लखनऊः विकास प्राधिकरण में कार्यरत हाशिम पर प्राधिकरण ने कंप्यूटर गायब करने का आरोप लगाया था. ये कंप्यूटर कार्यालय की संपत्ति हैं. इस आरोप के जवाब में हाशिम का परिवार आज प्राधिकरण के अधिकारियों के सामने पेश हुआ. उसने हाशिम का लिखा हुआ पत्र अथिकारियों को सौंपा. इसमें हाशिम ने अधिकारियों पर 50 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है.
प्राधिकरण के उच्च अधिकारियों पर लगाए ये आरोप
हाशिम और एक अन्य कर्मचारी के ऊपर कंप्यूटर गायब करने का आरोप है. इसकी विभागीय कार्यवाही चल रही है. हाशिम ने अपने पत्र के माध्यम से बताया कि वो बेकुसूर है. उसे उच्च अधिकारियों ने फंसाया है. उसे प्रताड़ित किया जा रहा है. उसने कोई भी कंप्यूटर नहीं चुराया है. हाशिम ने पत्र में लिखा कि अधिकारी उसे प्रताड़ित कर रहे हैं. वह काफी समय से पत्र के माध्यम से विभाग से बात करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसके पत्र को दबा दिया जाता है. अपने पत्र में हाशिम ने उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश से निवेदन किया है कि उसके साथ ही विभाग में कई अन्य कर्मचारियों को भी ऐसे ही परेशान किया जा रहा है. हाशिम ने उपाध्यक्ष को पत्र के माध्यम से अपना इस्तीफा भी सौंप दिया है.
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हाशिम को खुद आना होगाः प्राधिकरण
प्राधिकरण के सचिव को हाशिम के परिजनों ने पत्र सौंपा है. साथ ही निवेदन किया कि वह बेकुसुर है. सचिव ने हाशिम के परिजनों की पूरी बात सुनी. इसके बाद परिजनों से कहा कि हाशिम को कार्यालय आकर अपनी बात खुद रखनी होगी. उन्होंने कहा कि हम हाशिम के अच्छे के लिए सोच रहे हैं, लेकिन कार्यालय की सम्पति के मामले में हाशिम को खुद आकर जवाब देने होंगे. एलडीए सचिव पवन सिंह गंगवार ने कहा कि कार्यालय से यदि कोई संपत्ति गायब हुई तो उसकी जांच की जाएगी. ऐसे पत्र से हम उसका बयान कैसे मान लें।