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ठंड में हार्टअटैक का खतरा अधिक, इन बातों का रखें ध्यान

ठंड बढ़ रही है. मौसम का यह बदलाव ह्रदय रोगियों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. ठंड के मौसम में हार्टअटैक क्यों होता है, इसके बारे में लोहिया संस्थान के कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. भुवन से बातचीत की गई. देखिये ये रिपोर्ट...

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Published : Jan 27, 2021, 8:21 PM IST

कॉन्सेप्ट इमेज.
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लखनऊ: राजधानी में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ठंड के मौसम में हृदयाघात यानी की हार्ट अटैक की संभावना अधिक होती है. चिकित्सकों के अनुसार ठंड के मौसम में शरीर की गर्मी को बचाए रखने के लिए नसें सिकुड़ती हैं, ऐसे में हार्टअटैक का खतरा रहता है. इस ठंड के मौसम में हृदय रोगियों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किस तरह से हार्टअटैक जैसी स्थिति से बच सकते हैं, इसके बारे में राम मनोहर लोहिया संस्थान के कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉक्टर भुवन तिवारी से खास बातचीत की गई.

डॉ. भुवन से बातचीत.

ठंड के मौसम में हार्टअटैक के यह होते हैं कारण
डॉ. भुवन ने बताया कि ठंड के मौसम में हार्टअटैक की अधिक मामले सामने आते हैं, क्योंकि शरीर की नसें गर्मी को बचाए रखने के लिए सिकुड़ने लगती हैं. शरीर की इस क्रिया से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जो कई बार हार्टअटैक का कारण बन जाता है. ठंड के मौसम में लोग पानी भी कम पीते हैं और मीठा अधिक खाते हैं या चाय पकौड़ी का अधिक सेवन किया जाता है. इससे शरीर में कॉलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है. इन कारणों से ब्लड की क्लॉटिंग होती है और हार्ट अटैक की संभावनाएं अधिक होती हैं.

हार्ट अटैक से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
ठंड के मौसम में सुबह टहलने जाना भी खतरनाक होता है, क्योंकि शरीर में अनेक प्रकार की एक्टिविटीज होती हैं. ऐसे में जो लोग सुबह टहलने जाते हैं, उन्हें अपने समय को थोड़ा देर शिफ्ट कर देना चाहिए. सुबह टहलते समय इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि शरीर को अच्छी तरह से ढका गया हो और गर्म कपड़े पहने गए हों.

कपड़ों को मल्टीपल लेयर्स में पहनना फायदेमंद होता है. ठंड में घूमने जाते समय दस्ताने और कैप पहनना भी जरूरी है. यह भी शरीर की गर्मी को बनाए रखने में उपयोगी होता है. इससे ब्लड क्लोटिंग की समस्या नहीं होती है. घूमते समय इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि काफी तेजी से न दौड़ें.

ठंडी हवा से बचने के लिए पहनें मास्क
ठंड के मौसम में नाक के माध्यम से शरीर में पहुंचने वाली ठंडी हवा भी कई बार हार्टअटैक का कारण बन सकती है, क्योंकि इससे शरीर का तापमान असंतुलित होता है और ब्लड प्रेशर की समस्या होती है. ऐसे में ठंड के मौसम में लोगों को मास्क लगाना चाहिए. मास्क लगाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ऐसा मास्क हो, जिसमें हवा आसानी से आर-पार हो सके, ताकि सांस लेने में कोई परेशानी न हो.

चाय में चीनी की मात्रा को करें नियंत्रण
ठंड के मौसम में लोग सामान्यतया अधिक चाय पीते हैं. ऐसे में चाय भले कई बार पिएं, लेकिन इसमें चीनी की मात्रा को नियंत्रित रखें, ताकि शरीर का शुगर कंट्रोल में रहे. शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए खाने पर भी नियंत्रण रखना चाहइए. ठंड के मौसम में सामान्यतया कम प्यास लगती है, लेकिन फिर भी फिर भी पानी पीते रहना चाहिए. बाहर से घर पहुंचने पर ठंडा पानी न पिएं, गर्म पानी का सेवन करें, यह हृदय के लिए फायदेमंद होता है. पानी न पीने से खून गाढ़ा हो जाता है, जो कई बार हार्टअटैक का कारण बनता है.

यह लक्षण आने पर डॉक्टर को दिखाएं
डॉ. भुवन ने कहा कि चलते समय या सीढ़ियां चढ़ते समय सीने में दर्द, सांस फूलना हृदय की बीमारी के लक्षण होते हैं. अगर ऐसे लक्षण आपको महसूस होते हैं तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए. यदि आप डॉक्टर से नहीं मिल पा रहे हैं तो आप उस काम को न करें, जिससे आप के सीने में दर्द होता है. सीने में बाईं ओर दर्द व पसीना आना ह्रदय रोग के लक्षण हैं. ऐसे में तुरंत अस्पताल में जाकर दिखाना चाहिए.

लखनऊ: राजधानी में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ठंड के मौसम में हृदयाघात यानी की हार्ट अटैक की संभावना अधिक होती है. चिकित्सकों के अनुसार ठंड के मौसम में शरीर की गर्मी को बचाए रखने के लिए नसें सिकुड़ती हैं, ऐसे में हार्टअटैक का खतरा रहता है. इस ठंड के मौसम में हृदय रोगियों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किस तरह से हार्टअटैक जैसी स्थिति से बच सकते हैं, इसके बारे में राम मनोहर लोहिया संस्थान के कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉक्टर भुवन तिवारी से खास बातचीत की गई.

डॉ. भुवन से बातचीत.

ठंड के मौसम में हार्टअटैक के यह होते हैं कारण
डॉ. भुवन ने बताया कि ठंड के मौसम में हार्टअटैक की अधिक मामले सामने आते हैं, क्योंकि शरीर की नसें गर्मी को बचाए रखने के लिए सिकुड़ने लगती हैं. शरीर की इस क्रिया से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जो कई बार हार्टअटैक का कारण बन जाता है. ठंड के मौसम में लोग पानी भी कम पीते हैं और मीठा अधिक खाते हैं या चाय पकौड़ी का अधिक सेवन किया जाता है. इससे शरीर में कॉलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है. इन कारणों से ब्लड की क्लॉटिंग होती है और हार्ट अटैक की संभावनाएं अधिक होती हैं.

हार्ट अटैक से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
ठंड के मौसम में सुबह टहलने जाना भी खतरनाक होता है, क्योंकि शरीर में अनेक प्रकार की एक्टिविटीज होती हैं. ऐसे में जो लोग सुबह टहलने जाते हैं, उन्हें अपने समय को थोड़ा देर शिफ्ट कर देना चाहिए. सुबह टहलते समय इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि शरीर को अच्छी तरह से ढका गया हो और गर्म कपड़े पहने गए हों.

कपड़ों को मल्टीपल लेयर्स में पहनना फायदेमंद होता है. ठंड में घूमने जाते समय दस्ताने और कैप पहनना भी जरूरी है. यह भी शरीर की गर्मी को बनाए रखने में उपयोगी होता है. इससे ब्लड क्लोटिंग की समस्या नहीं होती है. घूमते समय इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि काफी तेजी से न दौड़ें.

ठंडी हवा से बचने के लिए पहनें मास्क
ठंड के मौसम में नाक के माध्यम से शरीर में पहुंचने वाली ठंडी हवा भी कई बार हार्टअटैक का कारण बन सकती है, क्योंकि इससे शरीर का तापमान असंतुलित होता है और ब्लड प्रेशर की समस्या होती है. ऐसे में ठंड के मौसम में लोगों को मास्क लगाना चाहिए. मास्क लगाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ऐसा मास्क हो, जिसमें हवा आसानी से आर-पार हो सके, ताकि सांस लेने में कोई परेशानी न हो.

चाय में चीनी की मात्रा को करें नियंत्रण
ठंड के मौसम में लोग सामान्यतया अधिक चाय पीते हैं. ऐसे में चाय भले कई बार पिएं, लेकिन इसमें चीनी की मात्रा को नियंत्रित रखें, ताकि शरीर का शुगर कंट्रोल में रहे. शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए खाने पर भी नियंत्रण रखना चाहइए. ठंड के मौसम में सामान्यतया कम प्यास लगती है, लेकिन फिर भी फिर भी पानी पीते रहना चाहिए. बाहर से घर पहुंचने पर ठंडा पानी न पिएं, गर्म पानी का सेवन करें, यह हृदय के लिए फायदेमंद होता है. पानी न पीने से खून गाढ़ा हो जाता है, जो कई बार हार्टअटैक का कारण बनता है.

यह लक्षण आने पर डॉक्टर को दिखाएं
डॉ. भुवन ने कहा कि चलते समय या सीढ़ियां चढ़ते समय सीने में दर्द, सांस फूलना हृदय की बीमारी के लक्षण होते हैं. अगर ऐसे लक्षण आपको महसूस होते हैं तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए. यदि आप डॉक्टर से नहीं मिल पा रहे हैं तो आप उस काम को न करें, जिससे आप के सीने में दर्द होता है. सीने में बाईं ओर दर्द व पसीना आना ह्रदय रोग के लक्षण हैं. ऐसे में तुरंत अस्पताल में जाकर दिखाना चाहिए.

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