लखनऊ: मंगलवार को विश्वभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (international yoga day) मनाया गया. उत्तर प्रदेश के मदरसे में भी पूरे जोश के साथ शिक्षक और बच्चों ने योगा किया. जिले के मशहूर इरफानीया मदरसे में बड़ी तादाद में बच्चों ने योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
मदरसे के बच्चों ने किया योगाभ्यास: प्रदेश के मदरसों से जुड़े बच्चे योग दिवस को लेकर काफी उत्साहित नजर आए. पुराने लखनऊ के मशहूर इरफानीया मदरसे में बच्चों ने बड़ी संख्या में योगा किया. वहीं, शिक्षकों ने सेहत के लिए योग को काफी फायदेमंद बताया. मदरसे के सरपरस्त कारी इम्तियाज़ ने इस खास मौके पर प्रदेश के सभी मदरसों से योग करने की अपील की थी. उन्होंने कहा कि योग इंसान के लिए बेहद जरूरी है. इस्लाम में भी वर्जिश (योग) कहा जाता है. पैगंबर साहब भी योग करते थे. योग को किसी भी मजहब से जोड़कर नहीं देखना चाहिए.
योग दिवस पर मदरसा बोर्ड ने जारी किया था आदेश: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से एक दिन पहले यूपी के सभी मदरसों को मदरसा शिक्षा परिषद ने आदेश जारी किया था. इसके अनुसार अनुदानित, गैर अनुदानित और मान्यता प्राप्त मदरसों में योग करना अनिवार्य था. वहीं, प्रदेश के मदरसों में इस आदेश का पालन बखूबी किया गया.
उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार जगमोहन सिंह ने बताया कि मदरसे अपनी वह भूमिका समाज निभाए, जिसकी उनसे उम्मीद की जाती है. मदरसे कई बच्चों के लिए शिक्षा का अंतिम सहारा है. अगर मदरसे न हों, तो शायद कई बच्चे तालीम से वंचित रह जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार की जो भी योजना है.
मदरसे भी उसमें कदम से कदम मिलाकर चलें. मदरसों में भी योग एक आदत की तरह बने, इसका प्रयास रहेगा. जगमोहन सिंह ने कहा कि योग को अपने जीवन में रोज की आदत बनाएं. तभी ये सेहत के लिए फायदेमंद साबित होगा.
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