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फिरंगी महली ने सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल को बताया असंवैधानिक

इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल को लेकर एतराज जताया है. उन्होंने इस बिल को असंवैधानिक करार दिया है.

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फिरंगी महली
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Published : Dec 5, 2019, 10:09 AM IST

लखनऊ: सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल (CAB) को केंद्रीय कैबिनेट से भले ही मंजूरी मिल गई हो, लेकिन इस बिल पर सवालिया निशान खड़े होने भी शुरू हो गए हैं. एक तरफ जहां विपक्षी पार्टियां इस बिल की मुखालफत करती नजर आ रही हैं, तो वहीं अब इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने भी इस बिल को असंवैधानिक करार दिया है.

फिरंगी महली ने सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल पर जताया एतराज.

केंद्र सरकार भारत में अवैध ढंग से रह रहे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के लोगों को नागरिकता देने के नियमों को आसान करने की तैयारी कर रही है. बशर्ते वह मुसलमान न हो, यानी गैर मुसलमान हो, जिसको लेकर सवाल उठ रहे हैं. वहीं इसको लेकर इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने एतराज जताया है.

इसे भी पढ़ें- यूपी में नहीं भरी हज यात्रियों की सीट, उलेमा ने कहा- गिरती अर्थव्यवस्था बनी वजह

उन्होंने इस बिल को असंवैधानिक करार दिया है. मौलाना खालिद रशीद ने कहा है कि हमारे मुल्क का संविधान पूरी तरह से सेक्युलर है, लिहाजा कोई भी कदम जो किसी मजहब को निशाना बनाकर उठाया जाए वह गैरकानूनी है. इस तरह से यह बिल पूरी तरह से असंवैधानिक है.

लखनऊ: सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल (CAB) को केंद्रीय कैबिनेट से भले ही मंजूरी मिल गई हो, लेकिन इस बिल पर सवालिया निशान खड़े होने भी शुरू हो गए हैं. एक तरफ जहां विपक्षी पार्टियां इस बिल की मुखालफत करती नजर आ रही हैं, तो वहीं अब इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने भी इस बिल को असंवैधानिक करार दिया है.

फिरंगी महली ने सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल पर जताया एतराज.

केंद्र सरकार भारत में अवैध ढंग से रह रहे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के लोगों को नागरिकता देने के नियमों को आसान करने की तैयारी कर रही है. बशर्ते वह मुसलमान न हो, यानी गैर मुसलमान हो, जिसको लेकर सवाल उठ रहे हैं. वहीं इसको लेकर इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने एतराज जताया है.

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उन्होंने इस बिल को असंवैधानिक करार दिया है. मौलाना खालिद रशीद ने कहा है कि हमारे मुल्क का संविधान पूरी तरह से सेक्युलर है, लिहाजा कोई भी कदम जो किसी मजहब को निशाना बनाकर उठाया जाए वह गैरकानूनी है. इस तरह से यह बिल पूरी तरह से असंवैधानिक है.

Intro:सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल यानि कैब को केंद्रीय कैबिनेट से भले ही मंजूरी मिल गई हो लेकिन इस बिल पर सवालिया निशान खड़े होना शुरू हो गए हैं। जहां एक तरफ विपक्षी पार्टियां इस बिल की मुखालफत करती नजर आ रही है तो वहीं अब इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और देश के बड़े मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने भी इस बिल को असंवैधानिक करार दिया है।


Body:केंद्र सरकार भारत में पाकिस्तान बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आकर अवैध ढंग से रह रहे लोगों को भी नागरिकता देने के नियमों को आसान करने की तैयारी कर रही है बशर्ते वह मुसलमान ना हो यानी गैर मुसलमान हो, जिसको लेकर सवाल उठना लाजमी है। सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल या नागरिकता संशोधन बिल पर इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की ओर से भी बड़ा बयान सामने आया है। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने एतराज जताते हुए इस बिल को असंवैधानिक करार दिया है। मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि हमारे मुल्क का संविधान पूरी तरह से सेक्युलर है लिहाजा कोई भी कदम जो किसी मजहब को निशाना बनाकर उठाया जाए वह गैरकानूनी है और यह बिल पूरी तरह से असंवैधानिक है।

बाइट- मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली, अध्यक्ष, इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया


Conclusion:गौरतलब है कि एनआरसी का विवाद अभी खत्म भी नहीं हुआ था की नागरिकता संशोधन बिल का मुद्दा सरगम होता दिखाई देने लगा है, हालांकि अभी इस बिल को सिर्फ केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिली है जिसके बाद इसको संसद में पास करने के लिए भेजा जाएगा।
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