लखनऊ. अखिलेश जयंत पर यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में टिकट बेचने का आरोप लगाने वाले रालोद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने अब एक नई पार्टी भारतीय क्रांति मोर्चा का गठन किया है. उन्होंने कहा कि दलितों और अल्पसंख्यकों की लड़ाई निष्पक्ष तरीके से लड़ने के लिए एक नए संगठन की जरूरत थी. इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इस मोर्चे का गठन किया है.
इसके पूर्व आरएलडी और सपा गठबंधन पर विधानसभा चुनावों में टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए डाॅ. मसूद अहमद ने आरएलडी प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद रविवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. इस दौरान चुनाव हारने के मामले में उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के गठबंधन में कुल 9 बिंदुओं को उन्होंने सबके सामने रखा था. इन बिंदुओं में उन्होंने पूरी बात कही थी कि टिकट बेचने के चलते हम 2022 का चुनाव हारे है.
आरएलडी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने कहा कि हमने सबने ये मान लिया था कि महागठबंधन की लहर चल रही है. इसके चलते सब अति उत्साहित थे. लेकिन जब परिणाम आया तो हम चुनाव हर गए थे. भाजपा ने पहले ही तय कर लिया था कि हमें सरकार बनानी है. उन्होंने कहा कि हार के कारण का हमने अवलोकन किया तो जनता के बीच में हमारी जीत की चर्चा ही नहीं थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रीय लोक दल और समाजवादी पार्टी गठबंधन को लेकर उन्होंने अपना विचार रखा तो बहुत से लोगों ने उनके इस कदम की सराहना की जबकि कई लोगों ने धमकियां भी दीं.
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रालोद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने कहा कि अब वह पार्टी से अलग हैं. आगे बढ़ रहा हैं. दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को जागरूक करने के साथ ही उनकी आवाज को बुलंद करने का काम करेंगे. उन्होंने बताया कि दलितों और अल्पसंख्यकों की लड़ाई के लिए उन्होंने भारतीय क्रांति मोर्चा का गठन किया है. इसी मोर्चे से वह सभी की लड़ाई लड़ेंगे और उन्हें न्याय दिलवाएंगे. इसकी शुरूआत वह मुरादाबाद से करेंगे. कहा कि उनके मोर्चे को जो लोग सहयोग देना चाहेंगे, उनका सहयोग लिया जाएगा.
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