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मदरसा शिक्षकों को IIT, IIM के दिग्गज दे रहे ऑनलाइन क्लासेस की ट्रेनिंग - मदरसा शिक्षकों को ट्रेनिंग

कोरोना काल के दौरान प्रभावित हुई मदरसों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए IIT, IIM के दिग्गज ट्रेनिंग दे रहे हैं. दिग्गजों की इस टीम में पूर्व और वर्तमान छात्रों के साथ ही रिटायर्ड टीचर भी शामिल हैं.

मदरसा शिक्षकों को ऑनलाइन क्लासेस की ट्रेनिंग
मदरसा शिक्षकों को ऑनलाइन क्लासेस की ट्रेनिंग
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Published : Jun 28, 2021, 12:07 PM IST

Updated : Jun 28, 2021, 12:16 PM IST

लखनऊ: कोरोना के कारण प्रभावित हो रही मदरसों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए नई पहल की गई है. मदरसों के शिक्षकों को IIT और IIM के दिग्गज ट्रेनिंग दे रहे हैं. दिग्गजों की इस टीम में पूर्व और वर्तमान छात्रों के साथ ही रिटायर्ड टीचर भी शामिल हैं. 24 जून को पहले चरण की ट्रेनिंग समपन्न की गई, जिसमें लगभग 1 हजार से भी ज्यादा शिक्षक जुड़े. इस विषय में भाषा समिति के सदस्य दानिश आजाद ने योगी सरकार के मदरसों को आधुनिक बनाने के रोड मैप के बारे में जानकारी दी.

उत्तर प्रदेश राज्य भाषा समिति के सदस्य दानिश आजाद ने कहा कि कोविड के कहर के चलते मदरसों की शिक्षा भी काफी प्रभावित हो रही है. जिसपर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी मदरसा बोर्ड की ओर से यह निर्णय लिया गया कि मदरसा बोर्ड के बच्चों को भी ऑनलाइन शिक्षा से जोड़ा जाए. इसी कड़ी में ऑनलाइन क्लासेस शुरू होने से पहले मदरसों के शिक्षकों को ऑनलाइन पढ़ाई कराने से संबंधित खास ट्रेनिंग यूपी में शुरू कर दी गई है. इस ट्रेनिंग में प्रदेश के 558 सरकारी मदरसे और तकरीबन 17 हजार मान्यता प्राप्त मदरसों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा.

मदरसा शिक्षकों को ऑनलाइन क्लासेस की ट्रेनिंग
वर्चुअल माध्यम से दी गई टीचर्स को ट्रेनिंग
ट्रेनिंग सेशन के पहले चरण में यूपी के एक हजार शिक्षकों को जूम एप के माध्यम से ट्रेनिंग दी गई. इस ट्रेनिंग में IIT कानपुर, IIM के दिग्गजों ने हिस्सा लिया और मदरसों के शिक्षकों को ऑनलाइन क्लॉस लेने का प्रशिक्षण दिया. दानिश आजाद का कहना है कि पहले चरण के बाद अब दूसरे चरण की तैयारी हो रही है, जिसमें सरकार और बोर्ड की कोशिश है कि ग्रामीण क्षेत्रों के शिक्षकों को भी इस ट्रेनिंग प्रोग्राम से जोड़ा जाए. जिससे वह भी अपने मदरसों के बच्चों को ऑनलाइन क्लासेस दे सकें.
मदरसों के आधुनिकीकरण में योगी सरकार का कदम
दानिश आजाद ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि शिक्षकों को ऑनलाइन क्लास का एफेक्टिव इस्तेमाल कैसे किया जाए साथ ही टीचिंग टेक्निक को और बेहतर कैसे करें इसके बारे में जानकारी देना है. साथ ही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए छात्र और छात्राओं से इंटरैक्शन के साथ-साथ ऑनलाइन उपलब्ध कोर्सेस और किताबों से भी कैसे बच्चों को शिक्षा दी जाए इसे भी इस ट्रेनिंग में बताया गया.
मोबाइल एप पर पढ़ेंगे मदरसा बोर्ड के छात्र
दानिश आजाद ने कहा कि यूपी मदरसा बोर्ड एक एप बनाने पर भी विचार कर रहा है, जिसके तहत मदरसों के बच्चे शिक्षा ले सकें और किताबों का बोझ कम हो सके. उन्होंने कहा कि इस एप में सिर्फ सिलेबस ही नहीं बल्कि कई बड़े शिक्षकों के लेक्चर्स भी मौजूद रहेंगे. सरकार की कोशिश है कि मदरसे के बच्चे एफेक्टिव टीचिंग के इस एप से लाभ उठा सकें.

लखनऊ: कोरोना के कारण प्रभावित हो रही मदरसों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए नई पहल की गई है. मदरसों के शिक्षकों को IIT और IIM के दिग्गज ट्रेनिंग दे रहे हैं. दिग्गजों की इस टीम में पूर्व और वर्तमान छात्रों के साथ ही रिटायर्ड टीचर भी शामिल हैं. 24 जून को पहले चरण की ट्रेनिंग समपन्न की गई, जिसमें लगभग 1 हजार से भी ज्यादा शिक्षक जुड़े. इस विषय में भाषा समिति के सदस्य दानिश आजाद ने योगी सरकार के मदरसों को आधुनिक बनाने के रोड मैप के बारे में जानकारी दी.

उत्तर प्रदेश राज्य भाषा समिति के सदस्य दानिश आजाद ने कहा कि कोविड के कहर के चलते मदरसों की शिक्षा भी काफी प्रभावित हो रही है. जिसपर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी मदरसा बोर्ड की ओर से यह निर्णय लिया गया कि मदरसा बोर्ड के बच्चों को भी ऑनलाइन शिक्षा से जोड़ा जाए. इसी कड़ी में ऑनलाइन क्लासेस शुरू होने से पहले मदरसों के शिक्षकों को ऑनलाइन पढ़ाई कराने से संबंधित खास ट्रेनिंग यूपी में शुरू कर दी गई है. इस ट्रेनिंग में प्रदेश के 558 सरकारी मदरसे और तकरीबन 17 हजार मान्यता प्राप्त मदरसों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा.

मदरसा शिक्षकों को ऑनलाइन क्लासेस की ट्रेनिंग
वर्चुअल माध्यम से दी गई टीचर्स को ट्रेनिंग
ट्रेनिंग सेशन के पहले चरण में यूपी के एक हजार शिक्षकों को जूम एप के माध्यम से ट्रेनिंग दी गई. इस ट्रेनिंग में IIT कानपुर, IIM के दिग्गजों ने हिस्सा लिया और मदरसों के शिक्षकों को ऑनलाइन क्लॉस लेने का प्रशिक्षण दिया. दानिश आजाद का कहना है कि पहले चरण के बाद अब दूसरे चरण की तैयारी हो रही है, जिसमें सरकार और बोर्ड की कोशिश है कि ग्रामीण क्षेत्रों के शिक्षकों को भी इस ट्रेनिंग प्रोग्राम से जोड़ा जाए. जिससे वह भी अपने मदरसों के बच्चों को ऑनलाइन क्लासेस दे सकें.
मदरसों के आधुनिकीकरण में योगी सरकार का कदम
दानिश आजाद ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि शिक्षकों को ऑनलाइन क्लास का एफेक्टिव इस्तेमाल कैसे किया जाए साथ ही टीचिंग टेक्निक को और बेहतर कैसे करें इसके बारे में जानकारी देना है. साथ ही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए छात्र और छात्राओं से इंटरैक्शन के साथ-साथ ऑनलाइन उपलब्ध कोर्सेस और किताबों से भी कैसे बच्चों को शिक्षा दी जाए इसे भी इस ट्रेनिंग में बताया गया.
मोबाइल एप पर पढ़ेंगे मदरसा बोर्ड के छात्र
दानिश आजाद ने कहा कि यूपी मदरसा बोर्ड एक एप बनाने पर भी विचार कर रहा है, जिसके तहत मदरसों के बच्चे शिक्षा ले सकें और किताबों का बोझ कम हो सके. उन्होंने कहा कि इस एप में सिर्फ सिलेबस ही नहीं बल्कि कई बड़े शिक्षकों के लेक्चर्स भी मौजूद रहेंगे. सरकार की कोशिश है कि मदरसे के बच्चे एफेक्टिव टीचिंग के इस एप से लाभ उठा सकें.
Last Updated : Jun 28, 2021, 12:16 PM IST
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