लखनऊ: उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के गठन के बाद बुधवार को बोर्ड की पहली मीटिंग आयोजित होने जा रही है. सुन्नी वक्फ बोर्ड ने नवनिर्वाचित और नामित सभी सदस्यों को इसके लिए आमंत्रण भेज दिया है. नवगठित बोर्ड की यह पहली बैठक चेयरमैन ज़ुफर अहमद फारूकी की अध्यक्षता में होने जा रही है. इस बैठक में सुन्नी वक्फ बोर्ड अपने सदस्यों संग कई अहम मुद्दों पर चर्चा कर फैसला लेगा.
वक्फ बोर्ड कार्यालय में होगी बैठक
बोर्ड ने बैठक को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. यह बैठक वक्त बोर्ड कार्यालय में होगी. सभी सदस्यों को न्योता भेज दिया गया है. हालांकि, बोर्ड के सदस्य इमरान माबूद खान कोरोना संक्रमित होने के चलते इस बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे. वहीं, बोर्ड के दूसरे सदस्य और बार काउंसिल के मेम्बर अब्दुल रज्जाक खान ने इस मीटिंग की तिथि को बढ़ाने की मांग की है.
कई अहम मुद्दों पर होगी बोर्ड के सदस्यों के बीच चर्चा
नवगठित सुन्नी वक्फ बोर्ड में कई सदस्य पहली बार चुनकर और नामित होकर बोर्ड में मेम्बर बने हैं. ऐसे में बोर्ड की पहली बैठक में सभी सदस्य पहली बार सुन्नी वक्फ बोर्ड दफ्तर में आमने-सामने होंगे. बोर्ड ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस अहम मीटिंग को कोविड प्रोटोकॉल के तहत कराने का फैसला किया है. कोरोना के खतरे को देखते हुए मीटिंग में बोर्ड के कामकाज को अब ऑनलाइन करने समेत कई मामलों पर चर्चा होगी.
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जल्द ही फाइलों की जगह होगा डिजिटल काम
सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ज़ुफर अहमद फारूकी ने कहा कि बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सुन्नी वक्फ बोर्ड में कामकाज प्रभावित न हो और सभी कर्मचारी खतरे से भी बचे रहें, इसके लिए बोर्ड अब काम को ऑनलाइन करने पर अपने सदस्यों संग चर्चा करेगा. जल्द ही फाइलों की जगह काम अब डिजिटल होगा.