लखनऊ: कभी बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के बेहद करीबी रहे कमलाकांत गौतम ने पहले मायावती का साथ छोड़ अपनी बहुजन समाज उत्थान पार्टी का गठन किया और अब उन्होंने अपनी पार्टी का विलय समाजवादी पार्टी में कर दिया है. कमलाकांत गौतम मायावती सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं.
जब उन्होंने अपनी पार्टी का गठन किया था तो मायावती को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि बहुजन समाज पार्टी कांशीराम और आम्बेडकर के बताए हुए रास्ते से भटक गई हैं और आज एक बार फिर समाजवादी पार्टी के पाले में खड़े कमलाकांत गौतम ने उसी बात को दोहराया और कहा कि अब हम जय भीम जय लोहिया के साथ चलेंगे. कमलाकांत गौतम के साथ तमाम पदाधिकारियों के अलावा अन्य पार्टियों के नेताओं ने भी समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समक्ष शुक्रवार को बहुजन समाज उत्थान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलाकांत गौतम ने अपनी पार्टी का विलय समाजवादी पार्टी में कर दिया. उन्होंने उम्मीद जताई कि अखिलेश यादव उन्हें मौका देंगे तो उनके लिए वह बेहतर काम करके दिखाएंगे.
उन्होंने इशारों-इशारों में अखिलेश से यह भी कह डाला कि जब भी बहुजन समाज पार्टी, जो सीट नहीं जीतने वाली होती थी, वहां पर मुझे लगाती थी और मैं सीट जिताकर देता था, यह सभी जानते हैं. ऐसे में अगर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी मुझे मौका देंगे तो मैं समाजवादी पार्टी को मजबूत करूंगा.
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अखिलेश यादव ने बहुजन समाज उत्थान पार्टी के अलावा अन्य पार्टियों से आए हुए पदाधिकारियों और सदस्यों का समाजवादी पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया. उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि सबके साथ मिलकर 2022 में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी सत्ता में वापस आएगी. वहीं अखिलेश यादव ने सभी को विश्वास दिलाया कि पार्टी में सभी को बराबर मौका दिया जाएगा. इस मौके पर अखिलेश यादव ने नोटबंदी पर दीपक कुमार पांडेय द्वारा लिखी पुस्तक का भी विमोचन भी किया.