लखनऊ: सूबे की राजधानी लखनऊ में युवती की जलने से मौत का मामला सामने आया है. परिजनों का आरोप है कि लड़की के ससुराल पक्ष के लोग आए दिन उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे और आज हमारी बेटी को जलाकर मार दिया. वहीं लड़की के मायके पक्ष की तहरीर के आधार पर ससुराल पक्ष के लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस लड़की के ससुरालियों से पूछताछ कर मामले की जानकारी हासिल कर रही है.
साल 2015 में हुई थी शादी
यूपी की राजधानी लखनऊ के थाना अलीगंज स्थित त्रिवेणी नगर में रहने वाली विवाहिता की जलकर मौत हो गई. वहीं लड़की के परिजनों ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया है. जानकारी के मुताबिक, त्रिवेणी नगर प्रथम की रहने वाली अंकिता की शादी साल 2015 में लखनऊ के ही त्रिवेणी नगर तृतीय में रहने वाले मनीष दीक्षित से हुई थी. मनीष दीक्षित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में कंप्यूटर ऑपरेटर की पद पर कार्यरत हैं.
ससुराल पक्ष ने हत्या की बात को नकारा
अलीगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक के अनुसार, मनीष के परिजनों ने पूछताछ में बताया कि 18 अक्टूबर रविवार को अंकिता सुबह घर में पूजा कर रही थी. उसी दौरान दीपक से उसके कपड़ों में आग लग गई. आग लगने की वजह से वह काफी जल गई, जिसके बाद उसे उपचार के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां शनिवार को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
दहेज को लेकर करते थे मारपीटः परिजन
वहीं अंकिता के परिजनों का कहना है कि मनीष दीक्षित और उसके परिजन आए दिन दहेज की मांग करते थे. यही नहीं मनीष और उसके परिवार वाले दहेज को लेकर अंकिता के साथ मारपीट करते थे. कई बार लड़ाई-झगड़े भी हुए, जिसके चलते तीन बार समझौता भी कराया जा चुका है. इसके बावजूद मनीष और उसके पूरे परिवार ने मिलकर अंकिता को आग लगा कर जला दिया. इसके बाद अंकिता के परिजनों ने अंकिता की मौत के बाद मनीष दीक्षित व उसके परिवार के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है.
पुलिस ने पति समेत सभी को किया गिरफ्तार
अंकिता के पिता राजकुमार तिवारी ने थाना अलीगंज में मृतक अंकिता के पति मनीष दीक्षित, ससुर वीरेंद्र दीक्षित, सास मंजू दीक्षित, ननद विक्की दीक्षित और राधिका दीक्षित और जेठ नवीन दीक्षित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. तहरीर के आधार पर अलीगंज थाने की पुलिस ने मनीष और उनके परिजनों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले में जांच की जा रही है.