लखनऊ: आजादी के अमृत महोत्सव के तहत इस बार स्वतंत्र दिवस के मौके पर यूपी के सरकारी स्कूल, सरकारी दफ्तरों, निजी और औद्योगिक संस्थानों को खोलने का निर्णय तो जरूर लिया गया है. मगर प्रत्येक वर्ष की तरह यह सभी संस्थान ध्वजारोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों तक ही खुले रहेंगे. सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि पूरे समय के लिए दफ्तरों में काम नहीं होगा और न ही स्कूलों में पढ़ाई होगी. आजादी के अमृत उत्सव के मौके पर किस तरह से स्वतंत्र दिवस का आयोजन होना है इस संबंध में एक गाइडलाइन का शासनादेश मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र की ओर से शनिवार की शाम जारी कर दिया गया है. इसमें स्वतंत्र दिवस किस तरह से मनाया जाएगा इसका स्पष्ट उल्लेख किया गया है.
मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि इस बार सरकार के सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास थीम पर स्वतंत्र दिवस का आयोजन होगा. जिसमें सभी वर्गों को शामिल किया जाना है. प्रभात फेरी, ध्वजारोहण व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए आजादी के 75 वर्ष पर राष्ट्रभक्ति की भावना को लोगों के मन में जगाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे. सरकारी संस्थानों के अलावा प्राइवेट संस्थानों औद्योगिक संस्थानों और विद्यालयों के सहित निजी विद्यालयों में भी इसी तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करके इस समारोह को सफलतापूर्वक किया जाएगा.
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दूसरी ओर सरकार के प्रवक्ता और अपर मुख्य सचिव सूचना एवं जनसंपर्क नवनीत सहगल ने यह स्पष्ट किया है कि सरकारी दफ्तरों, निजी दफ्तरों, औद्योगिक संस्थानों, स्कूलों को खोलने का निर्णय वहां होने वाले ध्वजारोहण कार्यक्रम और सांस्कृतिक कार्यक्रमों तक ही सीमित रहेगा. पूरे समय के लिए संस्थान नहीं खोले जाएंगे और न ही सामान्य कामकाज होगा.
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