लखनऊ: सहारा हॉस्पिटल प्रशासन व कर्मचारियों की लापरवाही के चलते महिलाओं के शव बदलने के मामले में विभूति खंड थाने में सहारा हॉस्पिटल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इशरत मिर्जा के परिजनों ने सहारा हॉस्पिटल के प्रशासन व कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है.
बदले महिलाओं के शव
राजधानी लखनऊ के सहारा हॉस्पिटल में न्यूरो आईसीयू वार्ड में भर्ती दो महिला मरीजों के शव बदल गए थे, जिन महिलाओं के शव बदले थे, उनमें से एक 72 वर्षीय इशरत मिर्जा व दूसरी 78 वर्षीय अर्चना गर्ग थीं. दोनों महिलाओं का 11 फरवरी को इलाज के दौरान देहांत हो गया था.
मामला दर्ज
हॉस्पिटल की लापरवाही के चलते अर्चना गर्ग के परिजनों को इशरत जहां का शव दे दिया गया और परिजनों ने इशरत मिर्जा को अर्चना समझकर हिंदू रीति रिवाज से उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया. अगले दिन जब इशरत मिर्जा के परिजन शव लेने पहुंचे तो इस बात का खुलासा हुआ, जिसके बाद इशरत मिर्जा के परिजनों ने विभूति खंड थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
एसएचओ ने दी जानकारी
एसएचओ विभूति खंड राजीव द्विवेदी ने बताया कि इशरत मिर्जा के परिवारवालों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर में शव से छेड़छाड़ व अवहेलना के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है.