकर पुष्टि भी की और सारे साक्ष्य हासिल किए. इस आत्मदाह और फेसबुक लाइव की घटना से उत्तर प्रदेश पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. वाराणसी के तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक को गाजियाबाद से हटाकर लखनऊ तबादला कर दिया गया. वहीं, वाराणसी के कैंट थाना प्रभारी निरीक्षक और विवेचक पर भी कार्रवाई की गई है. प्रभारी निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया गया है, जबकि विवेचक को सस्पेंड कर दिया गया.
2018 में अतुल राय पर दुष्कर्म का लगाया था आरोप
बता दें कि, बलिया की रहने वाली एक युवती ने मऊ के घोसी लोकसभा सीट से बीएसपी सांसद अतुल राय पर आरोप लगाए थे कि अतुल ने सात मार्च 2018 को उसे वाराणसी के लंका स्थित अपने फ्लैट में पत्नी से मिलाने के बहाने बुलाया था. वहां पहुंचने पर उसके साथ दुष्कर्म किया और अश्लील वीडियो भी बनाया. युवती वाराणसी के एक कॉलेज की छात्रा रह चुकी है. इस मामले में पीड़िता ने एक मई 2019 को वाराणसी के लंका थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था.
वहीं, युवती और उसके एक साथी ने आत्मदाह को फेसबुक पर लाइव वीडियो बनाकर सांसद के प्रभाव में पुलिस प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया था. इसी लाइव में दोनों ने आत्मदाह का जिम्मेदार यूपी के लोकसभा सांसद अतुल राय के साथ साथ यूपी के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों (जिसमें से कुछ आईपीएस अधिकारी और यूपी पुलिस के कर्मचारी व अधिकारी भी शामिल हैं) को ठहराया है. इस हाई प्रोफाइल मामले में युवती का आरोप है कि उसे निचली अदालतों में न्याय नहीं मिला, बता दें, वर्तमान में मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. सोमवार को इस मुकदमे की तारीख थी, लेकिन उससे पहले ही दोनों ने आग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की थी, बाद में उसकी अस्पताल में मौत हो गई. दिल्ली की तिलक मार्ग थाना पुलिस अभी भी मामले की जांच में जुटी है.
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युवती पर लगे थे जालसाजी और हनी ट्रैप के आरोप
बता दें कि, सांसद अतुल राय पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती को कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया था. युवती पर जालसाजी और हनी ट्रैप का आरोप लगा था. वहीं, आत्महत्या करने वाली युवती के साथ खुद को आग लगाने वाला पुरुष युवती के मामले में गवाह था. इस हाई प्रोफाइल केस में दोनों का आरोप है कि सांसद के प्रभाव के कारण पुलिस अधिकारियों ने इन दोनों को झूठे मामले में फंसाया और इस हद तक प्रताड़ित किया कि दोनों को मौत को अपनाना ज्यादा सरल लगा. न्याय न मिल पाने और आरोपी के प्रभाव से पुलिस द्वारा प्रताड़ित करने के वजह से ही दोनों ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया. बाद में उसकी मौत हो गई.