लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमण को कम करने के लिए वैक्सीनेशन किया जा रहा है. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्यकर्मचारियों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई. वहीं, फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई है. प्रदेश की राजधानी में 4261 स्वास्थ्यकर्मचारियों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई है. 4833 स्वास्थ्यकर्मचारियों को वैक्सीनेशन के लिए बुलाया गया था. 88 फीसदी स्वास्थ्यकर्मचारियों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई है.
फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी लगाई गई वैक्सीन
शुक्रवार को फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी वैक्सीन लगाई गई. राजधानी में 4187 फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन की पहली डोज लगाने के लिए बुलाया गया था. इसमें से 3225 फ्रंटलाइन वर्कर्स को लखनऊ में वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई. राजधानी में 77 फीसदी वैक्सीनेशन किया गया है.
25 फरवरी को स्वास्थ्यकर्मचारियों को लगाई जाएगी दूसरी डोज
स्वास्थ विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, प्रथम चरण के तहत जिन स्वास्थ्यकर्मचारियों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है, उन स्वास्थ्यकर्मचारियों को आगामी 25 फरवरी को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने का कार्य किया जाएगा. जिन स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है और वह 25 तारीख को अपने 28 दिन का समय पूरा कर रहे हैं, उन्हें 25 फरवरी को वैक्सीन लगाई जाएगी.
22 फरवरी को फ्रंटलाइन वर्कर्स को मिलेगा अंतिम मौका
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार फ्रंटलाइन वर्कर को लगभग पहली डोज लगाने की कार्यवाही पूरी कर ली गई है. आगामी दिनों में फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने की कार्यवाही शुरू की जाएगी. जो स्वास्थ्यकर्मचारी वैक्सीन की पहली डोज से वंचित रह गए हैं, उन्हें 22 फरवरी को वैक्सीन की पहली डोज लगवाने का अंतिम मौका दिया जाएगा.
कोरोना संक्रमण का रिकवरी रेट 98.1 प्रतिशत
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस रिकवरी रेट 98.1 प्रतिशत है. बीते 24 घंटे में कोरोनावायरस के 104 नए मामले सामने आए हैं. उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस के कुल 2521 मामले हैं.