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सीएम योगी से पहले ऑडिटोरियम में रिवॉल्वर लेकर पहुंचा युवक, कई पुलिसकर्मी सस्पेंड

यूपी के बस्ती में सीएम योगी (Basti CM Yogi Programme) के एक कार्यक्रम से पहले सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है. इस मामले में कई पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.

सीएम योगी
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Published : Oct 22, 2021, 9:02 AM IST

Updated : Oct 22, 2021, 11:43 AM IST

बस्ती: जिले में बीते 19 अक्टूबर को सीएम योगी का एक कार्यक्रम था. सीएम के कार्यक्रम से पहले प्रेक्षागृह में लाइसेंसी हथियार लेकर एक व्यक्ति पहुंचा हुआ था. इसे सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है. इस मामले में 7 पुलिसकर्मी दोषी पाए गए थे, जिनमें 4 को निलंबित किया गया है. पुलिस ने बताया कि 3 पुलिसकर्मियों के बारे में रिपोर्ट भेज दी गई है. पुलिस विभाग इस मामले में कार्रवाई कर रहा है. वहीं, इसको देखते हुए अब सीएम योगी की सुरक्षा और भी चाक-चौबंद कर दी गई है.

सीएम योगी की सुरक्षा में चूक मामले में एसपी की कार्रवाई.

बस्ती के एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि यह घटना वीआईपी नेता का हेलीकॉप्टर लैंड होने से 40 मिनट पहले हुई थी. शुरुआती जांच में बस्ती जिले में तैनात 4 पुलिसकर्मियों समेत 7 पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है.

इनमें से 2 पुलिसकर्मी सिद्धार्थनगर और 1 संत कबीर नगर में तैनात थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि बस्ती जिले में सीएम का वीआईपी कार्यक्रम था. उनके आने के 45 मिनट पहले एक शख्स अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर लेकर ऑडिटोरियम में पहुंचा था.

सीएम योगी की सुरक्षा में चूक मामले में एसपी की कार्रवाई.
सीएम योगी की सुरक्षा में चूक मामले में एसपी की कार्रवाई.

19 अक्टूबर को बस्ती में अटल बिहारी बाजपेयी प्रेक्षागृह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम था. कार्यक्रम को सकुशल संपन्न कराने के लिए बस्ती के साथ ही अन्य जनपदों के पुलिस कर्मियों की भी ड्यूटी लगाई गई थी. संचारी और दस्तक अभियान के तीसरे पखवाड़े का शुभारम्भ करने सीएम बस्ती पहुंचे थे. सीएम के सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात थी, मेटल डिटेक्टर भी लगाए गए थे. बावजूद एक शख्स इतनी सुरक्षा जांच के बाद भी रिवॉल्वर लेकर कैसे सभा में पहुंच गया. यह एक बड़ा सवाल है. सुरक्षा घेरे को तोड़कर लाईसेंसी पिस्टल लेकर मुख्यमंत्री के कर्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री के आने के पहले घंटों युवक बैठा रहा और किसी पुलिस वालों को भनक नहीं लगी.

मुख्यमंत्री के आने से पहले एसपीजी सुरक्षा के एक गार्ड ने पिस्टल लगाए युवक की एक्टिविटी देखकर तलाशी ली, तो पिस्टल बरामद हुई. इसके बाद कार्यक्रम स्थल से पुलिस ने उस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया और बाहर ले जाकर छोड़ दिया गया.

पकड़ा गया युवक बीजेपी नेता व ब्लॉक प्रमुख जटाशंकर शुल्क का रिश्तेदार बताया जा रहा है. बीजेपी के एक बड़े नेता के करीबी होने की वजह से अब तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जबकि लाइसेंस देते समय लाइसेंस धारक को असलहे के रख रखाव के संबंध में सीओ स्तर के अधिकारी एक दिवसीय ट्रेनिग देकर ट्रेंड करते हैं. ट्रेंनिंग में बताया जाता है कि धार्मिक स्थल, वीवीआईपी मूमेंट, न्यायालय व सरकारी दफ्तर में बिना परमिशन के असलहा ले जाना प्रतिबंधित रहता है.

निलंबित पुलिसकर्मियों में एसआई विंध्याचल, एसआई हरि राय, मुख्य आरक्षी शिवधनी, राम प्रकाश शामिल है, जबकि एसआई रमाशंकर मिश्रा, आरक्षी वरुण यादव, अवधेश कुमार के निलंबन के लिए एसपी ने पत्र लिखा है.

इसे भी पढ़ें-सीएम योगी बोले-दिमागी बुखार पर 75 प्रतिशत तक नियंत्रित करने में पाई सफलता

बस्ती: जिले में बीते 19 अक्टूबर को सीएम योगी का एक कार्यक्रम था. सीएम के कार्यक्रम से पहले प्रेक्षागृह में लाइसेंसी हथियार लेकर एक व्यक्ति पहुंचा हुआ था. इसे सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है. इस मामले में 7 पुलिसकर्मी दोषी पाए गए थे, जिनमें 4 को निलंबित किया गया है. पुलिस ने बताया कि 3 पुलिसकर्मियों के बारे में रिपोर्ट भेज दी गई है. पुलिस विभाग इस मामले में कार्रवाई कर रहा है. वहीं, इसको देखते हुए अब सीएम योगी की सुरक्षा और भी चाक-चौबंद कर दी गई है.

सीएम योगी की सुरक्षा में चूक मामले में एसपी की कार्रवाई.

बस्ती के एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि यह घटना वीआईपी नेता का हेलीकॉप्टर लैंड होने से 40 मिनट पहले हुई थी. शुरुआती जांच में बस्ती जिले में तैनात 4 पुलिसकर्मियों समेत 7 पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है.

इनमें से 2 पुलिसकर्मी सिद्धार्थनगर और 1 संत कबीर नगर में तैनात थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि बस्ती जिले में सीएम का वीआईपी कार्यक्रम था. उनके आने के 45 मिनट पहले एक शख्स अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर लेकर ऑडिटोरियम में पहुंचा था.

सीएम योगी की सुरक्षा में चूक मामले में एसपी की कार्रवाई.
सीएम योगी की सुरक्षा में चूक मामले में एसपी की कार्रवाई.

19 अक्टूबर को बस्ती में अटल बिहारी बाजपेयी प्रेक्षागृह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम था. कार्यक्रम को सकुशल संपन्न कराने के लिए बस्ती के साथ ही अन्य जनपदों के पुलिस कर्मियों की भी ड्यूटी लगाई गई थी. संचारी और दस्तक अभियान के तीसरे पखवाड़े का शुभारम्भ करने सीएम बस्ती पहुंचे थे. सीएम के सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात थी, मेटल डिटेक्टर भी लगाए गए थे. बावजूद एक शख्स इतनी सुरक्षा जांच के बाद भी रिवॉल्वर लेकर कैसे सभा में पहुंच गया. यह एक बड़ा सवाल है. सुरक्षा घेरे को तोड़कर लाईसेंसी पिस्टल लेकर मुख्यमंत्री के कर्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री के आने के पहले घंटों युवक बैठा रहा और किसी पुलिस वालों को भनक नहीं लगी.

मुख्यमंत्री के आने से पहले एसपीजी सुरक्षा के एक गार्ड ने पिस्टल लगाए युवक की एक्टिविटी देखकर तलाशी ली, तो पिस्टल बरामद हुई. इसके बाद कार्यक्रम स्थल से पुलिस ने उस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया और बाहर ले जाकर छोड़ दिया गया.

पकड़ा गया युवक बीजेपी नेता व ब्लॉक प्रमुख जटाशंकर शुल्क का रिश्तेदार बताया जा रहा है. बीजेपी के एक बड़े नेता के करीबी होने की वजह से अब तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जबकि लाइसेंस देते समय लाइसेंस धारक को असलहे के रख रखाव के संबंध में सीओ स्तर के अधिकारी एक दिवसीय ट्रेनिग देकर ट्रेंड करते हैं. ट्रेंनिंग में बताया जाता है कि धार्मिक स्थल, वीवीआईपी मूमेंट, न्यायालय व सरकारी दफ्तर में बिना परमिशन के असलहा ले जाना प्रतिबंधित रहता है.

निलंबित पुलिसकर्मियों में एसआई विंध्याचल, एसआई हरि राय, मुख्य आरक्षी शिवधनी, राम प्रकाश शामिल है, जबकि एसआई रमाशंकर मिश्रा, आरक्षी वरुण यादव, अवधेश कुमार के निलंबन के लिए एसपी ने पत्र लिखा है.

इसे भी पढ़ें-सीएम योगी बोले-दिमागी बुखार पर 75 प्रतिशत तक नियंत्रित करने में पाई सफलता

Last Updated : Oct 22, 2021, 11:43 AM IST
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