लखनऊ: प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. पूरे उत्तर प्रदेश में लॉक डाउन की स्थिति जारी है. वहीं प्रदेश के 15 जिलों के उन स्थानों को सीज कर दिया गया है, जहां पर लगातार कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो रही है. ऐसे में लॉक डाउन के दौरान जो व्यक्ति बिना किसी आवश्यक कार्य के घर से बाहर निकल रहा है, उनके खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई भी कर रही है.
लॉकडाउन का उल्लघन करने वाले वाहनों पर कार्रवाई
लॉक डाउन का पालन न करने को लेकर गुरुवार को पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 188 के तहत 11,550 एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं आईटी एक्ट के तहत 275 मामले दर्ज किए गए हैं. लॉक डाउन की स्थिति को बनाए रखने के लिए 5,301 बैरियर और नाके बनाए गए हैं. गुरुवार को प्रदेश भर में 1,26,7,594 वाहनों की चेकिंग की गई, जिसके तहत 2,80,984 वाहनों के चालान काटे गए और 20,135 वाहनों को सीज किया गया. वाहनों के खिलाफ की गई कार्रवाई में 5,31,00679 रुपये का जुर्माना वसूला गया.
डायल 112 पीआरवी मदद के लिए रही तत्पर
गुरुवार को पूरे प्रदेश में 11,408 लोगों ने डायल 112 से मदद ली. आपातकाल की स्थिति में डायल 112 महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है. ऐसे में जिन लोगों को राशन पुलिस सुविधा या चिकित्सा सुविधा की आवश्यकता होती है, वह डायल 112 पर फोन करके मदद मांगते हैं और जवाब में पीआरवी गाड़ी मौके पर पहुंचकर जरूरतमंदों की मदद करती है. कई बार डायल 112 के अधिकारी अन्य विभाग के अधिकारियों से बात कर सुविधा मुहैया कराते हैं.
कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई
खाद्य पदार्थों के संदर्भ में 5,992 लोगों की जिले के डीएम से समन्वय कर राशन उपलब्ध कराया गया. संदिग्ध संक्रमित मरीजों के संदर्भ में 1,927 लोगों को सुविधा उपलब्ध कराई गई. भीड़ जमावड़े की शिकायत पर 886 व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की गई. कालाबाजारी के शिकार हुए 288 लोगों की मदद की गई. तय रेट से अधिक धन वसूली के शिकार 260 लोगों की मदद की गई. वहीं खुले में मांस की बिक्री को लेकर 44 लोगों की शिकायत पर कार्रवाई की गई. साथ ही राजधानी में खुले आम घूम रहे चार विदेशियों पर भी कार्रवाई की गई.