लखनऊः शनिवार को सोशल मीडिया पर आईपीएस एसोसिएशन द्वारा शासन को पत्र लिखकर हाथरस के पूर्व एसपी आईपीएस अधिकारी विक्रांत वीर के निलंबन की कार्रवाई को लेकर विरोध दर्ज कराने की अफवाह फैली. सोशल मीडिया पर यह बताया गया कि आईपीएस एसोसिएशन की ओर से पत्र लिखकर डीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई. हालांकि, जब आईपीएस एसोसिएशन के अधिकारियों से संदर्भ में बातचीत की गई तो उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही, इस खबर का खंडन करते हुए कहा कि एसोसिएशन की ओर से कोई पत्राचार शासन को नहीं किया गया है.
आईजी अमिताभ ठाकुर ने आईपीएस एसोसिएशन को लिखा पत्र
हाथरस मामले में योगी आदित्यनाथ की ओर से कार्रवाई करते हुए हाथरस के पूर्व कप्तान आईपीएस विक्रांत वीर सहित 5 कर्मचारियों को निलंबित किया गया है. इसके बाद आईजी अमिताभ ठाकुर ने आईपीएस एसोसिएशन को पत्र लिखकर पुलिस अधिकारी पर की गई कार्रवाई का विरोध दर्ज कराने की बात कही है.
आईपीएस एसोसिएशन को लिखे गए पत्र में अमिताभ ठाकुर ने कहा कि पुलिस अफसरों पर कार्रवाई अपेक्षित थी, लेकिन साथ ही इस मामले में डीएम हाथरस प्रवीण कुमार लक्षकार की भूमिका को लेकर आरोप लग रहे हैं. डीएम का परिवार को धमकाते हुए वीडियो सामने आया है. ऐसे में आईपीएस एसोसिएशन को शासन को विभिन्न पहलुओं से अवगत कराते हुए डीएम हाथरस के खिलाफ निलंबन सहित किए जाने के लिए पत्राचार करने की बात कही है.
आईजी अमिताभ ठाकुर द्वारा लिखे गए इस पत्र के बाद सोशल मीडिया पर आईपीएस एसोसिएशन द्वारा विक्रांत वीर के निलंबन को लेकर विरोध जताने व शासन को पत्र लिखने की अफवाह प्रकाशित हुई. हालांकि, जब आईपीएस एसोसिएशन द्वारा शासन को लिखे गए पत्र के संदर्भ में आईपीएस एसोसिएशन के सचिव नीलाब्जा चौधरी से बातचीत की गई. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि एसोसिएशन की ओर से अभी तक किसी भी तरह का पत्र नहीं लिखा गया है.