लखनऊ: विभूति खंड थाना के अंतर्गत कठौता चौराहे पर 6 जनवरी को पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में शामिल गिरधारी विश्वकर्मा से इन दिनों लखनऊ पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान गिरधारी ने बताया कि उसने कुंटू सिंह के कहने पर अजीत की हत्या की थी. शूटर को उपलब्ध कराने में पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने साथ दिया था. पूछे गए 70 सवालों के जवाब में गिरधारी ने कई अहम खुलासे भी किए हैं. बता दें आज पुलिस गिरधारी को घटनास्थल पर ले कर जाएगी और फिर कुछ अन्य बिंदुओं पर भी जांच होगी. वही गिरधारी ने यह भी बताया कि पूर्व विधायक सीपू सिंह की हत्या के मामले में अजीत गवाही देने पर अड़ा हुआ था. यही वजह उसकी जान की दुश्मन बन गई.
पूछताछ में खुला धनंजय सिंह का नाम
पिछले महीने की 6 तारीख को विभूति खंड थाना के अंतर्गत कठौता चौराहे पर गैंगवार के दौरान मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की ताबड़तोड़ गोली बरसा कर हत्या कर दी गई थी. इस हत्या में 5 से अधिक शूटर शामिल थे. जिनमें अभी तक पुलिस केवल एक शूटर संदीप को गिरफ्तार कर सकी है. जबकि नामजद आरोपी गिरधारी विश्वकर्मा को दिल्ली में पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया है. वही लखनऊ पुलिस को पूछताछ करने के लिए कोर्ट से गिरधारी से 3 दिन की रिमांड मिली है. पूछताछ में गिरधारी ने बताया कि उसने जेल में बंद कुंटू सिंह के कहने पर अजीत की हत्या की थी. इस हत्या के लिए और भी शूटर के इंतजाम करने में पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने मदद की थी. अब हत्या में धनंजय सिंह का नाम खुलकर सामने आ गया है.
अब तक दो शूटर ही गिरफ्तार
अजीत सिंह की हत्या में 5 से अधिक शूटर शामिल हैं. इस पूरे मामले में 1 महीने से ज्यादा के समय में लखनऊ पुलिस के हाथ केवल संदीप नाम का एक ही शूटर लगा है, जिसे चंदौली से गिरफ्तार किया गया है, जबकि गिरधारी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. बाकी चार शूटर अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं.