लखनऊ: कैलिफोर्नियम केमिकल (Californium chemical) पकड़ने का दावा करने वाली थाना गाजीपुर पुलिस उस वक्त दंग रह गई, जब आईआईटी कानपुर लैब से जांच रिपोर्ट आई. जांच रिपोर्ट में संदिग्ध कैलिफोर्नियम केमिकल- सल्फर, आयरन, सिलिकॉन और कार्बन का मिश्रण निकला. पुलिस का दावा है कि पकड़ा गया गैंग इसका इस्तेमाल लोगों को ठगने में करता था. बता दें कि लखनऊ पुलिस ने 28 मई को पॉलीटेक्निक चौराहे से 8 लोगों को गिरफ्तार किया था, उनके कब्जे से कैलिफोर्नियम बरामद करने का दावा किया था.
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इस संबंध में डीसीपी रईस अख्तर ने बताया कि आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के वैज्ञानिकों और प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस टीम ने रिपोर्ट हासिल की. इस रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने स्पष्ट किया है कि ठगों से बरामद धातु कैलिफोर्नियम नहीं है. उच्चाधिकारियों को भी रिपोर्ट भेज दी गई है.
लखनऊ स्थित पॉलिटेक्निक चौराहे पर पुलिस टीम ने ठगों के गिरोह के आठ लोगों को गिरफ्तार किया था. इनसे बरामद पदार्थ को ठगों ने कैलिफोर्नियम बताया था. पुलिस ने जानकारी ली, तो पता चला कि यह विश्व की दूसरी सबसे महंगी धातु है. इसकी सत्यता परखने के लिए बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट (Birbal Sahni Institute) के वैज्ञानिकों से संपर्क किया गया. वैज्ञानिकों की राय पर इसे जांच के लिए कानपुर की आईआईटी लैब भेजा गया. करीब 8 दिन तक परीक्षण के बाद तय हुआ कि बरामद पदार्थ कैलिफोर्नियम नहीं है.
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