लखनऊ : सड़क सुरक्षा सप्ताह को लेकर कैसरबाग बस स्टेशन पर उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ की तरफ से आयोजित समारोह में उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने कहा कि 'हम सबको सुरक्षित ड्राइविंग करना चाहिए और यात्रियों की भी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि जितने लोग बीमारी से नहीं मरते हैं उससे चार गुना लोग उत्तर प्रदेश में दुर्घटना से काल के गाल में समा जाते हैं, इसलिए हम सबका दायित्व बनता है कि खुद को सुरक्षित रखें. आम जनमानस की भी सुरक्षा का ध्यान रखें.'
इस अवसर पर परिवहन मंत्री ने कहा कि 'संविदा कर्मचारियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सरकार जल्द ही कोई ठोस निर्णय लेगी. इन कर्मचारियों को बहुत कम वेतन मिलता है. परिवहन निगम के कर्मचारियों ने काफी मेहनत की है और परिवहन निगम को मुनाफे में पहुंचाया है. इसके लिए सभी लोग बधाई के पात्र हैं. उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ की तरफ से सड़क सुरक्षा पखवारा आयोजित किए जाने को लेकर मंत्री ने संघ के तमाम कार्यकर्ताओं को बधाई दी. परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि बस संचालन करते समय ड्राइवर और कंडक्टर को यात्रियों का पूरा ध्यान रखना चाहिए. ड्राइवर बिल्कुल ही नशे की हालत में बस संचालन न करें. मोबाइल पर बात करते हुए बस न चलाएं. चालक के हाथ में ही यात्रियों की जान होती है, इसलिए चालक पूरी जिम्मेदारी निभाएं. परिचालक को यात्रियों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए. परिचालक जब ऐसा करेंगे तो यात्रियों की नजर में परिवहन निगम की छवि अच्छी बनेगी और इससे लोग बसों से यात्रा करेंगे, जिससे परिवहन निगम को फायदा होगा.'
कार्यक्रम का संचालन कर रहे प्रदेश मीडिया प्रभारी रजनीश मिश्रा ने बताया कि 'कार्यक्रम में भारतीय परिवहन मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमाकांत, उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राकेश सिंह, महामंत्री सत्यनारायण यादव, संविदा के प्रदेश प्रभारी मोहम्मद नसीम समेत तमाम सदस्य उपस्थित रहे. कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ क्षेत्र की तरफ से दिया गया, जिसमें क्षेत्रीय अध्यक्ष राकेश कुमार बाली, क्षेत्रीय मंत्री सुधींद्र वर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष आमिर जावेद, रूपेश कुमार, वसीम अहमद उपस्थित रहे.'
जितने लोग बीमारी से नहीं मरते उससे चार गुना मौतें सड़क हादसों में होती हैं : परिवहन मंत्री - उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री
राजधानी में मंगलवार को कैसरबाग बस स्टेशन पर सड़क सुरक्षा सप्ताह को लेकर समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ की ओर से किया गया.
लखनऊ : सड़क सुरक्षा सप्ताह को लेकर कैसरबाग बस स्टेशन पर उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ की तरफ से आयोजित समारोह में उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने कहा कि 'हम सबको सुरक्षित ड्राइविंग करना चाहिए और यात्रियों की भी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि जितने लोग बीमारी से नहीं मरते हैं उससे चार गुना लोग उत्तर प्रदेश में दुर्घटना से काल के गाल में समा जाते हैं, इसलिए हम सबका दायित्व बनता है कि खुद को सुरक्षित रखें. आम जनमानस की भी सुरक्षा का ध्यान रखें.'
इस अवसर पर परिवहन मंत्री ने कहा कि 'संविदा कर्मचारियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सरकार जल्द ही कोई ठोस निर्णय लेगी. इन कर्मचारियों को बहुत कम वेतन मिलता है. परिवहन निगम के कर्मचारियों ने काफी मेहनत की है और परिवहन निगम को मुनाफे में पहुंचाया है. इसके लिए सभी लोग बधाई के पात्र हैं. उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ की तरफ से सड़क सुरक्षा पखवारा आयोजित किए जाने को लेकर मंत्री ने संघ के तमाम कार्यकर्ताओं को बधाई दी. परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि बस संचालन करते समय ड्राइवर और कंडक्टर को यात्रियों का पूरा ध्यान रखना चाहिए. ड्राइवर बिल्कुल ही नशे की हालत में बस संचालन न करें. मोबाइल पर बात करते हुए बस न चलाएं. चालक के हाथ में ही यात्रियों की जान होती है, इसलिए चालक पूरी जिम्मेदारी निभाएं. परिचालक को यात्रियों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए. परिचालक जब ऐसा करेंगे तो यात्रियों की नजर में परिवहन निगम की छवि अच्छी बनेगी और इससे लोग बसों से यात्रा करेंगे, जिससे परिवहन निगम को फायदा होगा.'
कार्यक्रम का संचालन कर रहे प्रदेश मीडिया प्रभारी रजनीश मिश्रा ने बताया कि 'कार्यक्रम में भारतीय परिवहन मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमाकांत, उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राकेश सिंह, महामंत्री सत्यनारायण यादव, संविदा के प्रदेश प्रभारी मोहम्मद नसीम समेत तमाम सदस्य उपस्थित रहे. कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ क्षेत्र की तरफ से दिया गया, जिसमें क्षेत्रीय अध्यक्ष राकेश कुमार बाली, क्षेत्रीय मंत्री सुधींद्र वर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष आमिर जावेद, रूपेश कुमार, वसीम अहमद उपस्थित रहे.'